जो दीप मैंने जलाया है वह किसी आंधी-तूफ़ान से बुझने वाला नहीं- वसुन्धरा राजे को बधाई देने उमड़ा जनसैलाब

मैं संगठन के सिपाही के रूप में पीएम मोदी जी के मार्गदर्शन व नड्डा जी के नेतृत्व में विचारधारा की मशाल लेकर बढ़ रहीं हूं आगे, राजस्थान के माथे पर विकास का मुकुट लगाने से उन्हें नहीं रोक सकता कोई, जिन्हें जनता की सुरक्षा के लिए चुना था, वे पूरे समय कुर्सी की सुरक्षा में ही लगे रहे- पूर्व सीएम वसुंधरा राजे

Vasundhara Raje in Salasar Dham:
Vasundhara Raje in Salasar Dham:

Vasundhara Raje in Salasar Dham: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया ने शनिवार को चूरू जिले के सालासर बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना की, सुंदरकांड पाठ किए और यज्ञ में आहुतियां देकर अपने जन्मदिन की शुरुआत की. वहीं पूजा पाठ के बाद एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए इशारों में अपने धुर विरोधियों पर जमकर निशाना साधा. पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने कहा कि, ‘मैं संगठन के सिपाही के रूप में पीएम मोदी जी के मार्गदर्शन व नड्डा जी के नेतृत्व में विचारधारा की मशाल लेकर आगे बढ़ रहीं हूं. मैंने जो बालाजी की आस्था और जनता के आशीर्वाद का जो दीप जलाया है, वह किसी आँधी-तूफ़ान से बुझने वाला नहीं हैं. राजस्थान के माथे पर विकास का मुकुट लगाने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता. मैडम राजे की सभा में पहुंचने वालों की संख्या का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि सालासर के चारों तरफ़ 15-15 किलोमीटर तक लंबा जाम लगा रहा.

शनिवार सुबह सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चूरु के सालासर बालाजी के शरण में पहुंची और सालासर मंदिर में पूजा अर्चना की सुंदरकांड पाठ किए और यज्ञ में आहुतियां दी. उनके साथ सांसद दुष्यंत सिंह भी मौजूद रहे. इसके बाद मैडम वसुंधरा राजे ने अंजनी माता ग्राउंड में जनसभा को संबोधित किया. इससे पहले मंदिर में मीडिया से मुखातिब होते मैडम राजे ने कहा कि मैंने हर जन्मदिन को विशेष रुप से मनाया है और इस दौरान विभिन्न धर्म स्थलों पर जाकर पूजा-अर्चना करती हूं सभी मंदिरों में भक्ति में लोगों की आस्था है और मेरे मन में भी बहुत आस्था है और हनुमान जी की मैं बहुत बड़ी उपासक हूं. इसलिए आज उनके चरणों में आई हूं. एक समय था जब हम अकेले जन्मदिन बनाते थे छोटे से परिवार में जन्मदिन मनाते थे मेरा बड़ा सौभाग्य है कि मेरा छोटा सा परिवार इतना बड़ा परिवार हो गया है. राजस्थान के कोने कोने से सब लोग आए हैं. प्यार आशीर्वाद लेकर आए हैं, मेरा सौभाग्य इसीलिए मैंने आज उनके सामने प्रार्थना किए कि इन सब को इन सब के परिवार के लोगों को पूरे राजस्थान राजस्थान के तरकि प्रगति विकाश के रास्ते पर ले जाएं.

यह भी पढ़ें: मानहानि का केस दर्ज करवाने जा रहे गजेंद्र सिंह पर गहलोत बोले- ऐसे घपलेबाज को मोदी ने बना रखा है मंत्री

वहीं जनसभा में उपस्थित विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. मैडम राजे ने कहा जिन्हें जनता की सुरक्षा के लिए चुना, वे पूरे समय कुर्सी की सुरक्षा में लगे रहे. राजस्थान अराजकता के माहौल में जल रहा है और सीएम चैन की नींद सो रहें हैं. यह आग उनकी कुर्सी तक पहुँचेगी, न उनकी कुर्सी बचेगी और न उनकी सरकार. एक तरफ नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश अमृतकाल मना रहा है. वहीं दूसरी ओर राजस्थान में अराजकता के कारण जनता खून के आसू पी रही है. चिरंजीवी योजना में 33 लाख मरीज़ों में से 100 मरीज़ों को भी पूरा क्लेम व 12 हज़ार भी में एक मरीज़ पर खर्च नहीं हुए. बीसियों बार पेपर लीक के कारण युवा याचक बन कर सरकार से न्याय माँग रहें हैं, जबकि सरकार पेपरलीक के मास्टर माइंड को नहीं पकड़ रही. कांग्रेस ने साढ़े चार साल एक दूसरे को पछाड़ने में लगा दिए. राजस्थान पिछड़ गया. सहकारी बैंकों से लोन लेने वाले किसानों की बीमा राशि ही जमा नहीं कराई.

पूर्व सीएम मैडम राजे ने आगे कहा यहां वे लोग आयें है जो हर दौर में उनके साथ खड़े रहे हैं. कितनी ही बाधायें आई, कितनी ही अड़चने आई, इन्होंने कभी साथ नहीं छोड़ा बल्कि चट्टान बन कर खड़े रहे. मैडम राजे ने कहा कि उनकी माँ ने सिखाया कि राजस्थान के लिए प्राण भी चले जाए तो कम है. अटल जी ने कठिन परिस्थितियों में भी डटे रहने का साहस और भैरौं सिंह जी ने आत्मविश्वास से सींचा.

यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री ने आपको कहा होगा, इस विपक्ष के विधायक को आज ही मारना है?- महर्षि के भंडारी पर गंभीर आरोप

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आगे कहा कि 2003 में जनता ने भाजपा को पहली बार 120 और 2013 में 163 देकर सरकार बनाई. उनकी सरकार ने बीमारु प्रदेश को अग्रणी प्रदेश बनाया, पर दो बार कांग्रेस की अल्पमत सरकार ने विकास की जो इमारत हमने बनाई थी, उसे ढहा दिया. इसके बाद मैडम राजे ने हनुमान चालीसा की दो पंक्तियां के साथ अपने भाषण का समापन किया- ’राम दुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिनु पैसारे, सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहूं को डरना…’ इसके बाद विशाल जन समूह ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ भी किया.

वहीं जयपुर में विधानसभा घेराव के भाजपा के आयोजन और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के आयोजन में भीड़ को लेकर आकलन के सवाल पर मैडम राजे ने कहा कि यह मेरा विषय नहीं है. ना हम किसी के तुलना कर रहे हैं. यहां पूरा परिवार है. मैं एक समय सोचा करती थी जब भी आऊंगी राजस्थान में मैं सबको 36 की 36 कोम को सब मजहब को एक सूत्र में पिरो कर रखूंगी, आज मुझे लगता है कि कुछ तो सक्सेस हुआ है आज जो लोग आए हैं हर जिले से हर हर विधानसभा क्षेत्र से अलग-अलग धर्म और समाज के सभी लोग आए हैं.

Leave a Reply