‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने बिना नाम लिए किया चीन पर वार

रेडियो कार्यक्रम में दिए अपने विरोधियों को करारे जवाब, कहा- भारत मित्रता निभाना जानता है तो उचित जवाब देना, जवानों के परिवारों के जज्बे को बताया सेना की ताकत, बाल-सखाओं से की खास अपील

पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली. भारत-चीन सीमा विवाद के बाद दोनों देशों में तनाव बरकरार है. चीन के छांव में पाकिस्तान, नेपाल, भूटान और अन्य पड़ौसी देशों ने भी भारत को आंखें दिखाना शुरु कर दिया है. इस पर हमलावर होते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मोर्चों पर इन सभी को जवाब दिया. रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने बिना किसी का नाम लिए इशारे में चीन को जवाब दिया. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि लद्दाख में भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है. पीएम मोदी ने कहा कि सैकड़ों आक्रांताओं ने देश पर हमला किया लेकिन भारत इससे भव्य होकर सामने आया.

संबोधन में अपने विरोधियों को जवाब देते हुए चीन का बिना नाम लिए पीएम मोदी ने कहा कि भारत मित्रता निभाना जानता है तो जवाब देना भी जानता है. भारत पर बुरी नजर डालने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत मित्रता निभाना जानता है तो आंख-में-आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है.

प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान के बाद विपक्ष को भी अपने पूछे गए सवालों का जवाब मिला है. चीन के मामले में कई दिनों से प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछ रहे थे.

जवानों के परिवारों का जज्बा देश की सेना ताकत

आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि जवानों के परिवारों का जज्बा ही देश की सेना की ताकत है. वीरों के माता पिता का त्याग पूजनीय है. पीएम मोदी ने कहा कि जवानों की शहादत को देश कभी नहीं भूलेगा. लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं. उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है, श्रद्धांजलि दे रहा है. पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नत-मस्तक है. इन साथियों के परिवारों की तरह ही, हर भारतीय, इन्हें खोने का दर्द भी अनुभव कर रहा है.

बच्चों से अपील- घर के बुजुर्गों का इंटरव्यू रिकॉर्ड करें

भारतीय बाजार में चीनी खिलौनों को लेकर भी प्रधानमंत्री ने अपनी बात रखी और इंडोर गेम्स पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी के लिए भी, हमारे स्टार्टअप्स के लिए भी, यहां एक नया और मजबूत अवसर है. हम भारत के पारंपरिक इनडोर गेम्स को नए और आकर्षक रूप में प्रस्तुत करें. प्रधानमंत्री ने बच्चों से कहा ​कि मेरे बाल-सखा मित्रों, हर घर के बच्चों से, मेरे नन्हें साथियों से भी आज मैं एक विशेष आग्रह करता हूं.

पीएम मोदी ने कहा कि जब थोड़ा समय मिले तो माता-पिता से पूछकर मोबाइल उठाइए और अपने दादा-दादी, नाना-नानी या घर में जो भी बुजुर्ग हैं, उनका इंटरव्यू रिकॉर्ड कीजिए, अपने मोबाइल फ़ोन में रिकॉर्ड करिए. आप उनसे जरूर पूछिए कि वो बचपन में उनका रहन-सहन कैसा था, वो कौन से खेल खेलते थे, कभी नाटक देखने जाते थे, कभी खेत-खलिहान में जाते थे, त्योहार कैसे मानते थे, बहुत सी बातें आप उनको पूछ सकते हैं.

साल 2020 देश के लिए बनाएगा नया कीर्तिमान

प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना संकट पर भी अपने विचार रखे. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की समस्या अभी भी गंभीर है लेकिन देश लॉकडाउन से निकल चुका है और अनलॉक का दौर शुरु हो चुका है. अनलॉक के दौर में बहुत-सी ऐसी चीजें भी अनलॉक हो रही हैं, जिनमें भारत दशकों से बंधा हुआ था. माइनिंग एवं ​कृषि सहित कई सालों से लॉक चीजें भी अनलॉक हुई. संकटों के बीच कई ऐतिहासिक फैसले हुए. स्पेस सेक्टर को भी आजादी मिली

अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल कर और ज्यादा निखरकर निकलने का रहा है. भारत ने हमेशा संकटों को सफलता की सीढ़ियों में परिवर्तित किया है. उन्होंने कहा कि मुझे, देश के 130 करोड़ लोगों की शक्ति पर विश्वास है. आज देश के सामने कई संकट हैं. लेकिन संकट को सफलता की सीढ़ी बनाकर आगे बढ़ना है. अगर देश के 130 करोड़ लोग इसी विचार के साथ आगे बढ़ेंगे तो यही साल देश के लिये नए कीर्तिमान बनाने वाला साल साबित होगा, नये लक्ष्य प्राप्त करेगा, नई उड़ान भरेगा और नई ऊंचाइयों को छुएगा.

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