Politalks.News/UttarPradeshAssembly. उत्तरप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. इस दौरान शुक्रवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर भाषण दिया. अपने भाषण के दौरान सीएम योगी ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और उनके दल समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. तो वहीं प्रसपा प्रमुख एवं चाचा शिवपाल यादव की सीएम योगी ने तारीफ भी की. इस दौरान सदन में जमकर ठहाके भी लगे जिसे देख खुद अखिलेश यादव भी अपनी हंसी रोक नहीं पाए. तो वहीं सीएम योगी के भाषण के समाप्त होने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘नेता सदन को मेरे चाचा की बहुत चिंता है और अब तो होड़ लगी हुई है कि शिवपाल जी चाचा किसके हैं.’ वहीं अखिलेश यादव ने इस दौरान सीएम योगी पर जमकर निशाना भी साधा.
नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं, जमीं पर सितारों की बात करते हैं…- योगी
शुक्रवार को उत्तरप्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए अपने भाषण का आरंभ में एक शेर पढ़ते हुए कहा कि, ‘नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं, जमीं पर सितारों की बात करते हैं…! वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले, भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं..! इसी तरह इशारों इशारों में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के जरिये विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘अभिमान तब आता है, जब हमें लगता है कि हमने कुछ किया है, और सम्मान तब मिलता है, जब दुनिया को लगता है कि आपने कुछ किया है. हम ढिंढोरा पीट-पीट कर यह नहीं कहते थे कि हमने मेट्रो चला दी, एक्सप्रेसवे बना दिया. जनता जानती थी कि कौन शिलान्यास कर रहा है और कौन उद्घाटन कर रहा है. कौन राशन दे रहा है, कौन अपराधों को नियंत्रण कर रहा है. ये जनता जनार्दन जानती थी और इसलिए तमाम अफवाहों को दरकिनार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व पर विश्वास किया और सरकार को पुन: आने का अवसर दिया.’
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मीठा-मीठा गप्प और कड़वा-कड़वा थूथू- योगी
सदन को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘सरकार ने हर क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है. किसानों, बेरोजगारों और श्रमिकों के लिए हमने तमाम योजनाएं बनाई हैं. कोविड काल में एक भी श्रमिक भूखा नहीं सोया.’ इस दौरान सीएम योगी ने छात्रों को मोबाइल फोन और टैबलेट देने की योजना का भी उल्लेख किया.’ विपक्ष की चुटकी लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि, ‘मीठा-मीठा गप्प और कड़वा-कड़वा थू’, यह प्रवृत्ति बड़ी विचित्र स्थिति पैदा कर देती है. हम जीते तो अच्छा है और बीजेपी जीत जाए तो ईवीएम में गड़बड़ी कर दी गई है. समस्या के दो ही समाधान होते हैं, दोनों का नाम एक ही है- ‘भाग लो’. हमें हमारा नेतृत्व एक ही बात के लिए हमेशा आगाह करता है कि हमारा मिशन केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं, हमारा मिशन देश होना चाहिए, देश के हित के लिए कार्य करना होना चाहिए.’
राष्ट्रवादी होने का आरोप लगने पर हमें होती है गर्व की अनुभूति- योगी
पूर्ववर्ती सपा सरकार पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि, ‘पिछली सरकारों के समय में थाना और तहसील गिरवी रख दिए जाते थे, मगर भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता अनावश्यक सिफारिश के लिए किसी थाने या तहसील में नहीं जाता है. अरे हमें तो गर्व की अनुभूति होती है जब हम पर ‘राष्ट्रवादी होने का आरोप’ लगाया जाता है.’ वहीं अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव की जमकर तारीफ की. सीएम योगी ने कहा कि, ‘शिवपाल यादव जी ने अपने विधानसभा क्षेत्र में टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे हैं. उनको मैं धन्यवाद देना चाहता हूं. मेरा ऐसा मानना है कि सदन में मौजूद अन्य पक्षों के विधायकों को इस काम तेजी से आगे बढ़ाना चाहिए. हम 12 लाख युवाओं को मोबाइल और टैबलेट दे चुके हैं और दो करोड़ युवाओं को देने जा रहे हैं, लेकिन विपक्ष को लगता है कि सरकार काम ही नहीं कर रही.
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पास-पास होकर भी आप साथ-साथ नहीं, यही आपकी सबसे बड़ी विफलता- योगी
सीएम योगी ने लोहिया के मुद्दे पर भी समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को घेरने का काम किया. उन्होंने कहा कि, ‘लोहिया पर सिर्फ शिवपाल जी के लेख ही कभी कभार देखने को मिल जाते हैं, और किसी सपाई को लोहिया याद नहीं हैं.’ इस दौरान चाचा भतीजे के रिश्तों में इन दिनों देखि जा रही खटास को लेकर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘पास-पास होकर भी आप साथ-साथ नहीं, हम पास-पास भी हैं और साथ-साथ भी, यही आपकी सबसे बड़ी विफलता है.’ वहीं सीएम योगी ने अखिलेश यादव द्वारा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर दिए तीखे बयान पर कहा कि, ‘यह मंच व्यक्तिगत आरोपों का मंच नहीं है. चौराहे वाली भाषा का उपयोग सदन में नहीं होना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि ‘सदन में किसी भी सदस्य के शब्द भले ही कुछ भी हों, लेकिन मन में किसी के भी द्वेष नहीं होना चाहिए. चूहा जिस घर में होता है, वहीं का अन्न खाता है और बाद में नींव भी खोखली करता है. इसलिए हमें राष्ट्रवादी होने पर गर्व है.’
बिना सामाजिक न्याय के राम राज्य है अधूरा- अखिलेश
वहीं सीएम योगी के संबोधन के समाप्त होने के बाद सपा प्रमुख एवं सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘नेता सदन को मेरे चाचा की बहुत चिंता सताती है. अब तो पुरे सदन में ये होड़ लगी हुई है कि शिवपाल जी चाचा किसके हैं.’ अखिलेश के इस बयान पर सदन में जमकर ठहाके लगे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘नेता सदन को राम मनोहर लोहिया कि हिन्दू बनाम हिन्दू किताब देनी पड़ेगी. बिना सामाजिक न्याय के राम राज्य अधूरा है. लोहिया को इन्होंने पढ़ा नहीं है और बार बार उनका नाम ले रहे हैं. नेता सदन ने वैक्सीन लगवाया फिर भी संक्रमण हो गया ये अजब है. मैं और नेता सदन दोनों को कोरोना हुआ लेकिन उन्होंने वैक्सीन लगवा ली और अगर सर्टिफिकेट में किसी की तस्वीर नहीं लगी होती तो मैं भी वैक्सीन लगवा लेता.’
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वहीं सदन से बाहर आने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘BJP चाहती है कि असल मुद्दों पर बहस ना हो. आखिर बेरोजगारी कब दूर होगी? इतनी भर्तियां निरस्त हो गई जिनके पेपर लीक हुए, इस बहस पर मैं नहीं जाना चाहता. बहस के मुद्दे दूसरे बनाने की कोशिश होगी लेकिन हमारी और विपक्ष की कोशिश होगी कि सरकार को मुद्दे पर रखे. ‘ पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि, ‘समाजवादी पार्टी इस पक्ष में है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए, जब सरकार कह रही है हम डेटा सेंटर बनाएंगे, डेटा सेंटर के लिए निवेश कर रहे हैं तो सरकार आगे क्यों नहीं आती है कि जातीय जनगणना भी करें.’