Politalks.News/Rajasthan/RajendraRathore. राजस्थान और देश की सियायत में बुधवार का दिन बहुत ही सियासी रहा. बुधवार को जहां पहले गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल के इस्तीफे की सूचना आई, तो उसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और उसके ठीक बाद उत्तराखंड आप के मुख्यमंत्री उम्मीदवार कर्नल अजय सिंह कोठियाल और उसके बाद राजस्थाब यूथ प्रदेश कांग्रेस और डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा के इस्तीफे की खबर ने सबको चौंका दिया. वहीं दूसरी और प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने कांग्रेस की इस अंतर्कलह पर मजे लेने शुरू कर दिए हैं. विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस सरकार का जहाज अब डूबने की ओर है. कांग्रेस के डूबते जहाज से कई लोग कूद-कूद कर किनारा करेंगे. मैं यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा जी को बधाई देता हूं जिन्होंने सबसे पहले इस जहाज से कूदने का साहस दिखाया है..
बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि गणेश घोघरा जी को मेरा सुझाव है कि वह राजस्थान विधानसभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियम 173 के तहत अपना त्याग पत्र माननीय विधानसभा अध्यक्ष को भेजें ताकि आप जल्द ही इस जनविरोधी व अन्यायी सरकार से मुक्ति पा सके. राठौड़ ने कहा कि हाल ही में उदयपुर में संपन्न हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद सुनील जाखड़, हार्दिक पटेल के बाद अब गणेश घोघरा जी ने काफी चिंतन करके कांग्रेस पार्टी को छोड़ा है. उम्मीद है, आदिवासियों का अपनी प्रतिज्ञा पर अटल रहने का जो चरित्र है उस पर गणेश घोघरा जी जरूर कायम करेंगे.
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विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि सत्ताधारी पार्टी के विधायकों की उनकी ही सरकार में सुनवाई नहीं हो रही है. जनता की आवाज उठाने पर जब सत्तारुढ़ कांग्रेस के विधायक ही स्वयं को असहाय समझ रहे हैं, प्रशासनिक अधिकारी जनप्रतिनिधियों की अनदेखी कर रहा है तो फिर आमजन का क्या हाल होगा ? गणेश घोघरा जी की इस्तीफा असंवेदनशील व जनविरोधी कांग्रेस सरकार की कलई खोल रहा है.