पश्चिम बंगाल की मासूम कांग्रेस ! बंगाल के चुनावी रण में कब उतरेंगे राहुल और प्रियंका गांधी ?

अधीर रंजन अब तक देते रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मैसेज, कि राहुल-प्रियंका केरल समेत अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार में व्यस्त थे, जानकारों की मानें तो कांग्रेस के पास पश्चिम बंगाल में खोने या पाने के लिए कुछ खास दांव पर नहीं है, ज्यादा मेहनत करना गांधी परिवार ब्रांड के लिए ही हो सकता है नुकसान दायक

पश्चिम बंगाल की मासूम कांग्रेस !
पश्चिम बंगाल की मासूम कांग्रेस !

Politalks.News/WestBengalElection. केरल और असम समेत चार राज्यों में मतदान संपन्न हो चुका है और पश्चिम बंगाल में भी अब तक तीन चरणों का मतदान हो चुका है, लेकिन कांग्रेस के तीनों ही दिग्गज सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका गांधी बंगाल के प्रचार में नहीं उतरे हैं. हालांकि सोनिया गांधी खराब स्वास्थ्य के चलते असम और केरल भी नहीं गईं थीं. बता दें, बंगाल में अभी 5 चरणों के मतदान होना बाकी हैं, जिसके चलते बंगाल चुनाव में बीजेपी ने पूरी ताकत झौंक रखी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार ताबड़तोड़ रैलियां बंगाल में कर रहे हैं. साथ ही बीजेपी के कई दिग्गज भी लगातार रैलियां और रोड शो करने में जुटे हुए हैं.

वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और प्रियंका अब तक बंगाल के चुनाव में प्रचार के लिए नहीं उतरे हैं. पार्टी सूत्रों की माने तो केरल में वामपंथियों के खिलाफ चुनाव लड़ना और पश्चिम बंगाल में लेफ्ट के साथ गठबंधन इसका मु्ख्य कारण है. लेकिन जानकारों की मानें तो देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के पास पश्चिम बंगाल में खोने या पाने के लिए कुछ खास दांव पर नहीं है. खुद प्रदेश कांग्रेस के नेता भी मान चुके हैं कि तृणमूल और बीजेपी में मुकाबला इतना कड़ा हो गया है कि पार्टी को कुछ हासिल नहीं होना है. इसलिए ज्यादा मेहनत करना गांधी परिवार ब्रांड के लिए ही नुकसान दायक साबित हो सकता है.

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वहीं अगर राहुल और प्रियंका गांधी बंगाल में ज्यादा जोर लगाते भी हैं तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को होने वाला है, क्योंकि कांग्रेस सेक्यूलर वोट बैंक में सैंध लगाएगी जिससे तृणमूल कांग्रेस को नुकसान और बीजेपी को फायदा होना तय है. पार्टी सूत्रों की माने तो पार्टी औपचारिकता के लिए राहुल गांधी की कुछ सभाएं बंगाल में जरूर करवाएगी, लेकिन प्रियंका पर ज्यादा फोकस नहीं होगा. वैसे भी रॉबर्ट वाड्रा के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से प्रियंका ने खुद को आइसोलेट कर लिया है.

गौरतलब है कि असम सहित तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के लिए चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं जबकि अभी बंगाल में पांच चरणों के चुनाव होना बाकी हैं. असम में तीन चरणों में चुनाव हुए हैं जबकि केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में एक ही चरण में चुनाव हुआ है. बता दें, बंगाल में आठ चरणों में चुनाव होना था, जिनमें से तीन चरणों के चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं, अब पांच चरणों का चुनाव होना बाकी है. वोटर टर्न आउट ऐप के मुताबिक, 6 अप्रेल यानी कल शाम 7 बजे तक पुडुचेरी विधानसभा की सभी 30 सीटों पर 78.03 प्रतिशत और तमिलनाडु की सभी 234 विधानसभा सीटों पर कुल 65.11 प्रतिशत वोटिंग हुई. इनके अलावा असम में 82.33 प्रतिशत और केरल में 73 फीसदी से अधिक मतदान हुआ. वहीं, बंगाल की बात करें तो यहां तीसरे चरण के लिए 3 जिलों की 31 सीटों पर कुल 77.68 प्रतिशत मतदान हुआ है.

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