शरजील इमाम के वीडियो पर बोले पात्रा- ‘ये शाहीन बाग नहीं, तौहीन बाग’, सिसोदिया- 24 घंटे में गिरफ्तार न हो तो समझ लेना BJP का आदमी

वीडियो में भारतीय सेना को असम में घुसने से रोकने का जिक्र, शाहीन बाग धरने का बताया जा रहा मास्टर माइंड, जेएनयू का पूर्व छात्र है आरोपी, राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले और सीएए का भी कर रहा विरोध

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश में लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच शरजील इमाम (Sharjeel Imam) नाम के एक शख्स का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में ये शख्स कह रहा है, ‘इतना मवाद (मलबा) डालो पटरी पर कि इंडिया की फौज असम जा ना सके. सारे गैर मुसलमानों को मुसलमानों के शर्तों पर आना ही होगा’. दिल्ली में चुनावी मौसम के बीच इस वीडियो के वायरल होने के बाद राजनीति गरमा गई. वीडियो पर भड़कते हुए संबित पात्रा ने कहा कि अगर ये देश का विरोध नहीं है तो क्या है. ये वीडियो जिहाद का आह्वान है. पात्रा ने इसे शाहीन बाग (Shaheen Bagh) नहीं बल्कि तौहीन बाग बताया. इस पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने चुटकी लेते हुए कहा कि इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की क्या जरूरत थी. पीसी करने की जगह उसे गिरफ्तार करते. उन्होंने ये भी कहा कि अगर शरजील इमाम 24 घंटे में गिरफ्तार न हो, तो उसे BJP का आदमी मान लेना चाहिए.

दरअसल, सोशल मीडिया पर शरजील इमाम का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे बीजेपी प्रवक्ता ने भी अपने ट्वीट हैंडल पर शेयर किया है. इस वीडियो में शरजील कह रहा है, ‘असम और इंडिया कटकर अलग हो जाए, तभी वह हमारी बात सुनेंगे. असम में मुसलमानों का क्या हाल है, आपको पता है क्या? वहां एनआरसी लागू हो गया है. मुसलमान डिटेंशन कैंप में डाले जा रहे हैं… 6-8 महीनों में पता चलेगा कि सारे बंगालियों को मार दिया गया वहां… अगर हमें असम की मदद करनी है तो हमें असम का रास्ता बंद करना होगा.’

शरजील इमाम को शाहीन बाग में हो रहे धरने प्रदर्शन का मुख्य आयोजक बताया जा रहा है. वह सोशल मीडिया पर लोगों को लगातार इस धरने में शामिल होने की अपील कर रहा था. एक फेसबुक पोस्ट में शरजील ने लिखा है, ‘शाहीन बाग का मॉडल चक्का जाम का है, बाक़ी सब सेकेंडरी हैं, चक्का जाम और धरने में फ़र्क समझिए, हर शहर में धरने कीजिए, उसमें लोगों को चक्का जाम के बारे में बताइए, और फिर तैयारी करके हाईवेज पर बैठ जाइए.’ पिछले साल राम मंदिर पर फैसला आने के बाद शरजील इमाम ने सोशल मीडिया पर Justice Denied नाम से एक कैंपन भी चलाया था.

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शरजील इमाम बिहार के जहानाबाद का रहने वाला है और IIT बॉम्बे से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और ग्रेजुएशन के बाद दो साल तक उसने बैंगलोर में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में डेवेलपर के तौर पर काम किया. 2013 में उसने जेएनयू में आधुनिक इतिहास में मास्टर्स करने के लिए एडमिशन लिया और यहां से उसने Mphil और फिर PHD किया. दावा है कि शरजील CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जेएनयू, जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भी देखा गया है. यहीं नहीं, राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शरजील के भीड़ को भड़काने और ‘बाबरी मस्जिद मामले में उनके समुदाय के साथ न्याय नहीं हुआ’ ये कहते हुए भी देखा गया. आरोप ये भी है कि पिछले कुछ समय से शरजील नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ भी प्रदर्शन कर रहा है.

अब इस वीडियो पर संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि शरजील इमाम नाम के शख्स का ये वीडियो जारी किया है. उन्होंने कहा कि आखिर ये लोग क्यों चाहते हैं कि भारत की सेना असम नहीं पहुंचे. ये हिन्दुस्तान को बर्बाद करने की साजिश है. जिस प्रकार की बातें शाहीन बाग में हो रही है उसे दिशाहीन बाग या तौहीन बाग कहना चाहिए. ये हिन्दुस्तान की स्वतंत्रता को तौहीन के रूप देखता है.

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वहीं संबित पात्रा पर चुटकी लेते हुए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब संबित पात्रा और बीजेपी को पता है कि वो इन सब मामलों में आरोपी है तो उसे तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए न कि प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए. सिसोदिया ने शरजील इमाम के खिलाफ 24 घंटे में केस दर्ज कराने और गिरफ्तार किए जाने की बात कही. दिल्ली डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर शरजील इमाम 24 घंटे में गिरफ्तार न हो तो उसे BJP का आदमी माना जाना चाहिए.

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