Kirodi Lal Meena demand CBI Inquiry in Paper Leak case. राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है और प्रदेश में पेपर लीक एक तरह से आम बात हो चुकी है. ऐसे में अब राजस्थान में जब भी किसी भर्ती परीक्षा का कोई पेपर होता है तो दूर दूर से बच्चे बड़ी मेहनत से पेपर देने आते है, लेकिन होता यह है की उनके आने से पहले या पेपर देते समय खबर आती है की जो पेपर वो दे रहे है वो लीक हो गया है. ऐसे में अब भर्ती आते ही युवाओं को परीक्षा रद्द होने का खतरा रहता है. वही पेपर लीक होने की घटनाएं सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है, तो पेपर लीक को लेकर विपक्ष भी लगातार गहलोत सरकार पर निशाना साध रहा है. हाल ही में राजस्थान में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा लीक मामले में पुलिस धीरे-धीरे अपनी जांच आगे बढ़ा रही है. इस मामले को लेकर बीजेपी के राज्यसभा सांसद और युवाओं की आवाज बन चुके किरोड़ी लाल मीणा लगातार गहलोत सरकार पर गरज रहे है और परिक्षाओं में धांधली को लेकर CBI जांच की लगातार मांग कर रहे है. पेपर लीक मामले को लेकर आज जयपुर में एक बार फिर सांसद किरोड़ी मीणा ने प्रेस वार्ता करते हुए कई बड़े खुलासे किए और साथ ही 19 जनवरी को जयपुर में मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने का ऐलान भी किया है.
आपको बता दें कि राजस्थान में पेपर लीक प्रकरण को लेकर सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आज जयपुर में पिंक सिटी प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए किरोड़ी मीणा ने एक बार फिर पेपर लीक के मुद्दे पर कई बड़े खुलासे करते हुए राजस्थान पुलिस और SOG पर कई गंभीर आरोप लगाए है. प्रदेश में सैकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक आरोपी सुरेश ढाका ऑफ लाइन परीक्षा ही नहीं, ऑन लाइन परीक्षा में धांधली का भी बेताज बादशाह है, मीणा ने आगे बताया कि सुरेश ढाका का लगभग सभी कम्प्यूटर लैबों में सम्पर्क था और राजनैतिक पहुंच से उसके इन लैबों से अच्छे सम्बन्ध हो चुके थे. सुरेश ढाका अपने पार्टनर महेन्द्र विश्नोई को हैकिंग के लिए लैबों में सम्पर्क कराता था. महेन्द्र विश्नोई ने हैकिंग का कोर्स गुडगांव और चीन से किया, जिसमें सुरेश ढाका ने मदद की और महेन्द्र विश्नोई का सम्पर्क विदेशों के हैकर्स से भी है.
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आगे सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने प्रदेश कि SOG पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उस मामले में एसओजी के अधिकारी CI मोहन पोसवाल ने सुरेश ढ़ाका और उसकी टीम से 50 लाख रुपए लिए. सुरेश ढ़ाका का नाम विकास अधिकारी भर्ती में भी आया था. कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में लीक हुआ पेपर सबसे पहले मोहन पोसवाल को मिला. किरोड़ी मीणा ने आगे बताया कि मोहन पोसवाल को ये पेपर इस गिरोह के सरगना ऊदाराम ने दिया था, लेकिन ऊदाराम के पास ये पेपर कहां से आया था, इस बारे में एसओजी ने आज तक कोई सवाल नहीं किया. मीणा ने कहा कि मैं एसओजी के चीफ को ये बताना चाहता हूं कि आपके ये अधिकारी माफियाओं से मिले हुए है.
वही TCS कम्पनी के राजस्थान हैड पर भी सांसद किरोड़ी मीणा ने मिलीभगत के आरोप लगाते हुए कहा कि TCS एजेन्सी में सुरेश ढाका के अच्छे रिश्ते हैं, उनके दोस्त हैकर्स महेन्द्र विश्नोई को TCS ने गुडगांव में जॉब दिया. सुरेश ढाका के नेताओं से अच्छे संबंध हैं. मीणा ने आगे कहा कि सुरेश ढाका के दोस्त हैकर महेन्द्र विश्नोई की मदद से 2019 में यूथ कांग्रेस के चुनाव को ऑनलाइन हैक कर सीएम अशोक गहलोत गुट के सुमित भगासरा को जिताया गया जबकि इनके विरोधी मुकेश भाकर जो सचिन पायलट गुट के हैं, उन्हें हरा दिया. किरोड़ी मीणा ने आगे कहा कि इससे यह साबित होता है कि सुरेश ढाका के CMO तक अच्छे सम्बन्ध हैं इसके अलावा अन्य मंत्रियो और विधायकों से भी उनके अच्छे सम्बन्ध हैं.
