Politalks.News/NarendraModiVsKCR. बीते दो दिनों तक तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में हुई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के जरिए प्रदेश में भाजपा ने अपने पैर जमाने शुरू कर दिए हैं. बता दें बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा सहित भाजपा के तमाम दिग्गजों ने शिरकत की. यही कारण है कि प्रदेश में बीजेपी की बढ़ती साख को देखते हुए मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. सबसे बड़ी बात अब तक 6 बार तेलंगाना का दौरा कर चुके पीएम मोदी को KCR ने प्रोटोकॉल के विपरीत जाकर एक बार भी एयरपोर्ट पहुंच कर रिसीव नहीं किया है. यही नहीं शनिवार को राष्ट्रपति प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के समर्थन में आयोजित रैली में भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को जमकर आड़े हाथ लिया. KCR की इस तरह की छवि के चलते यह माना जा रहा है कि वे अब खुद को राष्ट्रीय स्तर का नेता बनाने में जुटे हैं और यही कारण है कि के.चंद्रशेखर राव ने सिन्हा के समर्थन में हुई रैली को तेलगु की जगह हिंदी में संबोधित किया जिसमें उन्होंने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा.
तेलगु के इत्तर KCR को आई हिंदी की याद
बीते कुछ महीनों से तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर हैं. शनिवार को राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के समर्थन में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए KCR ने पीएम मोदी पर कई गंभीर आरोप लगाए. केसीआर ने यशवंत सिन्हा के सामने ही प्रधानमंत्री को सेल्समैन, तानाशाह, झूठा, खुद की तारीफ करने वाला तक बोल दिया. इस दौरान सबसे ज्यादा जो गौर करने वाली बात थी वो KCR का हिंदी भाषण. हमेशा तेलुगु में बोलने वाले केसीआर ने ये पूरा भाषण हिंदी में दिया और वह भी धारा प्रवाह. एक बार जब उन्होंने मंच से भाषण देना शुरू किया तो 58 मिनट तक बोलते ही रहे. सियासी जानकारों का माना है कि KCR अब धीरे धीरे खुद को प्रधानमंत्री की जगह देश के हिन्दी भाषी राज्यों में प्रस्तुत करना चाहते हैं.
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बीजेपी के बढ़ते कदम TRS के लिए सितम!
तेलंगाना में अगले साल 2023 के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. धीरे धीरे यहां बीजेपी अपना वर्चस्व कायम करने की कोशिश में जुटी है और यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते कुछ दिनों में कई बार तेलंगाना का दौरा कर चुके हैं. भाजपा यहां तेजी से अपना जनाधार बढ़ा रही है. यही कारण है कि टीआरएस के मुखिया और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के सीआर राव मोदी पर इतने हमलावर हैं. KCR अच्छे से जानते हैं कि अगर भाजपा यहां मजबूत होती है तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान TRS को ही होगा. 2020 में हुए हैदराबाद नगर निगम के चुनाव के नतीजे टीआरएस के लिए चिंताजनक थे क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने यहां 48 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि टीआरएस के 55 प्रत्याशी जीते थे. ऐसे में महज चार साल के अंदर भाजपा ने चार से 44 सीटों तक का सफर तय कर लिया है लेकिन ये KCR को रास नहीं आ रहा.
2023 के साथ 2024 की तैयारी में जुटी BJP और TRS
यहीं नहीं 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने यहां 17 लोकसभा सीटों में से चार पर जीत हासिल की थी जबकि 2014 में भाजपा को यहां से सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी और अब 2023 विधानसभा चुनाव के लिए अभी से भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है. इस बार भाजपा हैदराबाद से तेलंगाना ही नहीं, बल्कि दक्षिण के सभी राज्यों में फोकस करना चाहती है. यही कारण है कि भाजपा ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हैदराबाद में आयोजित की. बीजेपी की प्रदेश में बढ़ती सक्रियता KCR को रास नहीं आ रही है. यही कारण है कि KCR अब अपनी राजभाषा तेलगु से इत्तर हिंदी पर ज्यादा फोकस करने लगे हैं. शनिवार को आयोजित सभा में KCR ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. देश में चल रहे अहम मुद्दों का जिक्र करते हुए KCR ने पीएम मोदी पर निशाना साधा.
