Politalks.News/SachinPilot. नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को मिले समन और राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस पुरे देश में आंदोलनरत है. आज भी कांग्रेस ने देश के कई राज्यों में ED के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसी कड़ी में शुक्रवार को राजधानी जयपुर में भी पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नेतृत्व में ED के खिलाफ कलेक्ट्री सर्किल पर कांग्रेस ने हल्ला बोल प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला भी जलाया. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि, ‘कांग्रेस पार्टी और हमारे नेतृत्व के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है. 7 साल पुराने केस को खंगालकर सिर्फ ये संकेत दिया जा रहा है कि जो भाजपा का विरोध करेगा और केन्द्र सरकार का विरोध करेगा, उसकी आवाज को मसल देंगे, कुचल देंगे.’
राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही पूछताछ को लेकर देश की सियासत गरमा गई है. आज प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन किया. राजधानी जयपुर में भी राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई के विरोध में कलक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध में पुतला भी दहन किया लेकिन वह एकाएक भीड़ की तरफ गिर गया लेकिन समय रहते लोग इधर-उधर हो गए नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में लाल चंद कटारिया, महेश जोशी, प्रताप सिंह खाचरियावास सहित कई विधायक एवं हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहें. इस दौरान सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे भी लगे.
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प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए सचिन पायलट ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. पायलट ने कहा कि, ‘राजस्थान समेत समुचित राज्यों के अंदर कांग्रेस पार्टी सड़कों पर आज आई है और इसका मुद्दा बड़ा स्पष्ट है कि सरकार की जो दमनकारी नीति है, राजनीतिक प्रेशर जो एजेंसियों के ऊपर है वह सब को दिख रहा है. आज जिस प्रकार ईडी ने द्वेषपुर्ण भावना के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी को प्रताड़ित करने की जो ठान ली है आज हम सब कांग्रेस जन उसका विरोध करते हैं.’ वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत पर हुई सीबीआई के छापे को लेकर पायलट ने कहा कि, ‘सीबीआई ने आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के यहां जो रेड की जो छापेमारी की है वह इस बात का प्रतीक है कि तमाम एजेंसीज चाहे इनकम टैक्स हो, सीबीआई हो, ईडी हो, यह सभी एजेंसीज राजनीतिक दबाव में काम कर रही है.’
सचिन पायलट ने कहा कि, ‘नेशनल हेराल्ड केस में ना तो कोई FIR हुई है ना कोई आरोप लगा है ना कोई हमने धोखाधड़ी करी है. लेकिन 7 साल पुराने केस को खंगाल कर सिर्फ संकेत देना चाहते हैं कि जो भाजपा का विरोध करेगा केंद्र सरकार का विरोध करेगा उसकी आवाज हम दबा देंगे, मसल देंगे, कुचल देंगे. लेकिन पूरे देश का कांग्रेसजन संगठित एकजुट है. हर कीमत पर सच्चाई की लड़ाई लड़ेंगे न्याय की लड़ाई लड़ेंगे और केंद्र की सरकार की जो दमनकारी नीति है उसके खिलाफ हम मोर्चा जारी रखेंगे.’
पायलट ने आगे कहा कि, ‘कांग्रेस पार्टी का विरोध इन संस्थाओं का राजनीतिककरण करने के खिलाफ है. जो राजनीतिक में जो ज्वलंत मुद्दे है जैसे महंगाई के भ्रष्टाचार के, बेरोजगारी के, भुखमरी के, प्रेस की स्वतंत्रता के, इन सब मुद्दों पर कोई बात करना ही नहीं चाहता.’ केंद्र की अग्निपथ योजना का जिक्र करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि, ‘अभी 2 दिन पहले भारत सरकार ने योजना बनाई और 2 करोड़ बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की बात कही और अंत में जाकर उन्होंने घोषणा अग्नीपथ योजना की करी. सरकार ने युवाओं को अग्निवीर नाम दिया और वो आज पुरे देश में आंदोलन कर रहा है. सरकार को हमने कल भी सचेत किया था सरकार अपने गिरेबान में झांक कर देखे भारत के नौजवानों के साथ धोखा और खिलवाड़ करने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है.’
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पायलट ने कहा कि, ‘भारत की सेना जिस पर हम सब को फक्र है. हमारे वीरों ने शहादत देकर इस सेना का नाम रोशन किया है. दुनिया में भारतीय सेना का नाम सबसे ऊपर आता है. लेकिन सिर्फ 46000 लोगों को एक संविदा पर भर्ती कर रहे हैं. यह योजना देश के नौजवानों के साथ खिलवाड़ है. भारत की सेना की जो भर्ती प्रक्रिया उसके साथ खिलवाड़ है और भारत सरकार को स्पष्ट करना चाहिए 2 साल कोरोना का बहाना लेकर आपने भर्तियां नहीं निकाली औरआज अग्नीपथ के नाम पर भविष्य में सेना की सारी भर्तियों को रोकना चाहते हैं.’
सचिन पायलट ने आगे कहा कि, ‘यह लोग बोलते है किसानों के भले के लिए हम तीन कानून लेकर आ रहे हैं सैकड़ों किसानों की जान चली जाने के बाद भी जब आंदोलन नहीं रुका तो एक साल के बाद सरकार ने हाथ जोड़कर माफी मांगी. सरकार ने कहा कि हम इन कानूनों को वापस ले रहे हैं. अभी कह रहे हैं नौजवानों की भलाई के लिए कर रहे हैं तो नौजवान सड़कों पर क्यों है इसको भी वापस लेना पड़ेगा. पहले किसानों के साथ खिलवाड़ किया अब नौजवानों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. हम जानते हैं यह सरकार ने सुनना बंद कर रखा है यह जमीन की आवाज सुनना पसंद नहीं करती है.