HimachalAssemblyElection. हिमाचल विधानसभा चुनाव की चुनावी बिसात बिछ चुकी है और वोटिंग का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. 68 विधानसभाओं पर 400 से अधिक उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैंजिनकी किस्मत पर कल सुबह 7 बजे से मुहर लगना शुरू हो जाएंगी. बीते रोज चुनावी शोर थमने के बाद अब डोर टू डोर प्रचार में जुटे हैं प्रत्याशी. ऐसे में आज बात करें पर्यटकों की पहली पसंद शिमला जिले की तो, प्राकृतिक ठंड से भरा हुआ शिमला हिमाचल का सबसे हॉट सियासी जिला है. इसके अंतर्गत 8 विधानसभा सीटें आती है. इन सभी सीटों पर काफी अच्छा रोचक मुकाबला बन रहा है. हालांकि ज्यादातर सीटों पर फाइट भाजपा बनाम कांग्रेस है लेकिन कुछ सीटों पर निर्दलीय और आप पार्टी के उम्मीदवार त्रिकोणीय एवं बहुकोणीय मुकाबला बना रहे हैं. जिले की पांच सीटों पर बीजेपी व कांग्रेस की सीधी टक्कर है, दो सीटों पर त्रिकोणीय और एक सीट पर बहुकोणीय मुकाबला होने की संभावना है.
बीजेपी और कांग्रेस के सभी मौजूदा विधायक चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी ने एंटी इनकंबेंसी कम करने के लिए 8 में से 5 सीटों पर नए चेहरों को उतारा है. बीजेपी के नए चेहरों में शिमला शहरी से संजय सूद, शिमला ग्रामीण से रवि मेहता, ठियोग से अजय श्याम, रामपुर से कौल नेगी और जुब्बल कोटखाई से चेतन बरागटा शामिल हैं. शिमला शहर के मौजूदा बीजेपी विधायक व कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज का चुनावी हल्का बदला गया है. भारद्वाज अब कसुम्पटी से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के अनिरुद्ध सिंह से है.
वहीं कांग्रेस ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार बदले हैं. शिमला शहर से हरीश जनारथा, ठियोग से कुलदीप राठौर और चौपाल से रजनीश किमता को मौका दिया गया है. माकपा के एकमात्र विधायक राकेश सिंघा ठियोग से दोबारा चुनाव मैदान में हैं.
शिमला शहरी और चौपाल पर त्रिकोणीय मुकाबला
शिमला की शिमला शहरी और चौपाल विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के साथ माकपा के टिकेंद्र पंवर ने चुनावी मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है. टिकेंद्र शिमला नगर निगम के डिप्टी मेयर रह चुके हैं. वर्ष 2012 में नगर निगम में मेयर व डिप्टी मेयर के लिए हुए सीधे मुकाबलों में ये दोनों पद माकपा की झोली में गए थे. 48,071 मतदाताओं वाली शिमला शहरी सीट पर माकपा वर्ष 1993 में परचम लहरा चुकी है. एक ओर यहां बीजेपी ने अपने पुराने कार्यकर्ता संजय सूद पर भरोसा जताते हुए उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी मेयर हरीश जनारथा को मौका दिया है. हरीश जनारथा पिछले दो विधानसभा चुनाव करीबी मतों से हार गए थे. आप पार्टी के चमन राकेश भी यहां भाग्य आजमा रहे हैं.
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जिले की चौपाल विस की बात करें तो यहां 79,109 वोटर्स हैं. कांग्रेस के बागी सुभाष मंगलेट के निर्दलीय उतरने से यह सीट त्रिकोणीय मुकाबले में फंस गई है. सुभाष मंगलेट कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं. यहां बीजेपी के मौजूदा विधायक बलबीर वर्मा और कांग्रेस के रजनीश किमता आमने-सामने हैं. यहां सुभाष मंगलेट का कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाना निश्चित है. ऐसे में इसका फायदा बीजेपी को मिलना तय है। आप पार्टी के उदय सिंगता भी मैदान में हैं.
ठियोग सीट पर बहुकोणीय मुकाबला
जिले की सबसे बड़ी विस ठियोग विधानसभा सीट पर बहुकोणीय मुकाबला बन रहा है. बीजेपी और कांग्रेस के बागियों ने माकपा के कब्जे वाली इस सीट पर चुनावी समीकरण रोचक बना दिया है. ठियोग में माकपा के मौजूदा विधायक राकेश सिंघा हैं. बीजेपी ने यहां युवा नेता अजय श्याम तो कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को मैदान में उतारा है. कांग्रेस के पूर्व मंत्री दिवंगत जय बिहारी लाल खाची के बेटे विजय पॉल खाची और बीजेपी के पूर्व विधायक दिवंगत राकेश वर्मा की पत्नी इंदू वर्मा के निर्दलीय ताल ठोकने से यह सीट बहुकोणीय मुकाबले में फंस गई है. 83,275 मतदाताओं वाली इस विधानसभा सीट पर आप पार्टी के अतर सिंह चंदेल भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. ऐसे में यहां से चौंकाने वाला परिणाम आ सकता है.
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5 सीटों पर कांग्रेस-बीजेपी की सीधी टक्कर
जिन सीटों पर बीजेपी बनाम कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है, उनमें कसुम्पटी, शिमला ग्रामीण, रामपुर, रोहड़ू और जुब्बल विधानसभा सीटें हैं. कुसुम्पटी में बीजेपी के कद्दावर नेता सुरेश भारद्वाज और दो बार के कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह के बीच कड़ा मुकाबला है. 65,713 मतदाताओं वाली इस विधानसभा सीट पर आप पार्टी के राजेश चन्ना भी मैदान में हैं.
शिमला ग्रामीण में पूर्व सीएम दिवंगत वीरभद्र सिंह के सुपुत्र विधायक विक्रमादित्य सिंह और बीजेपी के रवि मेहता आमने-सामने हैं. 76,267 मतदाताओं वाली इस विस सीट पर आप पार्टी के प्रेम ठाकुर भी चुनावी मैदान में हैं. अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित रामपुर विस क्षेत्र में 74,838 मतदाता हैं. यहां कांग्रेस विधायक नंदलाल के सामने बीजेपी के युवा उम्मीदवार कौल नेगी और आप पार्टी के उदय सिंह डोगरा आमने सामने हैं.
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रोहड़ू विस सीट पर पिछली बार के कांग्रेस के मौजूदा विधायक मोहनलाल और बीजेपी की उम्मीदवार शशि बाला के बीच कांटे की टक्कर है. 73,580 मतदाताओं की इस अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित सीट पर आप पार्टी के अश्विनी कुमार भी मैदान में हैं. आपको याद दिला दें कि हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों 12 नवंबर को मतदान होना है। 8 दिसम्बर को परिणाम घोषित किया जाएगा।