Politalks.News/Rajasthan/AshokGehlot. नावां में हुई नमक व्यापारी की हत्या मामले में विधायक महेन्द्र चौधरी और उनके भाई का नाम आने के मामले में सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘कई बार मीडिया वाले भाई को लेकर, बेटे को लेकर, पत्नी को लेकर कुछ बोल देते हैं, छापते रहते हैं, वो अच्छी परंपरा नहीं है. हां अगर आपको लगे, आप राजनीतिक पद पर बैठे हुए हो, एमएलए हो, एमपी हो, मंत्री हो और आप अपने पद के प्रभाव का उपयोग कर रहे हो बचाने के लिए, तब आप आरोप लगाओ उस विधायक पर, एमपी पर या मंत्री पर, अगर कोई रिलेटिव कोई काम करता है, गलत काम करता है, कानून उसका अपना काम करेगा.’ राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित सभा में पीसीसी पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रदेश के मुख्य सियासी मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी और साथ ही केन्द्र की मोदी सरकार को एक बार फिर आड़े हाथ लिया.
गुरूवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि, ‘महंगाई की चिंता कौन कर रहा है? देश में महंगाई की चिंता नहीं कर रहा कोई, बेरोजगारी की चिंता नहीं कर रहे हैं. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के अंदर कैम्पेन किया था तो उन्होंने कहा था कि 2 करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा प्रतिवर्ष, उसको तो सब भूल गए हैं और इसीलिए देश के अंदर जो माहौल बना रखा है तनाव का, दंगों का, जिससे कि ध्यान डायवर्ट रहे.’ वहीं ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मैं हर बार बोलता हूँ महंगाई को लेकर, बेरोजगारी को लेकर कि देश किस दिशा में जा रहा है, किस दिशा में जाएगा, ये किसी को नहीं मालूम है. क्योंकि जो लोग सत्ता में बैठे हुए हैं, इनको जनता का भय नहीं है, हिंदू धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं तो इनको ये घमंड आ गया है कि सब हिंदू हमारे साथ में हैं, कौन हमारा क्या बिगाड़ लेगा?
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पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘भाजपा आज डेमोक्रेसी के लिए खतरा है, ये आम जनता को समझना पड़ेगा कि हिंदुत्व के नाम पर आपको जो भ्रमित कर रहे हैं, ये हमारे लिए उल्टा पड़ेगा देशवासियों के लिए, ये जनहित में नहीं है, आम लोगों के हित में नहीं है, ये समझना पड़ेगा.’ वहीं आज से शुरू होने वाली बीजेपी पदाधिकारियों की बैठक से जुड़े सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘राजस्थान में हाल ही में हुई घटनाओं के लिए बीजेपी के बड़े नेता मुख्य आरोपी हैं. क्योंकि इनके एजेंडा में है कि प्रदेश में चुनाव आ रहे हैं, उनको बदनाम कैसे करो? ये इनका एजेंडा है, तो आपको समझना पड़ेगा कि जैसे ही हमारे चिंतन शिविर की घोषणा हुई उदयपुर के अंदर तो उसी से घबरा गए ये लोग और ये घबराहट का ही नतीजा है कि आज ये कुनबा जयपुर में इकट्ठा हो रहा है.’ सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, मुझे लगता है कि इस बार जनता फैसला करेगी कि कांग्रेस के पक्ष में मतदान करें, दोबारा कांग्रेस को सत्ता में लाएं.’
वहीं राजस्थान के सबसे बड़े मुद्दे ERCP को लेकर जब सीएम गहलोत से सवाल पुछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘इसके लिए मूवमेंट खड़ा होना चाहिए, जनता को आगे आना पड़ेगा केंद्र पर दबाव बनाने के लिए. हम जो कर सकते थे वो कर रहे हैं. प्रधानमंत्री जी ने जो वादा किया वो याद दिला रहे हैं हम लोग तो लेकिन उनकी सरकार के मंत्री कह रहे हैं, जो जलशक्ति मंत्री हैं कि कोई वादा किया ही नहीं, मैं संन्यास ले लूंगा राजनीति से, अब उनके मुंह पर ताला लग गया है, वो संन्यास कब लेंगे पता नहीं?’ वहीं बुधवार को कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा के इस्तीफे से जुड़े सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘राहुल गांधी की सभा में गणेश घोघरा ने कहा था कि हमारे मुख्यमंत्री गांधीवादी नेता है. आप समझ जाओ, मुख्यमंत्री गांधीवादी है तो एसडीओ को बंद करने वाला काम तो गांधीवादी है नहीं. गणेश घोघरा हमारा नौजवान साथी है,भावुक आदमी है. इस्तीफे की घोषणा की होगी हम समझाइश करेंगे, मान जाएगा. जनता के लिए संघर्ष करते रहते हैं. उसकी तारीफ करनी चाहिए.’