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श्रीलंका में चल रहा है पीएम मोदी के खिलाफ जन आंदोलन ?- KCR
KCR ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘भारत में कोयला संसाधन काफी है. इसके बावजूद क्यों बाहर से इंपोर्ट किया जा रहा है? राज्यों पर दबाव डाला जा रहा है कि कोल इंडिया से तभी कोयला मिलेगा जब आप 10 प्रतिशत इंपोर्टेड कोयला खरीदोगे. हमने मना कर दिया. हमारे यहां खुद कोयला है. इसलिए मैं कहता हूं कि प्रधानमंत्री जी… आप प्रधानमंत्री नहीं बल्कि अपने साहूकार दोस्तों का सेल्समैन बनकर काम कर रहे हैं.’ इस दौरान KCR ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी ही स्टाइल में सवाल पुछा कि, ‘प्रधानमंत्री जी, अगर आपके खून में एक बूंद भी ईमानदारी है. सच्चाई है… तो एक सवाल कर रहा हूं उसका उत्तर दीजिए. आपके खिलाफ श्रीलंका में क्यों जन आंदोलन चल रहा है?’
आपकी सरकार से नहीं है कोई खुश- KCR
KCR ने आगे कहा कि, ‘आपने श्रीलंका में जाकर प्रधानमंत्री नहीं बल्कि एक छोटे से व्यापारी के सेल्समैन की भूमिका निभाई. आपके कारनामों की वजह से आज देश को शर्मसार होना पड़ रहा है. सिर झुकाना पड़ रहा है. अगर आप थोड़े से भी ईमानदार हैं तो सामने आकर इसका जवाब दीजिए. आपने देशवासियों के सामने मेक इन इंडिया का नारा दिया था लेकिन मैं पूछना चाहूंगा कि क्या इसका कोई नतीजा निकला? आपके डर से, आपकी नीतियों से पूंजीपति अपने निवेश को लेकर देश से भाग रहे हैं. मेक इन इंडिया में कुछ नहीं हुआ. ये बिल्कुछ सफेद झूठ था.’ पीएम मोदी की देश के अन्य प्रधानमंत्रियों से तुलना करते हुए KCR ने कहा कि, ‘मोदी जी… आपकी सरकार आने के बाद से कोई खुश नहीं है. सिवाय आपके भाषणबाजी, झूठे प्रचार, अखबारी प्रचार के. नरेंद्र मोदी देश के 15वें प्रधानमंत्री हैं एवं इसके पहले 14 प्रधानमंत्री थे, लेकिन किसी के कार्यकाल में देश की मान मर्यादा इतना नहीं गिरी जितना मोदी जी के कार्यकाल में गिरी है.’
दिन ब दिन बढ़ती जा रही है पीएम मोदी की तानाशाही- KCR
सभा को संबोधित करते हुए KCR ने कहा कि, ‘आपने किसानों की आय दोगुना करने के लिए कहा था, लेकिन आय तो नहीं बढ़ी, कर्ज जरूर बढ़ गया. प्रधानमंत्री जी आप आवाज ऊंची करके बात करते हो… जो मन में आए बोल देते हो… आगे ये नहीं चलेगा देश में. आपने देश की जनता से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया. आप अपने आप की तारीफ करते हो लेकिन दूसरी ओर आज हर चीज में देश का मान मर्यादा खत्म होती जा रही है. आपकी तानाशाही दिन ब दिन बढ़ती जा रही है जो देश के लिए खतरा है.’ KCR यहीं नहीं रुके उन्होंने एक के बाद एक कई सवालों के साथ पीएम मोदी पर निशाना साधा. KCR की हिंदी देख वहां मौजूद राष्ट्रपति प्रत्याशी यशवंत सिन्हा भी चकित नजर आए. लेकिन क्या KCR आने वाले दिनों में भी इसी तरफ हिंदी का सहारा लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधेंगे ये देखने वाली बात होगी.