कई राज्यों के साथ अब दिल्ली BJP में उजागर हुई सियासी कलह, बग्गा-खुराना ने बढ़ाई हाईकमान की चिंता

दिल्ली भाजपा में लंबे समय से दूर चल रही अंदरूनी कलह एक बार फिर सामने आ गई है, अनुसार सोशल मीडिया पर अपनी एक अलग पहचान रखने वाले तेजिंदर पाल सिंह बग्गा और पूर्व सीएम व पार्टी के कद्दावर नेता मदन लाल खुराना के बेटे हरीश खुराना को लेकर बीजेपी में सुगबुगाहटों का दौर जारी है

बग्गा-खुराना ने बढ़ाई हाईकमान की चिंता
बग्गा-खुराना ने बढ़ाई हाईकमान की चिंता

Politalks.News/DelhiPolitics. देश के कई राज्यों में जारी सियासी कलह अब दिल्ली पहुंच गई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं के बीच दरार सतह पर आ गई है. दिल्ली भाजपा में लंबे समय से दूर चल रही अंदरूनी कलह एक बार फिर सामने आ गई है. इस बार ये खींचतान दो बड़े चेहरों को लेकर है और उसी के चलते अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर अपनी एक अलग पहचान रखने वाले तेजिंदर पाल सिंह बग्गा और पूर्व सीएम व पार्टी के कद्दावर नेता मदन लाल खुराना के बेटे हरीश खुराना को लेकर बीजेपी में सुगबुगाहटों का दौर जारी है.

आपको बता दें, सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को पिछले शनिवार को दो वॉट्सऐप ग्रुप से रिमूव कर दिया गया था, जिसमें मुख्यतौर पर पार्टी के मीडिया टीम मेंबर्स हैं. हालांकि एक बीजेपी नेता ने कहा कि बग्गा को मंगलवार को एक बार फिर जोड़ दिया गया, लेकिन उन्होंने खुद ग्रुप छोड़ दिया. इसके बाद बग्गा ने ट्विटर पर अपने परिचय से ‘बीजेपी प्रवक्ता‘ हटा दिया है और सिर्फ बीजेपी कार्यकर्ता लिखा.

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वहीं पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के बेटे हरीश खुराना से जुड़ी चर्चा में सामने आया कि हरीश खुराना पिछले एक महीने से संगठन से नाराज हैं. एक महीने बाद ही मंगलवार को खुराना को भी वॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया जिनसे उन्हें पहले निकाल दिया गया था. लेकिन बाद में उन्होंने भी उन सभी ग्रुप्स को खुद ही छोड़ दिया.

हालांकि दिल्ली बीजेपी के मीडिया टीम के हेड नवीन कुमार ने दावा किया कि पार्टी में सबकुछ ठीक है और कोई मतभेद नहीं है. नवीन कुमार ने कहा, ”कुछ लोगों ने अपना मोबाइल फोन बदल लिया होगा या कुछ और वजहें होंगी, जिसकी वजह से कुछ लोगों के नाम हट गए होंगे.”

बग्गा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”मैं कुछ कॉमेंट नहीं करूंगा. पार्टी नेताओं से बात करिए.” बीजेपी नेता ने कहा, ”बग्गा ने 2020 में हरिनगर से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे. पिछले साल पार्टी पुनर्गठन में वह कुछ बड़ी जिम्मेदारी चाहते थे, लेकिन नजरअंदाज कर दिया गया था. इसके बाद वह बंगाल चुनाव में व्यस्त हो गए थे.”

पार्टी प्रवक्ता हरिश खुराना इस पर प्रतिक्रिया देने के लिए उपलब्ध नहीं हो पाए. बताया जा रहा है कि वह प्रवक्ता का पद छोड़ने की धमकी भी दे चुके थे, लेकिन दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें मना लिया और मीडिया रिलेशंस हेड का पद दिया गया. दिल्ली बीजेपी के आंतरिक सूत्रों का कहना है कि पार्टी में कई अनसुलझे मुद्दे हैं, जिसकी वजह से पार्टी में कुछ नेता असहज हैं.

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जानकारी के अनुसार बग्गा और हरीश दोनों ने ही कुछ महीने पहले दिल्ली बीजेपी की कार्यशैली को लेकर असंतोष जताया था और इसके खिलाफ आवाज भी उठाई थी लेकिन पार्टी हाईकमान ने आश्वासन देकर उन्हें शांत कर दिया था. ले‌किन पिछले दिनों ही बीजेपी प्रवक्ताओं के वॉट्सएप ग्रुप से बग्गा, नीतू डबास, शालिनी नेहा दुआ, यासिर जिलानी को निकाल दिया गया. हालांकि मंगलवार को ही इन सभी को वापस जोड़ा भी गया लेकिन फिर बग्गा और हरीश ने ग्रुप छोड़ दिए. हालांकि अभी तक दोनों ने ही इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.

गौरतलब है कि बीजेपी में खेमेबाजी की बात लंबे समय से चली आ रही है. मौजूदा समय में ऐसे कई नेता हैं जिन्हें दूसरे खेमे के चलते ही पार्टी में पदों से दूर रखा गया है. बीजेपी के लिए चिंता की बात यह है कि नगर निगम चुनाव सर पर है और तजिंदर बग्गा दिल्ली बीजेपी के लिए सोशल मीडिया की स्टार हैं. साथ ही पंजाबी वोट बैंक के लिए हरीश खुराना का नाम भी बड़ा है.

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