उदयपुर के जघन्य हत्याकांड पर गर्माई सियासत, दोनों आरोपी आए गिरफ्त में, सीएम ने लोगों से की अपील

उदयपुर में युवक की निर्मम हत्या के बाद आमजन में खौफ, बीजेपी की पूर्व नेता के समर्थन पोस्ट करने की सजा मौत, दर्जी का काम करने वाले युवक को मौत के घाट उतार हत्यारों ने किया सोशल मीडिया पर वायरल, इस घटना के बाद गरमाई सियासत तो पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार

उदयपुर हत्याकांड मामले में गरमाई सियासत
उदयपुर हत्याकांड मामले में गरमाई सियासत

Politalks.News/Rajasthan/Udaipur. पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगम्बर मुहम्मद को लेकर दिए गए विवादित बयान के विरोध की आड़ में अब देश के साम्प्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिशें शुरू हो गई हैं. जहां अभी तक यह विरोध प्रदर्शन सड़कों तक ही सीमित था, अब इसने ऐसा घिनोना रूप अख्तियार कर लिया है कि आम इंसान की रूह कांप उठे. राजस्थान के शांत और सुंदर शहर उदयपुर में भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में स्टेटस लगाने पर एक व्यक्ति को बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया. यही नहीं इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले दो हत्यारों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी डाल दिया, जो कि इस समय जमकर वायरल हो रहा है. हद तो तब हो गई जब युवक की हत्या के बाद बनाए एक और वीडियो में हत्यारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी इसी तरह के अपशब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी भी दे डाली. हालांकि खबर लिखे जाने तक जानकारी आ रही है कि पुलिस ने हत्या के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं घटना की घोर निंदा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. तो वहीं प्रमुख विपक्षी भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

नोट- पॉलिटॉक्स न्यूज़ इस तरह की घटना की भर्त्सना करता है और अपने पाठकों के जरिए अपील करता है कि इस तरह के वीडियो को वायरल न करें और लोगों को इससे दूर रखें.

आपको बता दें, राजस्थान के उदयपुर के धानमंडी थाना क्षेत्र में मंगलवार को भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया स्टेटस लगाने पर एक व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई. बता दें, मृतक कन्हैया लाल टेलरिंग की दुकान चलाते थे. बताया जा रहा है कि करीब 10 दिन पहले मृतक के 8 साल के बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन वाला स्टेटस कन्हैया लाल के मोबाइल पर अपडेट किया था. हत्यारे मंगलवार को कन्हैया लाल की दुकान पर कपड़े सिलवाने के बहाने आए और कन्हैया लाल को बातों में लगाकर उनपर धारधार हथियार से हमला कर दिया. हत्यारों ने इस घटना का वीडियो बना उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो में मृतक कन्हैया लाल हमलावरों से सवाल पूछते सुनाई दे रहे हैं कि आखिर मैंने क्या किया है. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश में खौफ का माहौल है. तो वहीं स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और विरोध प्रदर्शन किया. वहीं इस मामले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं. इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी. मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं. ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी. मैं सभी से अपील करता हूं कि इस घटना का वीडियो शेयर कर माहौल खराब करने का प्रयास ना करें. वीडियो शेयर करने से अपराधी का समाज में घृणा फैलाने का उद्देश्य सफल होगा.’ वहीं जोधपुर में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम गहलोत ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश में उपजे हालातों को लेकर एक बार देशवासियों को संदेश देने की बात कही.

वहीं इस घटना के सामने आने के बाद बीजेपी प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है. राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं उदयपुर से आने गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि, ‘उदयपुर में हृदय विदारक घटना हुई है जिसका कभी कोई सोच भी नहीं सकता. इसके पीछे कोई गैंग है. मेरी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात हुई है. इन लोगों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.’ वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘उदयपुर में आज की घटना यह प्रमाणित करती है कि कांग्रेस के अशोक गहलोत के शासन में हिन्दु कहीं भी सुरक्षित नहीं है. मुख्यमंत्री और कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का ही परिणाम है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और क़ानून का भय समाप्त हो गया है.’ पूनियां ने आगे ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘ये अशोक जी की कैसी सरकार है, जहाँ कन्हैया लाल को किसी का समर्थन करने की आज़ादी नहीं मगर मोहम्मद रियाज़ को हत्या करने की आज़ादी है? रियाज़ ने प्रधानमंत्री जी के प्रति भी हिंसक भावनाएँ दर्शायी है. रियाज़ को तुरंत हिरासत में लेकर उसके आतंकी सम्बन्धों की छानबीन होनी चाहिये.’

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राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि, ‘उदयपुर में युवक की सरेआम निर्मम हत्या एवं सोशल मीडिया पर हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री जी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी व धमकी देने की घटना राजस्थान के जंगलराज का जीता जागता प्रमाण और सरकार के माथे पर कलंक है. इस लोमहर्षक घटना के प्रति आमजन में गहरा रोष व्याप्त है. कांग्रेस राज में तुष्टिकरण की राजनीति इस कदर चरम पर है कि अब वैचारिक भिन्नता के कारण सरेआम लोगों का गला काटा जा रहा है और धर्म का चोला ओढ़कर असामाजिक तत्व समाज में नफरत फैला रहे हैं. राज्य सरकार इस जघन्य अपराध को अंंजाम देने वाले गुनाहगारों को शीघ्र गिरफ्तार करें, पीडित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी एवं 1 करोड़ रुपये तत्काल मुआवजा राशि दें.’

वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा उदयपुर में हुई हिंसा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर जोधपुर में दिए बयान पर पलटवार करते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री व राज्य के गृहमंत्री अशोक गहलोत द्वारा उदयपुर में हुई नृशंस हत्या को राजनीतिक चश्मे से देखना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्हें दोषियों को फांसी के फंदे पर चढ़ाने का बयान देना चाहिये था इसके बजाय वह गैर जिम्मेदाराना ढंग से प्रधानमंत्री व गृहमंत्री पर दोषारोपण कर रहे हैं. राज्य की कानून व्यवस्था अगर प्रधानमंत्री जी व केन्द्रीय गृहमंत्री जी को ही संभालनी है तो अशोक गहलोत जी के मुख्यमंत्री व राज्य के गृहमंत्री के पद पर बने रहने का क्या औचित्य ? यह बयान खिसियानी बिल्ली खम्भा नोंचे की कहावत को चरितार्थ कर रहा है.’

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उदयपुर में हुई इस घटना को लेकर जिले के एसपी मनोज कुमार ने कहा कि नृशंस हत्या की जैसे ही हमें सूचना मिली पुलिस को तैनात कर दिया गया है. अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. कुछ आरोपियों की पहचान हुई है, हमने टीमें भेजी हैं.’ वहीं इस घटना को लेकर मुख्य सचिव उषा शर्मा अहम् बैठक ले रही हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी इस संबंध में बात की है. वहीं घटना की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने सभी मीडिया चैनल्स से उदयपुर से जुड़ी घटना का वीडियो प्रसारित नहीं करने की अपील की है. साथ ही घटना का वीडियो वायरल होने के बार जोधपुर में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सुविधा बंद कर दी गई है.

वहीं इस घटना को अंजाम देने वाले हत्यारे का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये वीडियो 17 जून का बताया जा रहा है. इस वीडियो में हत्यारा साफ़ कह रहा है कि ‘मैं ये वीडियो तब वायरल करूंगा जब मुम्मद के नाम पर गुस्ताखी करने वाले का सर कलम ना कर दूँ.‘ यहीं नहीं हत्यारे ने ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया और समाज विशेष के लोगों को जागरूक होने की बात कही.

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