Politalks.News/Rajasthan/Beniwal. सैनिकों की भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में भारी विरोध है. इसी कड़ी में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने आज अपने जयपुर आवास पर मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि अग्निपथ योजना से आरएलपी सहमत नहीं है. सेना में टूर ऑफ ड्यूटी (TOD) की सोच गलत है. देश की सभी सरकारी संस्थाओं को केंद्र सरकार प्राइवेट हाथों में देती जा रही है. वहीं हनुमान बेनीवाल ने अपनी आगे की रणनीति का एलान करते हुए कहा कि 27 जून को जोधपुर में आरएलपी जवानों के साथ अपनी ताकत दिखाएगी. 27 जून को आएलपी के कार्यकर्ता जयपुर की तरफ कूच करेंगे. यही नहीं बेनीवाल ने कहा कि जरूरत पड़ी तो दिल्ली भी कूच करेंगे आरएलपी के जवान और जरूरत पड़ी तो सड़क और रेलवे ट्रैक भी जाम करेंगे. बेनीवाल ने कहा कि 27 जून को जोधपुर में आरएलपी का बड़ा प्रदर्शन है. उसके बाद अलग-अलग संभागवार रैली होंगी, फिर चरणबद्ध तरीके से संभागों से कूच करेंगे युवा और आरएलपी कार्यकर्ता.
वहीं मोदी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मुझे लगता है कि सरकार के अधिकारियों की सलाह के आधार पर यह योजना शुरू की गई है. हनुमान बेनीवाल ने अग्निपथ योजना को भद्दा मजाक बताते हुए कहा कि सेना को ठेका प्रथा या संविदा पर चलाना गलत फैसला. आगे यह इतिहास बनेगा कि प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री की भूल से हिंदुस्तान में सेना में जाने के लिए लालायित किसानों के बेटे सोचने को मजबूर हो गए कि इससे तो बढ़िया अंग्रेजों का राज था.
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हनुमान बेनीवाल ने कहा कि पहले केंद्र सरकार किसानों के खिलाफ तीन काले कानून लेकर आई थी. लेकिन हमारे संघर्ष के बाद केंद्र सरकार को झुकना पड़ा, देश के किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झुकाया. किसान आंदोलन में देश की सरकार की जो किरकिरी हुई. उसका बदला लेने के लिए अब केंद्र सरकार ने सेना को भी टूरिज्म का केंद्र बना दिया है. बेनीवाल आगे बोले कि सबसे ज्यादा किसान के बेटे ही सेना की नौकरी में जाते हैं. किसान आंदोलन में सबसे ज्यादा आंदोलन पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के इलाकों में चला.
आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल आगे बोले कि यूपीए के समय जवानों की जो शहादत हुई, उससे ज्यादा पिछले 8 साल में सेना में जवान शहीद हुए हैं. सांसद बेनीवाल ने कहा कि अगर समय रहते अग्निपथ योजना में सुधार नहीं किया गया, तो देश में गृह युद्ध के हालात बन जाएंगे. बेनीवाल बोले कि उन पर देश के अलग-अलग हिस्सों से युवाओं का दबाव आ रहा है. सड़क पर निकलने के लिए युवाओं का दबाव है, लेकिन हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि हिंसा का रास्ता अपनाना कोई विकल्प नहीं है. बेनीवाल ने नौजवानों से अपील की है कि वो हिंसा का रास्ता ना अपनाए. साथ ही कहा कि कई युवा हताश दिख रहे हैं. ऐसे में कुछ जगह से युवाओं की आत्महत्या की खबरें भी आई हैं, आत्महत्या जैसा भयावह कदम नहीं उठाएं युवा, जिस तरह किसानों ने काले कानूनों के मामले में प्रधानमंत्री को झुकाया था. उसी तर्ज पर जवान केंद्र सरकार का विरोध करेंगे.
सांसद बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी देश की पहली पार्टी है, जिसने अग्निपथ के फैसले के दिन ही विरोध जताया था. जवानों के साथ मैदान में आने का फैसला सबसे पहले आरएलपी ने ही लिया. दो दिन पहले आरएलपी ने राजस्थान के सभी तहसील और जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था. आरएलपी का आंदोलन लोकतांत्रिक तरीके से और शांतिपूर्ण रहा. बेनीवाल बोले कि केंद्र की सरकार को झुकाने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से आरएलपी विरोध जारी रखेगी. बेनीवाल ने आगे कहा कि हो सकता लड़ते-लड़ते हमारी जान भी चली जाए, लेकिन युवाओं और किसानों के सम्मान के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
अग्निपथ योजना की तुलना इजराइल और अमरीका जैसे देशों से करने पर सांसद हनुमान बेनीवाल बोले कि सब लोग देश में संपन्न नहीं है, कई लोग तो नरेगा में काम करके अपना गुजारा चला रहे हैं. इजराइल की जनसंख्या को लेकर भी बोले बेनीवाल, कई देशों की जनसंख्या तो राजस्थान की जनसंख्या से भी कम है. हनुमान बेनीवाल ने सभी सरकारों से अपील करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी बच्चों पर झूठे मुकदमे दर्ज नहीं किए जाएं, यह बच्चों के कैरियर का सवाल है. झूठे मुकदमों से खराब हो सकता है बच्चों का कैरियर.
वहीं सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स में अग्निवीरों के आरक्षण को लेकर सांसद हनुमान बेनिवाल ने कहा कि पैरामिलिट्री में तो सेना से आए लोगों के लिए पहले से आरक्षण है. केंद्र सरकार इसमें क्या नया कर रही है? हनुमान बेनीवाल ने आशंका जताई है कि केंद्र सरकार सेना की अलग-अलग रेजिमेंट को तोड़ सकती है. बेनीवाल बोले कि केंद्र सरकार को नहीं दिखता सेना की रेजिमेंट से प्यार. हनुमान बेनीवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर रेजीमेंट को खत्म कर देंगे तो सेना कैसे चलेगी और देश कैसे चलेगा?
हाल ही में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा अग्निपथ का विरोध कर रहे अग्निवीरों को गुंडा कहे जाने पर भारी आपत्ति जताते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि गिरीराज सिंह को ना तो अपने मंत्रालय का ज्ञान है और ना ही उन्हें मुद्दों की समझ है. बेनीवाल ने कहा कि गिर्राज सिंह सिर्फ हिंदूवादी मुद्दे उठाते रहते हैं. हिंदू चेहरे के रूप में ही उन्हें मंत्री बना रखा है. बेनीवाल ने कहा कि गिर्राज सिंह की मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है. बेनीवाल बोले कि देश में आंदोलन कर रहे युवाओं को गिर्राज सिंह ने गुंडा कहा था, लेकिन इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री किसानों को आतंकी बता चुके हैं. बेनीवाल ने कहा कि अपने बयान देकर पलटने में बीजेपी के नेता जरा भी देर नहीं लगाते. इसके साथ ही बीजेपी के अनुशासन को लेकर भी हनुमान बेनीवाल ने कहा कि किसी विद्यार्थी को जैसे टीचर डांटते हैं, वैसे बीजेपी के नेताओं और सांसदों को पीएम मोदी की डांट पड़ती है.