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सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘राहुल गांधी ने कहा था कि जनता से कनेक्शन जोड़ों, जनप्रतिनिधि को जनता के बीच जाना चाहिए. गणेश घोघरा ने कोई कदम उठाया है, जनसुनवाई करने गए हैं. जनसुनवाई करने के लिए जाना चाहिए. राजनीति में काम करने वालों का यह असली काम होता है कि जनता के बीच जाएं, जनसुनवाई करें. वहां घटना दूसरी हो गई. अति उत्साह में एसडीओ को बंद कर दिया. राजस्थान में कानून का राज है, कानून का राज रहना चाहिए. इसलिए एसडीओ को बंद करने की एफआईआर दर्ज हो गई. मैंने तनाव के वक्त भी कहा था और अब भी खुले तौर पर कह रहा हूं कि कोई हिंसा करवाएगा,दंगे करवाएगा तो कानून अपना काम करेगा. गणेश घोघरा को इसलिए फील हुआ होगा कि एफआईआर दर्ज हो गई, कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी हुई होगी.’
वहीं नावां जिले में हुए नमक कारोबारी की हत्या में मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के भाई के ऊपर लगे आरोपों को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘अब किसी के भाई पर, किसी के बेटे पर, समाज में सब तरह की बातें होती हैं. जब तक आपको ये नहीं लगे कि राजनीतिक हस्तक्षेप हो रहा है, मैं गंभीरता से कह रहा हूं आपको, कई बार मीडिया वाले भाई को लेकर, बेटे को लेकर, पत्नी को लेकर कुछ बोल देते हैं, छापते रहते हैं, वो अच्छी परंपरा नहीं है. हां अगर आपको लगे, आप राजनीतिक पद पर बैठे हुए हो, एमएलए हो, एमपी हो, मंत्री हो और आप अपने पद के प्रभाव का उपयोग कर रहे हो बचाने के लिए, तब आप आरोप लगाओ उस विधायक पर, एमपी पर या मंत्री पर, अगर कोई रिलेटिव कोई काम करता है, गलत काम करता है, कानून उसका अपना काम करेगा. हमारे राज में पहली बार हो रहा है कि राजस्थान में मैंने तमाम अधिकारियों को, गृह विभाग को, पुलिस प्रशासन को, सबको दो टूक कहा हुआ है कि आपको निष्पक्ष होकर काम करना है नीचे से ऊपर तक, कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं चलेगा.
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कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘पूरे देश के राज्यों में पर्चे आउट हो रहे हैं. हाल ही में बिहार, पंजाब में भी पर्चे आउट हुए हैं. देश में यह एक गैंग बन गई है, यह भी उसी का एक परिणाम है जो बेरोजगारी फैल रही है. देश में बेरोजगारी का मुद्दा बना हुआ है. जो क्राइम हो रहा है, रेप हो रहे हैं, काफी हद तक उसमें भी उसका कारण होता है कि जब आदमी फ्रस्ट्रेशन में आता है, ये क्राइम करता है, नशा-पता करता है, क्या-क्या नहीं करता है? भारत सरकार हो चाहे राज्य सरकारें हों, हम सबकी ड्यूटी बनती है कि अधिक से अधिक हम बेरोजगारों को कैसे नौकरियां दें. पेपर लीक को लेकर राजस्थान में हमने कानून भी पास किया है, हम चाहते हैं कि उसको हम लोग सुनिश्चित करेंगे कि यहां टाइम पर रोजगार मिले लोगों को. हमने इतनी बड़ी संख्या में नौकरियां निकाली हैं, उसका फायदा तो मिले लोगों को, ये हमारी सोच है.
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘पहाड़िया जी आज हमारे बीच से चले गए, दोनों पति-पत्नी चले गए. कोरोना के चलते उनका दिल्ली में दाह संस्कार हुआ. ऐसे में कोरोना को भी गंभीरता से लेना चाहिए.’