शिवसेना ने सोनू सूद को बताया ‘बीजेपी का प्यादा’, कांग्रेस-बीजेपी के निशाने पर आए संजय राउत

शिवसेना के बयान के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे बॉलीवुड एक्टर, पार्टी प्रवक्ता ने फिर तंज कसते हुए बोले- आखिर मिल ही गया सीएम का घर

Sanjay Raut and Sonu Sood (संजय राउत और सोनू सूद)
Sanjay Raut and Sonu Sood (संजय राउत और सोनू सूद)

पॉलिटॉक्स न्यूज. प्रवासी मजदूरों को घर भेजने में अहम भूमिका अदा करने के बाद एक्टर सोनू सूद शिवसेना के निशाने पर आ गए हैं. शिवसेना ने साफ कहा कि लॉकडाउन में अचानक एक नया ‘महात्मा’ आने से ठाकरे सरकार बदनाम हो रही है. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने सोनू पर हमला करते हुए उनके सामाजिक कार्यों के पीछे बीजेपी का हाथ बताया. राउत ने यहां तक कहा कि बहुत जल्दी ही वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल सकते हैं और मुंबई के सेलिब्रिटी मैनेजर बन सकते हैं. इसके बाद सोनू ने सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और कहा कि मेरा किसी पार्टी से कोई मतभेद नहीं है. इसके बाद जैसे ही सोनू मुख्यमंत्री आवास से निकले, संजय राउत ने फिर से सोनू पर तंज कसते हुए कहा कि आखिर उन्हें मुख्यमंत्री का घर मिल ही गया. इस बयानबाजी के बाद संजय राउत कांग्रेस और बीजेपी दोनों के निशाने पर आ गए हैं.

दरअसल, लॉकडाउन के दौरान सोनू एक सामाजिक सेवक बनकर प्रवासी मजदूरों को निजी बसों के जरिए उनके घर भेज रहे हैं. बीते दिन उन्होंने 173 मजदूरों को विमान के जरिए उनके घर भेजा. सोनू का सेवाभाव शायद शिवसेना को रास नहीं आ रहा और इसलिए पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने रविवार को सामना के जरिए सोनू पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘सोनू सूद बेहतरीन अभिनेता हैं. फिल्मों के लिए एक अलग निर्देशक होता है. हालांकि उन्होंने जो काम किया है वह अच्छा है लेकिन इस बात की संभावना है कि उनके पीछे एक राजनीतिक निर्देशक हो. वह बहुत चालाकी से ‘महात्मा’ सूद बनने की ओर हैं.’

यह भी पढ़ें: ‘थोड़े दिन दूर रह के देखो, सच्चे प्यार की परीक्षा हो जाएगी’

शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में संजय राउत ने पूछा कि ‘आखिर जब लॉकडाउन में लोगों को कहीं आने-जाने की अनुमति नहीं है तो बिना किसी राजनीतिक दल की मदद के उन्हें बसें कैसे मिल जा रही हैं?’ लॉकडाउन में अचानक एक नया ‘महात्मा’ सूद आया है. जब राज्य सरकारें किसी प्रवासी मजदूर को कहीं जाने की अनुमति नहीं दे रही हैं तो वो कहां जा रहे हैं?’ सोनू सूद पर हमला करते हुए राउत ने यहां तक कहा कि बीजेपी ने सोनू सूद को राजनीतिक तौर पर गोद लेकर और उत्तर भारतीय प्रवासी श्रमिकों के बीच प्रभाव बनाने का प्रयास किया है. बहुत जल्दी ही वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल सकते हैं और मुंबई के सेलिब्रिटी मैनेजर बन सकते हैं.

इसके बाद न केवल बीजेपी बल्कि कांग्रेस नेताओं ने भी संजय राउत को आड़े हाथ लिया. मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने कहा कि लॉकडाउन में सूद ने बहुत अच्छा काम किया है. उनके काम की सराहना की जानी चाहिए लेकिन ऐसा करने की बजाय शिवसेना सूद की आलोचना कर रही है. इससे पहले शरद पवार की एनसीपी ने सोनू सूद के कार्य की तारीफ की है और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सोनू को उनके सेवाभाव के लिए सम्मानपत्र भेंट किया है.

दूसरी ओर, मुंबई भाजपा के पूर्व अध्यक्ष आशीष शेलार ने भी शिवसेना पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जो महाराष्ट्र में अच्छा काम कर रहे हैं उसे शिवसेना रोक रही है क्या यह महाराष्ट्र द्रोह नहीं है? सूद ने प्रवासी मजदूरों की मदद की. सूद के कार्य की प्रशंसा होनी चाहिए.

अपने पर उठती अगुंलियों के बाद सोनू ने महाराष्ट्र की सीएम उद्धव ठाकरे से मातोश्री में मुलाकात की. इस दौरान सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे भी मौजूद रहे. आवास से बाहर आकर सोनू ने कहा कि मुख्यमंत्री से औपचारिक मुलाकात की. कश्मीर से कन्याकुमारी तक हर पार्टी ने उनका समर्थन किया है और इसके लिए वो सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं.

सोनू के आवास से बाहर निकलते ही संजय राउत फिर से एक्शन में आ गए और उन्होंने एक ट्वीट ट्वीटर पर शेयर करते हुए लिखा, ‘आखिरकार सोनू सूद महाशय को मुख्यमंत्री के आवास मातोश्री का पता आखिर चल ही गया. राज्यसभा सांसद संजय राउत के बयानों पर शिवसेना की चुप्पी पर बॉलीवुड भी भड़का हुआ है.

Leave a Reply