Politalks.News/UttarPradeshAssembly. उत्तरप्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही के दौरान आज एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव आमने सामने हो गए और दोनों के बीच जमकर बहसबाजी हुई. कानून-व्यवस्था पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सवालों का जवाब देते हुए सीएम योगी ने अपने चिर परिचित अंदाज में तल्ख तेवरों के साथ कहा कि हमने पिछले 5 वर्ष में भी जीरो टॉलरेंस के साथ कार्रवाई की है और आगे भी बिना किसी की परवाह किये कार्रवाई जारी रहेगी, महिला सम्बन्धी अपराध को बर्दाश्त नहीं करेंगे, कुछ लोगों ने गर्मी दिखाने की कोशिश की थी लेकिन सबकी गर्मी शांत की जा रही है, हमारे राज में कोई दंगा नही हुआ, यूपी नज़ीर है. योगी ने पूर्ववर्ती सपा सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि अब प्रदेश में कानून राज है, हर वर्ग सुरक्षित है.
दरअसल, नेता विपक्ष अखिलेश यादव ने सदन में महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यूपी महिला अपराध में सबसे आगे है. अखिलेश ने सवाल उठाया कि क्या उत्तर प्रदेश के थाने अराजकता का केंद्र बन जाएंगे. आखिर सरकार अपराध को लेकर गंभीर क्यों नहीं दिखती? अखिलेश ने कहा कि यूपी में लगातार अपराध हो रहे हैं. आखिर जीरो टालरेंस है कहां? जब कल राज्यपाल महोदया यहां भाषण दे रही थीं तब कल के ही अखबार में परसों की घटना छपी थी कि एक 19 साल की बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ. इस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अपराध किसी के भी साथ हो वो अक्षम्य है. खासकर महिला सम्बन्धी अपराधों के मामले में सरकार पूरी गंभीरता के साथ अपराधियों के खिलाफ कठोरतापूर्वक कार्रवाई कर रही है. ये भाजपा की सरकार है. यहां अपराधियों के बारे में ये नहीं कहा जाता कि लड़के हैं गलती हो जाती है.
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वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि यदि हम देश और यूपी के आंकड़े देखें तो महिला अपराधों में यूपी सबसे आगे है. यदि सरकार इसे नहीं मानती तो सरकार बताए कि डॉयल-112 और 1090 के आंकड़े क्या कहते हैं? इस पर सीएम योगी ने कहा कि यदि आप पूरे देश के अंदर घटित होने वाले मामलों की संख्या को आप देखेंगे तो 2012 से 2017 के बीच में विभिन्न प्रकार के जो अपराध हुए थे उनमें अब भारी गिरावट आई है.
अखिलेश पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष इस बात को जानते भी हैं और समझते भी हैं कि कार्रवाई हुई है. क्योंकि आप तो हर उस अपराधी का समर्थन करते हैं जो प्रदेश में अराजकता के पर्याय थे. गुंडागर्दी जिनका पेशा बन चुका था. विगत पांच वर्षों के अंदर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के बेहतर माहौल ने ही इस सरकार को फिर से व्यापक जनसमर्थन दिया है. प्रत्यक्ष को किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती. चुने गए सदस्य इस बात के प्रमाण हैं कि जनता ने इन्हें समर्थन दिया है और आधी आबादी ने जिस भाव से समर्थन दिया है वो अभिनंदनीय है. सरकार अपराध और अपराधियों के मुद्दे पर किसी की परवाह किए बिना अपनी कार्रवाई को जारी रखेगी. सुरक्षा सबको देना सरकार की जिम्मेदारी है. कोई सरेआम अपराध करे यह स्वीकार्य नहीं है. खासकर महिला अपराधों को लेकर एंटी रोमियो स्क्वायड की स्थापना 2017 में ही सरकार ने किया था. इसके साथ प्रदेश महिला और बच्चों के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए पाक्सो कोर्ट की स्थापना भी सरकार ने की.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि ये भी बहुत महत्वपूर्ण है कि इससे पहले विधानसभा या अन्य चुनावों के दौरान और बाद में व्यापक हिंसा होती थी. कुछ लोगों ने इस विधानसभा चुनाव और चुनाव सम्पन्न होने के बाद भी कुछ हरकत की थी लेकिन उस हरकत को कुछ ही घंटों में हम लोगों ने कंट्रोल भी किया है. बहुत सारे लोगों ने लोगों ने गर्मी दिखाने का भी प्रयास किया तो गर्मी भी शांत हो रही है और बहुत अच्छे ढंग से हो रही है. यूपी की कानून व्यवस्था इस देश में नजीर बनी हुई है. 5 साल में कोई दंगा नहीं हुआ जहां 2012 से 2017 के बीच 700 से अधिक बड़े दंगे हुए थे. नई सरकार के गठन के बाद देश के 7 राज्यों में दंगे हुए यूपी में कोई दंगा नहीं. यहां तक कि हनुमान जयंती के मौके पर भी कोई दंगा नहीं हुआ.
इसके साथ ही सीएम योगी ने आज लाउडस्पीकर पर भी विधानसभा में अपनी बात रखी. योगी ने कहा कि हमारे पास लगातार शिकायतें आती थीं. नवजात शिशुओं की माताओं, विद्यार्थियों, बुजुर्गों की ओर से. आज एक लाख से भी अधिक लाउडस्पीकर या तो उतारे गए हैं या उनकी आवाज मद्धिम कर दी गई है. प्रदेश में अलविदा की नमाज भी सड़कों पर नहीं हुई. ईद पर कोई अराजकता नहीं हुई. शांति और सौहार्द से पर्व और त्योहार मनाए गए. सीएम योगी ने उन धर्मगुरुओं का अभिनंदन किया जिन्होंने शांति व्यवस्था में अपना योगदान दिया. सीएम ने कहा कि यूपी में पहली बार दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की माफियाओं की जमीन जब्त हुई है.
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सिद्धार्थनगर की घटना पर योगी के जवाब में सपा का नाम आया तो भड़के अखिलेश
वहीं इस दौरान बहुचर्चित सिद्धार्थ नगर की घटना को लेकर सीएम योगी ने कहा कि सिद्धार्थनगर में नेता प्रतिपक्ष गए थे. वहां जितेन्द्र यादव नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस पार्टी के जाने के बाद गोली चलाकर एक निर्दोष मुस्लिम महिला की जान ली थी. उसे पकड़ लिया गया है. सीएम ने कहा कि कुछ लोग षड़यंत्र कर रहे हैं. 2017 में जब हमारी सरकार का गठन हुआ था तो आजमगढ में जहरीली शराब से मौतें हुई थीं. जब हम तह में गए तो पता चला कि जहरीली शराब के पीछे जो व्यक्ति था वो सपा से जुड़ा था. सीएम ने कहा कि उसका नाम ले लूंगा तो आपको और बुरा लग जाएगा.
वहीं जहरीली शराब के कारोबारी के सपा से जुड़े होने की बात पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने खड़े होकर आपत्ति जताई उन्होंने कहा कि यदि नाम ही लेना है तो पिछले पांच साल में इस तरह के काम से जुड़े हुए सबके नाम लेते? आपको रोका किसने है. अखिलेश ने सिद्धार्थनगर में महिला की मौत पुलिस की गोली से होने का आरोप लगाया और कहा कि ये लोग परिवार को मैनेज करते हैं. इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक जिम्मेदार पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते आपको सदन में पुलिस के मनोबल को तोड़ने वाली कोई बात नहीं कहनी चाहिए.