Politalks.News/Rajasthan. बीते रोज शनिवार दोपहर में नावां के बालिका स्कूल चौराहे के पास हमलावरों द्वारा नमक कारोबारी जयपाल पूनिया की हत्या के मामले में सियासत गरमा गई है. मामले में जहां मृतक की पत्नी ने नावां विधायक और सरकारी उपमुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी सहित 8 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है तो वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मामले को लेकर गहलोत सरकार पर हमला बोला है. सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि नमक व्यापारी जयपाल पूनियां की हत्या सरकारी उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के इशारे पर हुई है. महेंद्र चौधरी मुख्यमंत्री के करीबी हैं और यहां अपनी समानांतर सरकार चलाते हैं. बेनीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि महेंद्र चौधरी के भाई और जयपाल पूनिया के बीच पिछले ढाई साल से झगड़ा चल रहा था, जिसे लेकर जयपाल मेरे पास भी कई बार आया था. बेनीवाल ने यह भी कहा कि जयपाल को झूठे मुकद्दमों में फंसाया गया और बाद में उसकी हिस्ट्रीशीट भी खोली गई.
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सीबीआई जांच के बिना नहीं होगा पर्दाफाश
रालोपा सुप्रिमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि कल जो सरेआम हत्या करवाई गई है, उसमें इस परिवार की पूरी भूमिका है. इसलिए इस मामले की जबतक सीबीआई जांच नहीं होती तब तक इस मामले का पर्दाफाश नहीं हो सकता. सांसद बेनीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि जिस प्रकार महेश जोशी का मामला हुआ, उसमें भी कांग्रेस भाजपा का मिलाजुली का खेल चल रहा है. हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी अंतिम समय तक परिवार के साथ है, जैसा परिवार चाहेगा हम उनको न्याय दिलाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ेंगे.
आपको बता दें, शनिवार दोपहर में नावां के बालिका स्कूल चौराहे के पास तहसील रोड पर 4-5 हमलावर बोलेरो गाड़ी से आए और बोलेरो से उन्होंने नमक कारोबारी जयपाल पूनिया की कार का रास्ता ब्लॉक किया. इसके बाद नीचे उतरकर कार के शीशे तोड़े और व्यापारी पर ताबड़तोड़ फायर कर दिए. फायरिंग के बाद हमलावर मौके से भाग गए. घायल पूनिया को जयपुर रेफर किया गया, जहां रास्ते में ही जयपाल पूनिया ने दम तोड़ दिया.
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महेन्द्र चौधरी सहित आठ लोगों पर हत्या का मुकदमा हुआ दर्ज
इस हत्याकांड को लेकर नमक कारोबारी जयपाल पूनिया की पत्नी सरिता ने राजस्थान सरकार में उप मुख्य सचेतक व नावां (नागौर) विधायक महेंद्र चौधरी सहित आठ लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. आरोप है कि महेन्द्र चौधरी और उनके भाई मोतीसिंह चौधरी के कहने पर मूलाराम सैनी व गुढ़ा सॉल्ट सरपंच वीरेंद्र सैनी ने कुछ अन्य बदमाशों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया है. शनिवार दोपहर सवा तीन बजे सरिता के पास राजेंद्र कुमार नाम के व्यक्ति का फोन आया, उसने कहा- भाईसाब को गोली लग गई है, बात करो, तब घायल जयपाल ने पत्नी को बताया कि उसे किसने गोली मारी. इसके बाद शनिवार को ही जयपाल पूनिया की पत्नी सरिता चौधरी ने नावां MLA महेंद्र चौधरी, मोतीसिंह चौधरी, वीरेंदर सैनी, मूलचंद सैनी, मनोज चौधरी, छोटूराम गुर्जर, पुनाराम जाट और हनीफ के खिलाफ धारा 147, 427, 302, 120 B, और आयुध अधिनियम की धारा 3 व 25 के तहत मामला दर्ज कराया है.
बीजेपी ने भी खोला मोर्चा, धरना-प्रदर्शन के साथ बाजार कराए बंद, RLP के विधायक भी रहे मौजूद
नावां में हुए जयपाल पूनिया हत्याकांड मामले में बीजेपी ने भी सरकार क्व खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री CR चौधरी, पूर्व माटी कलां बोर्ड अध्यक्ष व भाजपा के वरिष्ठ नेता हरीश कुमावत और पूर्व नावां MLA विजय सिंह चौधरी ने सैंकड़ों भाजपाइयों के साथ नावां शहर में रविवार सुबह 11 बजे जुलुस निकाला. बताया जा रहा है कि हनुमान बेनीवाल की पार्टी RLP के तीनों विधायक भी आज नावां पहुंचे और धरने में शामिल होकर हत्याकांड का विरोध किया. बता दें, मर्डर की घटना के विरोध में नावां शहर के बाजार बंद किए गए है. जयपाल की डेड बॉडी को नावां हॉस्पिटल की मोर्च्युरी में रखवाई गई है और तहसील के बाहर बीजेपी का धरना जारी है.
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बहरहाल, हाल ही AEN के साथ बर्बरतापूर्ण पिटाई मामले में सीएम अशोक गहलोत के कहने पर बाड़ी विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा के सरेंडर करने के बाद अब नावां विधायक महेंद्र चौधरी ने गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. कल चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है और आज भाजपा और रालोपा दोनों इस मामले को लेकर लामबंद नजर आ रहे हैं. रालोपा के तीनों विधायक अभी धरनास्थल पर हैं, वहीं अस्पताल परिसर के बाहर भाजपा नेता धरने पर बैठे हैं और कई बड़े नेता धरने पर पहुंचने वाले हैं.