वैसे तो पश्चिम बंगाल (West Bengal) में राजनीतिक भाषणों के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) केंद्र की मोदी सरकार की बखिया उधेड़ने में लगी रहती हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के साथ निजी व्यवहार में वह जरा भी तल्खी नहीं दिखाती हैं. मोदी भी उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार ही करते हैं. गौरतलब है कि भाजपा पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को हटाकर अपनी सरकार बनाने पर आमादा है, जो ममता बनर्जी के लिए असुविधाजनक है. भाजपा तृणमूल कांग्रेस को घेरने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है. मुकुर राय सहित कुछ तृणमूल नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं. भाजपा और भी कई तृणमूल नेताओं का स्वागत करने कलिए तैयार है.

पिछले दिनों ममता बनर्जी ने कहा था कि वे वह प्रधानमंत्री मोदी के लिए मिट्टी-कीचड़ के रसगोले भेजेंगी, जिससे कि उनके दांत खराब हो जाएं. इसके बाद मोदी ने ममता बनर्जी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कोलकाता की मिट्टी से बने रसगोले वह प्रसाद समझकर ग्रहण करेंगे, क्योंकि वे उस पावन मिट्टी से बने हुए होंगे, जहां रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद सहित कई महापुरुषों ने जन्म लिया था.

बुधवार को ममता बनर्जी प्रधानमंत्री मोदी से मिलने गई तो उनके लिए कोलकाता के मशहूर संदेश साथ ले गई थी. जो कोलकाता में सबसे अच्छे संदेश माने जाते हैं. इस मुलाकात के दौरान तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए मुकुल रॉय भी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने कोई गर्मजोशी नहीं दिखाई. ममता बनर्जी और मुकुल रॉय रिश्तों में मनमुटाव साफ दिखा.

गौरतलब है कि दिल्ली में मुकुल रॉय साउथ एवेन्यू में रहते हैं. तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन उनके पड़ोसी हैं. ममता बनर्जी के भतीजे अभिषक बनर्जी को भी मुकुल रॉय के पड़ोस में आवास मिला हुआ है. ममता बनर्जी जब भी दिल्ली जाती हैं तो अभिषेक के घर में ही ठहरती हैं. बुधवार को ममता बनर्जी दिल्ली पहुंची तो पुलिस ने अभिषेक के घर के पास बैरिकेड लगा दिए थे, जिससे मुकुल रॉय के घर आने-जाने का रास्ता भी रुक गया था. इस पर मुकुल रॉय ने दिल्ली पुलिस से शिकायत की थी. इसके बाद बैरीकेड हटा दिए गए.

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