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सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आगे अहम जानकारी देते हुए बताया कि उदयपुर पुलिस ने भी ये माना कि ये गाड़ियां तीन बार आई और गई है, तो फिर जाहिर से बात है तीन बार पेपर लीक हुआ है, ऐसे में पेपर रद्द सिर्फ एक ही क्यों हुआ. मीणा ने आगे प्रेस वार्ता में कहा कि मैं आपको एक वीडियो दूंगा उस वीडियो में बुधनारायण प्रजापत जो चौथ का बरवाड़ा निवासी है, जो 21 दिसंबर को जयपुर में पेपर पढ़वा रहा था ये सबूत है कि 21 दिसंबर का भी पेपर लीक हुआ है, इसके अलावा 22 दिसंबर के पेपर लीक से जुड़ा एक ऑडियो भी मीडिया में सार्वजनिक करुंगा.
दिग्गज बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा ने आगे गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सुरेश ढाका और पेपर लीक में लिप्त इन बड़े मुल्जिमों को बचाने में कई राजनैताओं के भी हाथ हैं जिस कारण पेपर लीक की जांच निष्पक्ष नहीं होगी. इसलिए मेरी मांग है कि इस मामले में सीबीआई से जांच जरूरी है.
प्रेस वार्ता में किरोड़ी लाल मीणा ने आगे बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि 6 विधायकों की लिप्तता है ढाका के साथ है एक पूर्व विधायक, एक मंत्री का P.A तथा जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष का नाम भी इसमें शामिल है. सुरेश ढाका की गर्लफ्रैंड भी लिप्त है. सांसद मीणा ने आगे कहा कि विधायकों का नाम उजागर करना ठीक नही किन्तु सुखराम विश्नोई का P.A. मनोहर इस पेपर लीक कांड में लिप्त है. यह रीट पेपर में भी लिप्त था किन्तु सुखराम जी को इस बात की जानकारी नही है.
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प्रेस वार्ता में किरोड़ी लाल मीणा ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि सुरेश ढाका अपने मामा के पास महाराष्ट्र में हवाला के जरिए रुपये मंगाकर कन्वर्ट करवाने का काम करते थे. उस दौरान मनी लॉन्ड्रिंग की जांच हुई, जिसमें सुरेश ढाका दोषी पाए गए, जिसमें इनके खिलाफ मुकदमा मनी लॉन्ड्रिंग केस में दर्ज है और 2016 में मुंबई से भागकर जयपुर आ गए थे. मीणा ने आगे कहा कि राजस्थान में हरियाणा के लोगों ने 20 कंप्यूटर लेब लगा रखी है. इन लेबों के बारे में राजस्थान पुलिस पूछताछ करेगी तो पता चलेगा कि इन्होंने परीक्षा कराने तक के पैसे नहीं लिए हैं, इनके खाते भी चेक किए जाए कि कब-कब वेंडरों से पैसे लिए गए.
वही जयपुर कूच और सीएम हाउस का घेराव करने का ऐलान करते हुए सांसद किरोड़ी मीणा ने बताया कि रीट परीक्षा का पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच की मांग लगातार कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करना चाहती. क्योंकि सरकार के मंत्री, विधायक और स्वयं मुख्यमंत्री के दामन पर दाग लगे हैं. मीणा ने आगे कहा कि जांच होगी तो वह सबके सब बेनकाब हो जाएंगे, एक के बाद एक कई खुलासे करने के बाद भी सरकार इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है. किरोड़ी मीणा ने कहा कि मजबूरन 19 जनवरी को सीएम हाउस का घेराव करना पड़ेगा, इस घेराव में प्रदेश भर से युवा शामिल होंगे, मीणा ने आगे गहलोत सरकार को चेताया कि जब तक सरकार पेपर लीक पर एक्शन नहीं लेगी, घेराव अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा.