गहलोत सरकार बचाकर की गलती! गांधी परिवार के बाद केवल पायलट जो जुटा सकते हैं भीड़- बैरवा

मुख्यमंत्री गहलोत ने तो सवाईमाधोपुर में यह बिलकुल ही क्लीयर कर दिया जो 3 लोग जयचंद थे, उन लोगों ने पल-पल की खबर दी तो वो आज सरकार में ज्यादा महत्वपूर्ण हो गए, इससे जो 102 लोग 35-35 दिन तक 3 बार सरकार के साथ रहे, उनके दिलों में पहुंची है चोट, हमने शायद सरकार को बचाने में जो मेहनत की है, वो गलत की- खिलाड़ी लाल बैरवा

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Politalks.News/Rajasthan. ‘कांग्रेस में गांधी परिवार के अलावा सचिन पायलट ही ऐसे नेता हैं जो भीड़ जुटा सकते हैं, जैसा उनका कद है, उस हिसाब से सम्मान मिलना ही चाहिए, ये जनता की आवाज है कि अब पायलट को मुख्यमंत्री पद मिले….‘ ये कहना है राजस्थान SC आयोग के अध्यक्ष और धौलपुर के बसेड़ी से कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा का. यह पहला मौका नहीं है जब खिलाड़ी लाल बैरवा ने पायलट के समर्थन में खुलकर बयान दिया है. सियासी संकट के समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ रहने वाले खिलाड़ी लाल बैरवा ने आज एक बार फिर अपनी नाराजगी भी जाहिर की, साथ ही सीएम गहलोत को आगामी विधानसभा चुनाव जीतने का फार्मूला भी बता दिया. बैरवा ने जालौर के स्कूली छात्र की शिक्षक द्वारा कथित पिटाई के बाद हुई मौत का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘ये भावनाओं से जुड़ा मुद्दा है इसमें मैं चाहता हूँ 50 लाख रुपए और परिवार के 2 लोगों को नौकरी दी जाए. विधानसभा चुनाव आ रहे हैं और अगर इस कम्युनिटी का 100 फीसदी वोट लेना है, तो ये दो काम कर दे.’

आपको बता दें, सोमवार को 15वीं विधानसभा के 7वें सत्र का दूसरा चरण का पहला दिन विपक्ष के हंगामें की भेंट चढ़ गया. वहीं सदन में उम्मीद लगाकर बैठे खिलाड़ी लाल बैरवा उस समय सरकार नाराज हो गए, जब सोमवार को भी राजस्थान एससी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के लिए विधानसभा में सरकार ने कोई बिल नहीं रखा. ऐसे में कांग्रेस विधायक ने अपनी ही सरकार को फिर से घेरा एवं कई मुद्दों पर अपनी बात भी रखी. सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद खिलाड़ी लाल बैरवा ने सदन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, एक जिक्र चला था कि जयचंद और रायचंद कौन-कौन हैं. मुख्यमंत्री ने तो सवाईमाधोपुर में यह बिलकुल ही क्लीयर कर दिया कि जयचंद और रायचंद क्या होते हैं. हमें ये पीड़ा जरूर हुई है कि जो 3 लोग जयचंद थे, उन लोगों ने पल-पल की खबर दी तो वो आज सरकार में ज्यादा महत्वपूर्ण हो गए.

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खिलाड़ी लाल बैरवा ने आगे कहा कि, ‘इस तरह के बयानों से जो 102 लोग 35-35 दिन तक 3 बार सरकार के साथ रहे. उनके दिलों में चोट पहुंची हैं. हमने शायद सरकार को बचाने में जो मेहनत की है, वो गलत की है.’ वहीं जब बैरवा से सवाल पुछा गया कि, ‘जयचंदों-रायचंदों की बात हुई मुख्यमंत्री ने सवाईमाधोपुर में बता दिया कि जो सीक्रेट थे, वो इन लोगों ने बता दिए थे ?’ तो बैरवा ने कहा कि, ‘ये तो सब जानते हैं, मुझसे क्या पूछते हो, ये तो सब दुनिया देख रही है. सब पूछते हैं ये क्या हुआ, उसे फायदा हुआ या नुकसान हुआ. लेकिन इसका मुझे मालूम नहीं है, ये तो मुख्यमंत्री जानें या विधायक जानें.’ जब खिलाड़ी लाल बैरवा से पुछा गया कि मुख्यमंत्री इस तरह क्यों नाम लेकर अपने ही विधायकों को निपटाने पर तुले हैं?’ तो बैरवा ने कहा कि, ‘वो तो जहां से नाम आया है, वही बताएंगे. वैसे भी जयचंदों की लिस्ट मारे पास नहीं है, वो तो मुख्यमंत्री के पास है.’

