Politalks.News/AgnipathScheme. सेना भर्ती को लेकर केंद्र सरकार की नई परियोजना अग्निपथ को लेकर देश भर के युवाओं में आक्रोश व्याप्त है. बिहार, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, हिमाचल, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश सहित देश के कई राज्यों में युवा आज तीसरे दिन भी सड़कों पर हैं. धीरे धीरे इन युवाओं का विरोध प्रदर्शन अब और भी ज्यादा उग्र हो चला है. आज सुबह ही बड़ी संख्या में युवा प्रदर्शनकारी तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे. इस दौरान भीड़ ने जमकर तोड़फोड़ की और ट्रेन में आग लगा दी. आंदोलनकारियों ने पत्थरबाजी भी शुरू कर दी जिसे कंट्रोल करने के लिए सुरक्षा बलों को फायरिंग करनी पड़ी. वहीं बिहार की राजधानी पटना समेत 25 जिलों में आज भी जमकर उपद्रव हुआ. दानापुर और लखीसराय स्टेशन समेत आधा दर्जन से अधिक स्टेशनों पर आगजनी की गई. वहीं केंद्र की इस योजना के विरोध में RJD ने कल बिहार बंद का आह्वाहन किया है. हालांकि सरकार ने इस साल 2022 के लिए अभ्यर्थियों को 2 साल की आयु सीमा में छूट की घोषणा भी कर दी है, लेकिन युवा अपनी अन्य मांगों को मनवाने के लिए अड़े हुए हैं.
आपको बता दें, केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के तहत मचे बवाल के बाद देर रात रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि, ‘इस स्कीम के तहत भर्ती के लिए अधिकतम आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 साल कर दी है. हालांकि ये ढील केवल इसी साल यानी 2022 की भर्ती प्रक्रिया के लिए की गई है.’ बावजूद इसके देश के युवा समझने को तैयार नहीं है. अब धीरे धीरे युवा बेरोजगारों के निशाने पर बीजेपी के नेता भी आने लगे हैं. बिहार में जहां सबसे पहले इस योजना के विरोध में प्रदर्शन किया गया वहीं पर प्रदर्शनकारियों ने सूबे की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष संजय जायसवाल के घर पर हमला कर दिया. हालांकि दोनों ही नेताओं को किसी तरह की कोई चोट नहीं आई. वहीं भाजपा विधायक विनय बिहारी की गाड़ी पर पथराव किया गया. सासाराम और मधेपुरा में भाजपा दफ्तर को प्रदर्शनकारियों ने फूंक दिया. एक दिन पहले नवादा में भाजपा कार्यालय को जला दिया गया था.
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मिली जानकारी के अनुसार बेरोजगार युवाओं का जो सबसे ज्यादा उग्र प्रदर्शन है वो बिहार में हो रहा है. बिहार में अब तक सुबह से 8 ट्रेनों को बेरोजगार युवाओं ने अपना निशाना बनाया है. समस्तीपुर में 2, लखीसराय में 2, दानापुर, फतुहा, आरा और सुपौल में एक-एक यात्री ट्रेन में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी. वहीं, बक्सर और नालंदा समेत कई जिलों में रेलवे ट्रैक पर आगजनी की गई है. वहीं बात करें राजस्थान की तो भरतपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मी को लहूलुहान कर दिया. आंदोलन के कारण 200 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. पूरे देश में 35 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जबकि 13 को कुछ समय के लिए रद्द किया गया है.
वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने अग्निवीरो की भर्ती प्रक्रिया को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी है. जनरल मनोज पांडे ने कहा कि, ‘अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है. अगले 2 दिनों के भीतर joinindianarmy.nic.in पर नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. उसके बाद हमारे सेना भर्ती संगठन पंजीकरण और रैली का विस्तृत कार्यक्रम घोषित करेंगे. वहीं, भारत वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा- वायु सेना के लिए भर्ती प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी. वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘अग्निपथ – नौजवानों ने नकारा, कृषि कानून – किसानों ने नकारा, नोटबंदी – अर्थशास्त्रियों ने नकारा, GST – व्यापारियों ने नकारा, देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्यूंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता.’
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार द्वारा साल 2022 के लिए नियमों में किये गए बदलाव को लेकर सनिष्णा साधा. प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ’24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा, मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है. नरेंद्र मोदी जी इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए, एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए. सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए.’ वहीं इस पूरी योजना को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि, ‘पिछले 2 साल में सेना में युवाओं को भर्ती होने का अवसर नहीं मिल पाया था. इसलिए प्रधानमंत्री ने अग्नि वीरों की भर्ती की आयु सीमा को इस बार बढ़ाकर 21-23 साल कर दिया. यह एक बार की छूट है. इससे बहुत से नौजवानों को अग्नि वीर बनने की पात्रता मिल जाएगी. भर्ती प्रक्रिया कुछ ही दिनों में शुरू होने जा रही है. मैं सभी नौजवानों से अपील करता हूं कि वे सेना में भर्ती होने की तैयारी करें.’ वहीं किसान आंदोलन में लोहा मनवा चुके भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की भी इस पुरे मामले में प्रतिक्रिया सामने आई है. राकेश टिकैत ने कहा कि, ‘पहले मोदीजी ने किसानों (खेती) को कॉन्ट्रैक्ट पर लाने की असफल कोशिश की, अब देश के नौ-जवानों (अग्निवीरों) को कॉन्ट्रैक्ट पर लाने जा रहे हैं. न पहले किसान झुका था न अब नौ-जवान झुकेगा. जय किसान, जय नौ-जवान.’