केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सियासी अदावत हुई तेज, एक ओर जहां मंत्री गजेंद्र सिंह सीएम गहलोत के खिलाफ दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में आज मानहानि का केस दायर करने की कर रहे हैं तैयारी, गजेंद्र सिंह ने संजीवनी घोटाले में उनके परिवार के बारे में की गई बयानबाजी को बनाया है केस का आधार, सीएम गहलोत ने 21 फरवरी को सचिवालय में बजट की समीक्षा बैठक के बाद दिया था बड़ा बयान, कहा था कि संजीवनी घोटाले में गजेंद्र सिंह के मां-बांप, पत्नी सहित पूरा परिवार है शामिल, वहीं सीएम गहलोत ने मानहानि केस का स्वागत करते हुए गजेंद्र सिंह पर किया जोरदार पलटवार, कहा- मुझे अफसोस इस बात का है कि ऐसे घपलेबाज को पीएम मोदी ने बना रखा है मंत्री, ऐसे घपलेबाज को आप कैसे रख सकते हैं अपने मंत्रिमंडल में, यह तो सब कागजों में है कि घपला हुआ है, जिस पर केंद्र सरकार ने बैठा रखा है लिक्विडेटर, इस आदमी को शर्म भी नहीं आती, संजीवनी घोटाले में पीड़ितों से नहीं करता है बात तक, गजेंद्र सिंह के मानहानि केस का स्वागत है, कम से कम इस बहाने केस बढ़ेगा आगे, संजीवनी घोटाले में लाखों डूबा चुके गरीबों का होगा भला, वो पैसा कहां गया है, इथोपिया में गया है, गबन हुआ है, उनके खुद के लोग बैठे हुए हैं जेल में, वो गजेंद्र सिंह खुद मुल्जिम है, उनकी पत्नी, साले, उनके पिताजी का नाम है, उनकी माताजी का देहातं हो गया, उनका नाम है, यह हकीकत है, इन्हें शर्म आनी चाहिए कि मंत्री बनने के बाद जिम्मेदारी बढ़ जाती है, तो आगे बढ़कर बात करते, संजीवनी के लोग बैठे हैं जेलों में, ईडी ही संजीवनी की प्रोपर्टी कर सकती है जब्त, अगर हमें अधिकार होता तो कब की प्रोपर्टी जब्त करके चुका देते पीड़ितों का पैसा, अब मानहानि केस के बहाने अब कम से कम राष्ट्रीय स्तर पर यह घोटाला आएगा चर्चा में, प्रधानमंत्री और अमित शाह के ध्यान में आएगा मामला, ईडी छापे के लिए संजीवनी केस परफेक्ट है,देश भर में छापे डाल रही ईडी संजीवनी पर क्यों नही डाल रही?