देश में भाजपा (BJP) नेताओं के बिगड़े बोल बोलने का सिलसिला थमता नजर नही आ रहा है. भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा (Sadhvi Pragya Thakur), उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj), केंद्रीय मंत्री रावसाहब दानवे पाटिल (Ravsahab Danve Patil) के बाद अब यूपी सरकार में हाल ही में मंत्री बनाए गए गिरिराज सिंह धर्मेश (Giriraj Singh Dharmesh) ने अमर्यादित बयान देते हुए अपने आप को इस लिस्ट में शामिल करवा लिया है.

उत्तरप्रदेश (Uttarpradesh) की योगी सरकार (Yogi Government) के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में समाज कल्याण व अनुसूचित जाति/जनजाति मंत्री बने गिर्राज सिंह धर्मेश ने विवादित बयान देते हुए बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) की तुलना बिजली के नंगी तार से की है. धर्मेश ने कहा कि, ‘मायावती बिजली के एक नग्न तार की तरह हैं, जो भी उन्हें छुएगा वह मर जाएगा, नष्ट हो जाएगा. कांशीराम की मौत सामान्य नही थी, सीएम से सीबीआई जांच की करेंगे मांग. भाजपा ने उन्हें तीन बार उत्तरप्रदेश का मुख्यमंत्री (Chief Minister) बनाने में मदद की है. भाजपा नेता दिवंगत ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने गेस्ट हाउस कांड में उनकी जान बचाई, लेकिन उन्होंने हमें धोखा दिया.’

बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती भले ही कभी भारतीय जनता पार्टी के प्रति नरम हो जाती हों, लेकिन भाजपा के नेता मौका मिलते ही उनके ऊपर जोरदार हमला बोलते हैं. उत्तर प्रदेश सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल हुए डॉ. गिरिराज सिंह धर्मेश ने बसपा मुखिया मायावती को धोखेबाज बताते हुए कहा कि, ‘मायावती ने लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी का आधार बढ़ाने के लिए समाजवादी पार्टी का प्रयोग किया. उनके सांसदों की संख्या बढ़कर 10 हो गई. इसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी को धोखा दे दिया.’

मंत्री धर्मेश ने बसपा सुप्रीमो को बेईमान बताते हुए कहा कि, ‘मायावती विश्वास योग्य नहीं हैं और उन्होंने सबको धोखा दिया है. धर्मेश ने आगे कहा कि मायावती अधिकतम फायदा लेने के बाद दूसरों को धोखा दे देती हैं. डॉ. धर्मेश ने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने अनुसूचित जाति के नाम पर सिर्फ वोट बटोरे हैं. उन्होंने समाज और जनता के लिए कभी कोई काम नहीं किया. लोकसभा चुनाव में मायावती ने समाजवादी पार्टी का इस्तेमाल कर उनके वोट लिए, लेकिन अपना सहयोग नहीं दिया.’

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आपको बता दें, आगरा कैंट क्षेत्र से विधायक गिरिराज सिंह धर्मेश योगी सरकार में समाज कल्याण तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण राज्यमंत्री हैं. गिरिराज सिंह धर्मेश पेशे से डॉक्टर हैं। धर्मेश 1994 में भाजपा में शामिल हुए थे. उन्होंने साल 2017 में पहली बार चुनाव जीत और इस बार हुए मंत्रिमंडल विस्तार में योगी आदित्यनाथ ने उन्हें अपनी कैबिनेट में जगह दी है. डॉ. गिरिराज ने एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा से पढ़ाई की है.

योगी टीम के नये मंत्री यहीं नहीं रुके, उन्होंने बसपा संस्थापक कांशीराम की मृत्यु को लेकर भी बड़ा दावा किया है. गिरिराज सिंह धर्मेश ने कहा कि ‘कांशीराम की मौत प्राकृतिक नहीं थी, वह संदेहास्पद परिस्थितियों में मरे थे. कांशीराम का निधन 9 अक्टूबर 2006 को हुआ था, उनकी देखभाल मायावती की निगरानी में हो रही थी.’ धर्मेश ने कहा कि कांशीराम (Kanshiram) की बहन ने आरोप लगाया है कि मायावती ने ही उनकी हत्या की है. ऐसे में वो कांशीराम की बहन से बात करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करेंगे कि कांशीराम की मौत की सीबीआई जांच कराई जाए.

योगी के मंत्री ने मायावती के भाई आनंद कुमार के ईडी द्वारा प्लॉट जब्त करने पर कहा कि शायद उसके बाद कहीं न कहीं मायावती डरी हुई हैं. मायावती के पास अब कोई विकल्प नहीं रह गया है, उन्होंने जो अकूत संपत्ति विभिन्न सोर्स से जमा की है उसकी जांच होगी. उन्हें ऐसा लगता है कि उनकी जांच हो रही है इसलिए उनके सुर बदले हैं.

मंत्री धर्मेश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने मायावती को यूपी का तीन बार मुख्यमंत्री बनने में मदद की. भाजपा के दिवंगत नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी ही थे जिन्होंने गेस्टहाउस घटनाकांड में मायावती की जान बचाई थी. लेकिन मायावती ने सभी को धोखा ही दिया.

बता दें कि इससे पहले आने बयानों से सुर्खियों में रहने वाली मध्यप्रदेश के भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ने बीजेपी के नेताओं के निधन को लेकर कांग्रेस द्वारा ‘मारक-शक्ति’ के इस्तेमाल करने वाला विवादित बयान दिया था. वही, केंद्रीय मंत्री रावसाहब दानवे पाटिल ने कहा था कि भाजपा के पास वाशिंग मशीन है वह अपनी पार्टी में शामिल होने वाले अन्य नेताओं की पहले उसमें धुलाई करती हैं.

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