अधिकारियों के तबादलों पर मंत्री विश्वेन्द्र सिंह की तीखी प्रतिक्रिया- आखिर हम क्यों नहीं रख सकते निरंतरता?

प्रदेश में हाल ही में हुए बड़े प्रशासनिक फेरबदल में कुछ अधिकारियों का तबादला मंत्री विश्वेंद्र सिंह को रास नहीं आया, अधिकारियों के बार-बार ट्रांसफर किए जाने को लेकर नाराज नजर आए मंत्री जी

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Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश की गहलोत सरकार में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ट्वीट्स को लेकर अकसर सुर्खियों में रहते है. मंत्री विश्वेंद्र सिंह कभी विपक्ष के नेताओं की अपने टवीट के जरिए जमकर तारीफ करते है तो कभी अपनी ही सरकार के मंत्री और विधायकों पर तीखा टिप्पणी करते नजर आते है. प्रदेश में हाल ही में हुए बड़े प्रशासनिक फेरबदल में कुछ अधिकारियों का तबादला मंत्री विश्वेंद्र सिंह को रास नहीं आया है. मंत्री विश्वेंद्र सिंह के अधिकारियों के बार-बार ट्रांसफर किए जाने को लेकर नाराज नजर आए.

प्रदेश में गुरूवार देर रात 103 प्रशासनिक अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया. इसमें मंत्री विश्वेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र कुम्हेर के उपखंड अधिकारी उत्सव कौशल का तबादला कुम्हेर से पाली कर दिया गया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा कि हे भगवान, कुम्हेर के एसडीएम का ट्रांसफर कर दिया गया. आखिर हम निरंतरता क्यों नहीं रख सकते? वो इतना बेहतरीन काम कर रहे थे.

मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने इसके बाद अपने पर्यटन विभाग में लगे आईएएस आलोक गुप्ता को लेकर भी ट्वीट कर लिखा कि आईएएस आलोक गुप्ता हमारे दूसरे विभाग यानी देवस्थान विभाग में पहले से प्रमुख सचिव के रूप में कार्य कर रहे थे. वो पर्यटन विभाग में भी बेहतरीन काम करेंगे. आलोक गुप्ता कुछ समय के लिए देवस्थान में मेरे साथ रहे हैं और अंबेसेडर को रोल्स रोइस की तरह चलाते है. मुझे यकीन है कि वह पर्यटन विभाग में भी ऐसा ही करेंगे.

मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बीते सोमवार हुए प्रशासनिक तबादलों में डीग उपखंड अधिकारी सुमन देवी के तबादले पर एक के बाद एक 5 ट्वीट्स कर उनकी जमकर तारीफ भी की. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अपने ट्वीट्स में कहा कि डीग उपखंड अधिकारी सुमन देवी को जयपुर में जेडीए में स्थानांतरित कर दिया गया है. यह मेरे लिए एक भावनात्मक है. मेरी सुमन देवी से पहली मुलाकात धौलपुर में बाढ़ बचाव अभियान में हुई थी. एसडीएम डीग के रूप में उन्होंने 7 महीने के छोटे कार्यकाल में अपने पूर्ववर्तियों से अधिक काम किया है.

सुमन देवी ने एक नया एसडीएम कार्यालय विकसित किया. ओलावृष्टि और मंदी के कारण फसल की क्षति से निपटा, पिछले 3 महीनों में कोविड 19 में फ्रंट लाइन योद्धा के रूप में दिन और रात काम किया. सबसे महत्वपूर्ण बात वह मेरे साथ अपने संवाद में धैर्यवान और स्पष्ट थी.

मुझे खुशी है कि वह पिछले कई वर्षों से कठोर और कठिन फील्ड पोस्टिंग के बाद एक गैर-फील्ड असाइनमेंट की ओर बढ़ रही है. वह अब अपने युवा बेटे के साथ समय बिता सकेंगी, जो कि एक सैनिक की विधवा के रूप में, वह करने के लिए तैयार थी.

मैं सुमन को जयपुर में अपने दो विभागों में नहीं लगा पाया. जिसका मुझे मलाल रहेगा. लेकिन दुखी नहीं हूं, क्योंकि मैं जानता हूं कि हमारे प्रोफेशनल रास्ते फिर से एक होंगे.

मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अपने अंतिम ट्वीट में लिखा कि मैं सुमन को जयपुर विकास प्राधिकरण में अपनी नई भूमिका के लिए शुभकामनाएं देता हूं. मेरे दरवाजे हमेशा उसके लिए एक परिवार के सदस्य और अच्छे अधिकारी के रूप में खुले रहेंगे.

मंत्री विश्वेंद्र सिंह इससे पहले बीते सप्ताह आधी रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लगातार एक के बाद एक 9 ट्वीट करके सोशल मीडिया पर अपने विभाग के अधिकारियों की नाकामी गिना चुके हैं. उस दौरान मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सीएम अशोक गहलोत को टवीट करते हुए अपने विभाग के अधिकारियों के प्रति अपनी नाराजगी को सोशल मीडिया के जरिए जाहिर किया था. इसके बाद हालही में हुए प्रशासनिक फेरबदल में मंत्री विश्वेंद्र सिंह के लिए राहत की बात यह है कि उनके विभाग की प्रमुख सचिव श्रेया गुहा का ट्रांसफर हो गया है, जिनसे उनका तालमेल पिछले लंबे समय से नहीं बैठ पा रहा था.

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