झारखंड: बाबूलाल मरांडी भी उतरे चुनावी दंगल में, धनवान से होंगे झाविमो उम्मीदवार

प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री मरांडी पिछले विधानसभा चुनाव में दो सीटों से हार गए थे, अब फिर से पैतृक सीट से आजमा रहे किस्मत, भाजपा नेता रह चुके हैं मरांडी

Babulal Marandi-JVM
Babulal Marandi-JVM

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) खुद भी अब झारखंड के विधानसभा चुनावों में उतर गए हैं. झाविमो की पिछली तीन सूचियों में नाम न होने से कयास लग रहे थे कि मरांडी चुनावी दंगल में नहीं उतरेंगे लेकिन अब स्थितियां साफ हो गयी हैं. बाबूलाला मरांडी को धनवार विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने 2014 के विधानसभा चुनाव में गिरिडीह और धनवार सहित दो सीटों से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से हार का मुंह देखना पड़ा.

धनवार में उन्हें सीपीआई एमएल के प्रत्याशी राजकुमार यादव ने करीब 11 हजार वोटों से हराया. गिरिडीह में तो स्थिति ज्यादा खराब रही. यहां वे तीसरे नंबर पर रहे. इस सीट पर भाजपा ने निर्भय शाहबादी ने जीत दर्ज की. मरांड को निर्भय को मिले 57531 के मुकाबले केवल 26651 वोट मिल पाए. 2009 में झाविमो के निजामुद्दीन अंसानी ने धनवार सीट जीती थी. इससे पहले धनवार विधानसभा सीट पर भाजपा का कब्जा रहा.

यह भी पढ़ें: पिछले चुनावों में कई दिग्गजों ने तय किया था अर्श से फर्श तक का सफर

बता दें, 15 नवंबर, 2000 को जब झारखंड का गठन हुआ था तो बाबूलाल मंराडी (Babulal Marandi) बीजेपी के नेता हुआ करते थे. उस दौरान उन्हें राज्य का पहला मुख्यमंत्री बनाया गया था. 2006 में वे बीजेपी से अलग हो गए और झारखंड विकास मोर्चा नाम से खुद की पार्टी का गठन किया.

झाविमो ने मंगलवार को 9 विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की सूची जारी की. झाविमो इससे पूर्व 48 विधानसभा क्षेत्रों से प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है. इस तरह पार्टी 81 में से 57 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है. नामों की घोषणा करते हुए झाविमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष विनोद शर्मा और पार्टी उपाध्यक्ष आश्रिता कुजूर ने बताया कि पार्टी ने काफी ठोक बजाकर प्रत्याशियों को उतारा है. अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में झाविमो की स्थिति मजबूत है.

झारखंड विकास मोर्चा के 9 उम्मीदवार

  • बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) – धनवार
  • सुनील कुमार गुप्ता – रांची
  • कमलेश राम – कांके
  • अंतु तिर्की – खिजरी
  • उमेश महतो – सिल्ली
  • दुर्गाचरण प्रसाद – बड़कागांव
  • मुन्ना सिंह – हजारीबाग
  • बटेश्वर मेहता – बरकट्टठा
  • रमेश हर्षधर – कोडरमा

यह भी पढ़ें: फिर एक बार इतिहास रच पाएंगे रघुबर दास या झामुमो फेरेगी सपनों पर पानी

इस बार झारखंड विकास मोर्चा ने राज्य की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है. पार्टी किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं है. पिछले विधानसभा चुनाव में झाविमो ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा. उनके 8 उम्मीदवार जीतकर झारखंड विधानसभा पहुंचे लेकिन बाद में 6 विधायकों ने भाजपा में विलय कर लिया. इसके बाद झाविमो और भाजपा में रार पड़ गई और उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया. हालांकि प्रदेश की क्षेत्रप पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झाविमो से संपर्क साधने की कोशिश की थी लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई. झामुमो कांग्रेस के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ रही है.

Leave a Reply