लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण का मतदान 1 जून को होना है. इस दौरान 8 राज्यों की 57 सीटों पर मतदान होगा. इसी के साथ लोकसभा चुनाव 2024 के सभी सातों चरणों के मतदान संपन्न हो जाएंगे. अंतिम चरण में देश के कई दिग्गज राजनेताओं के बीच दमदार फाइट होगी. वहीं कुछ सीटों पर दिग्गजों की साख दांव पर रहेगी. आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी संसदीय सीट पर शामिल है. केंद्रीय मंत्री रह चुके रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, अनुराग ठाकुर, उपेंद्र कुशवाहा और रामकृपाल यादव की साख दांव पर है. अभिनेत्री कंगना रनौत, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी मैदान में हैं.
यह भी पढ़ें: मंडी में विरासत और पॉपुलर्टी की जंग: कंगना की हूंकार के आगे टिक पाएंगे विक्रमादित्य?
वाराणसी में हैट्रिक लगाने को तैयार मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से चुनावी मैदान में हैं. वे यहां जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि सामने कोई दमदार नेता नहीं है. सीट पर केवल 7 प्रत्याशी मैदान में हैं. पीएम मोदी 2014 और 2019 में यहां से आम चुनाव जीत चुके हैं. यहां यहां लंबे समय से बीजेपी का ध्वज लहरा रहा है. 2004 के आम चुनाव को छोड़ दें तो 1991 से यहां बीजेपी का कब्जा रहा है. मोदी से पहले 2004 में बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी यहां से सांसद रहे. इससे पहले 2004 में कांग्रेस के राजेश कुमार मिश्रा ने वाराणसी से बीजेपी का तिलस्म तोड़ जीत हासिल की थी.
आरा से तीसरी बार मैदान में आरके सिंह
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार आरके सिंह आरा संसदीय क्षेत्र से तीसरी बार मैदान में हैं. इस बार उनकी लड़ाई भाकपा माले के सुदामा प्रसाद से है. पिछली बार आरके सिंह ने भाकपा माले के राजू प्रसाद को 1.47 लाख वोटों से हराया था. इस बार आर के सिंह के सामने जीत की हैट्रिक लगाने की चुनौती है.
पटना साहिब में दूसरी बार रविशंकार प्रसाद
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री लगातार दूसरी बार मैदान में हैं. पिछली बार उन्होंने यहां दो बार के सांसद अभिनेता शत्रुघ्न सिंह को हराया था. इस बार उनका सामना पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के बेटे कांग्रेस उम्मीदवार अंशुल अविजित से है.
यह भी पढ़ें: मोदी के नाम पर पटना साहिब का किला फतेह करेंगे रविशंकर प्रसाद!
पाटलीपुत्र से दो चुनाव हारी मीसा भारती
पाटलीपुत्र सीट पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बड़ी पुत्री मीसा भारती लगातार तीसरी बार मैदान में है. यहां उनका सामना पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एवं बीजेपी उम्मीदवार रामकृपाल यादव से है. यादव जीत की हैट्रिक लगाने उतरे हैं. वहीं मीसा भारती 2014 और 2019 का चुनाव यहीं से हार चुकी हैं. दोनों उम्मीदवारों की साख दांव पर है.
काराकाट में त्रिकोणीय लड़ाई
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और भाकपा माले के राजाराम सिंह कुशवाहा आमने सामने है. यहां पर भोजपुरी गायक एवं अभिनेता पवन सिंह ने निर्दलीय ताल ठोकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. 2019 में जदयू के बहाबली सिंह ने उपेंद्र कुशवारा को मात दी थी. वे जदयू और बीजेपी के साथ गठबंधन का हिस्सा थे. इस बार यह सीट राष्ट्रीय लोक मोर्चा के हिस्से में आयी है.
डायमंड हार्बर में ममता की साख दांव पर
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से जीत की हैट्रिक लगाने के लिए तैयार हैं. पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों में से एक डायमंड हार्बर सबसे हॉट सीट मानी जाती है. पिछले तीन चुनावों से यह सीट पूरी तरह से टीएमसी के कब्जे में है. बीजेपी के अभिजीत दास बॉबी यहां से चुनौती पेश कर रही हैं. माकपा के प्रतिकुर रहमान मुकाबले को रोचक बना रहे हैं.
हिमाचल की चारों सीटों पर मुकाबला रोचक
हिमाचल प्रदेश की सभी 4 सीटों पर भी इसी चरण में आम चुनाव होना है. मंडी में बीजेपी के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत के सामने कांग्रेस के विक्रमादित्य चुनौती पेश कर रहे हैं. हमीरपुर से अनुराग ठाकुर लगातार चौथी बार मैदान में हैं.
यह भी पढ़ें: हमीरपुर में बढ़ रहा सियासी पारा: 4 बार के सांसद को मात दे पाएंगे पूर्व विधायक!
इन सभी के अलावा बक्सर से बीजेपी के मिथिलेश तिवारी और राजद के पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह, सासाराम में बीजेपी के शिवेश राम के सामने कांग्रेस के मनोज कुमार आमने सामने हैं. नालंदा से मौजूदा सांसद जेडीयू के कौशलेंद्र कुमार तीसरी बार मैदान में हैं. उनकी लड़ाई सीपीआई माले के उम्मीदवार संदीप सौरभ से है. वहीं, जहानाबाद में दूसरी बार जेडीयू के मौजूदा सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी और आरजेडी के सुरेंद्र यादव से है. पिछली बार चंद्रवंशी ने 1700 मतों के अंतर से सुरेंद्र यादव को हराया था. पूर्व सांसद अरुण कुमार बसपा के टिकट पर उतरे हैं.