चुनाव आयोग (Election Commission) में देश की चार विभिन्न विधानसभा चुनावों (By Election-2019) पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित कर दिए हैं. इनमें त्रिपुरा की बधरगड और उत्तर प्रदेश की हमीरपुर सीटें भाजपा ने वापस जीत ली है. केरल की पाला सीट पर वामपंथी लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) ने जीती है, जबकि छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा सीट कांग्रेस के खाते में चली गई है. त्रिपुरा और उप्र में भाजपा की सरकार है, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है और केरल में वामपंथी मोर्चे की सरकार है. तीनों राज्यों में सत्तारूढ़ पार्टियों ने उप चुनाव जीता है.

केरल की पाला सीट पर हुए चुनाव में एक रिकार्ड टूटा है. यह सीट कांग्रेस समर्थित मोर्चे यूडीएफ के पास थी. केरल कांग्रेस (मणि) के निधन से खाली हुई थी. वह 1965 से लगातार पाला के विधायक रहे. उनके निधन के बाद पाला में सिलसिला टूटा है. सत्तारूढ एलडीएफ के उम्मीदवार एनसीपी के नेता मणि सी कप्पन ने 54,137 वोट हासिल कर अपने निकट प्रतिद्वंद्वी यूडीएफ समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार जोस टॉम पुलिक्कुनेल को 2943 वोटों से हरा दिया. भाजपा उम्मीदवार एन हरि को 18,044 वोट मिले. वह तीसरे स्थान पर रहे.

त्रिपुरा में अगरतला की बधरगड सीट पर भाजपा के मिमी मजूमदार ने माकपा के बल्टी बिस्वास को 5276 वोटों से हराया. बिस्वास नगर निगम के पार्षद हैं. चुनाव जितने वोट पड़े थे, उनमें से 446 फीसदी वोट मजूमदार को मिले. हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में दोनों उम्मीदवारों को उप चुनाव से ज्यादा वोट मिले थे.

उत्तर प्रदेश की हमीरपुर सीट भाजपा विधायक अनूप कुमार चंदेल को हत्या के आरोप में उम्र कैद की सजा होने के बाद खाली हुई थी. इस सीट पर भाजपा के युवराज सिंह सपा के डॉ. मनोज कुमार प्रजपति को अच्छे अंतर से हराकर जीत ली है. युवराज सिंह को 74,409 वोट मिले, जबकि डॉ. प्रजापित को 56,542 वोट मिले.

छत्तीसगढ़ की सुरक्षित दंतेवाड़ा सीट पहले भाकपा के पास थी. विधायक भीमा मंडावी के निधन से खाली हुई थी. अप्रैल में नक्सली हमले में विधायक भीमा मंडावी की मौत के कारण यह सीट खाली हुई थी. उप चुनाव में दंतेवाड़ा सीट भाकपा के हाथ से निकल गई है. पूर्व कांग्रेस विधायक देवी कर्मा को 50,028 वोट मिले, जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के ओजस्वी मंडावी को 38,838 वोट मिले. भाकपा उम्मीदवार भीमसेन मंडावी को 7664 वोट मिले और वह तीसरे स्थान पर रही. उप चुनाव जीतने वाली देवी कर्मा के पति महेन्द्र कर्मा की भी 2003 में नक्सली हमले में मौत हो गई थी.

Leave a Reply