वहीं टोंक विधायक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री बनाने का काम तो आलाकमान का है. जो आवाजें उठती हैं वो सामने आती हैं. सचिन पायलट को राजस्थान में नहीं हिन्दुस्तान में लोग जानते हैं. जरूरत पड़ती है और हिन्दुस्तान में किसी नेता के लिए आवाज आती है, तो सचिन पायलट के लिए आती है. इसलिए ये मैं नहीं कह रहा आम जन और आम आवाम कहता है. तय करने काम आलाकमान का है. मुख्यमंत्री किसे बनाना है, नहीं बनाना है, किसे अध्यक्ष बनाना है, वह सब फैसला आलाकमान करेगा.’ वहीं जब पत्रकारों ने सवाल पुछा कि आप क्यों चाहते हैं कि गहलोत कुर्सी छोड़ें?’ तो बैरवा ने कहा कि, ‘हमने कब कहा है गहलोत जी कुर्सी छोड़ें, ये तो आलाकमान चाहेगा जो होगा. ये हमारा कोई इश्यु नहीं है गहलोत जी कुर्सी छोड़ें. गहलोत साहब हमारे सम्मानीय नेता हैं. 3 बार पारी खेल चुके हैं और चौथी पारी की तैयारी भी कर रहे हैं. इसमें सोचने और समझने की बात क्या है. ये तो आलाकमान तय कर लेगा, क्या करना है, क्या नहीं करना है, वही अच्छा होगा.’

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खिलाड़ी लाल बैरवा ने आगे कहा कि, ‘मैं तो वो आदमी हूं जो सच बोलता हूँ. मुझे झुनझुना ना तो पकड़ना पसंद है और ना उसे सहन करना पसंद है. मैं हकीकत में विश्वास करता हूं. आज पूरा हिन्दुस्तान और राजस्थान की पूरी शिड्यूल कास्ट की जनता ये देख रही है और एकता में बंधती जा रही है. निश्चित रूप से ये काम होगा, तो कांग्रेस का बहुत बड़ा फायदा होगा. कितने ही फैसले हुए, कौनसा फैसला है जो पास हुआ है मुझे बता दें. वहां तो यह भी कहा था-पार्टी ने बहुत कुछ दिया,अब लौटाने का टाइम है. कितनों ने लौटाया है, जरा लिस्ट बनाकर बताइए पता चलेगा. तो ये कहने की बात अलग है, करने की बात अलग है. जो कहते हैं वो करना सीख जाएंगे, उस दिन कांग्रेस बहुत आगे बढ़ जाएगी. सचिन पायलट के लिए एसेट की वर्डिंग तो हमारे जनरल सेक्रेट्री इंचार्ज कहते हैं कि वह एसेट है. हमें तो ये देखना है कि चुनाव में पूरे हिन्दुस्तान में उनकी डिमांड रहती है. यूथ, जनरल सभी वर्ग के लोग उनकी बातें सुनने आते हैं. लोग कहते हैं हमारे ऊपर गांधी परिवार के अलावा सचिन पायलट कोई एक नेता है, जो भीड़ जुटा सकता है. जैसा भी उनका कद है उस हिसाब से सम्मान मिलना चाहिए.

वहीं बैरवा से जब सवाल पुछा गया कि, ‘आप SC आयोग अध्यक्ष हैं, आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का आश्वासन सरकार ने दिया था, अब तक क्यों नहीं दिया?’ तो बैरवा ने कहा कि, ‘आज विधानसभा का पहला दिन है. 9 विधेयक पटल पर रखे गए. हमको और हमारे शिड्यूल कास्ट (SC) के 1.50 करोड़ लोगों को यह पूरा विश्वास था और आंखें गड़ाकर देख रहे हैं. जब मुझे पदभार ग्रहण करवाया गया, मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया. इसके बाद जब फाइल चली और उसने स्पीड नहीं पकड़ी. राज्यसभा चुनाव था तब भी हमें आश्वस्त किया गया कि आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाएगा. इसके बाद कार्यवाही चली एक बार फाइल गुम हो गई. फिर से फाइल बनी. मजे की बात यह है कि इससे कुछ दिन पहले CM के आश्वासन के बाद मंत्री टीकाराम जूली ने भी कहा और ये सारे मीडिया-टीवी चैनलों पर चला कि आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद भी आज जब सदन के पटल पर ये आयोग के दर्जे वाली फाइल नहीं आई है, तो बड़ी पीड़ा हुई.’

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खिलाड़ी लाल बैरवा ने आगे कहा कि, ‘मेरी मांग है कि सरकार के पास अभी टाइम है. इन दिनों में SC आयोग की फाइल को कम्प्लीट करवाकर आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए. 1.50 करोड़ लोग इसका इंतजार कर रहे हैं. एक मेघवाल वाला कांड था, उसमें भी लोगों की भावनाएं हैं. मैं आयोग का अध्यक्ष रहते कभी कोई ऐसी मांग नहीं करूंगा, जिसे लेकर सरकार को लगे लेकिन ये भावनाओं से जुड़ा मुद्दा है इसमें मैं चाहता हूं 50 लाख रुपए और दो लोगों को नौकरी दी जाए. सरकार विधानसभा चुनाव में जा रही है. अगर इस कम्युनिटी का 100 फीसदी वोट लेना है, तो ये दो काम कर दे. 100 फीसदी लोगों की भावनाएं कांग्रेस के साथ जुड़ी हुई हैं. अगली सरकार बनाने में इसका बहुत बड़ा योगदान रहेगा.’ वहीं बैरवा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘पार्टी राजस्थान में दोबारा सरकार बनाने वाली है. जो भी गलतफहमी किसी को भी है वो निकाल दीजिए. आपको 30 तारीख तक पता चल जाएगा कि कांग्रेस की पिक्चर क्या है.’

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