प्रदेश में 50 हुए कोरोना पॉजिटिव, गहलोत ने पीएम मोदी से मांगा सहयोग, विधायकों को दी छूट तो प्रवासियों की सुरक्षा के लिए लिखा पत्र

उच्चाधिकारियों को दिए लॉक डाउन का सख्ती से पालना करवाने के निर्देश, केंद्र सरकार से किया खुले मन से राज्य सरकार को सहयोग करने का आग्रह, अमित शाह से भी की बात, विधायक कोष की लिमिट हटाई, राशन व भोजन के लिए कर सकेंगे शत-प्रतिशत खर्च, प्रवासी राजस्थानियों की सुरक्षा के लिए अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखा पत्र

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में कोरोना के कहर के चलते गुरुवार को 2 बुजुर्गों की मौत हुई और 5 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए तो वहीं शुक्रवार को 7 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में अब कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 50 हो गयी है. इसके बाद से सरकार और प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश की स्थिति को लेकर खासे चिंतित हैं, जिसके चलते सीएम गहलोत ने उच्चाधिकारियों को लॉक डाउन का सख्ती से पालना करवाने के निर्देश देते हुए कहा कि लोगों को घरों में रखने के लिए सख्ती से कार्रवाई भी करनी पडे़ तो करें और आवश्यकता हो तो आर्मी की ड्रिल भी करवाएं. वहीं देर रात सीएम गहलोत ने इस महामारी से बचाव तथा प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर जानकारी दी और संकट की इस घडी में केंद्र सरकार से खुले मन से राज्य सरकार को सहयोग करने का आग्रह भी किया.

प्रदेश में बढते कोरोना संक्रमण से चिंतित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से टेलीफोन पर वार्ता कर कोरोना संकट से निपटने के लिए केन्द्र से सहयोग मांगा है. सीएम गहलोत ने पीएम मोदी को बताया कि राज्य सरकार इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है. इसके लिए प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं, सामाजिक संस्थाओं, चिकित्सा कर्मियों सहित तमाम वर्गाें का सहयोग लिया जा रहा है. लॉकडाउन की सख्ती से पालना के साथ-साथ जरूरतमंदों की आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा के लिए राज्य सरकार ने दो हजार करोड़ रूपये का आर्थिक पैकेज घोषित किया है. सीएम गहलोत ने बताया कि हमने संकल्प लिया है कि प्रदेश में एक भी व्यक्ति लॉकडाउन की वजह से भूखा नहीं सोए.

सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया कि संकट की इस घड़ी में केन्द्र खुले मन से राज्य सरकार को सहयोग प्रदान करे. इस दौरान पीएम मोदी ने सीएम गहलोत को विश्वास दिलाया कि केन्द्र सरकार इस महामारी से लड़ने के लिए राज्य सरकार को पूरा सहयोग प्रदान करेगी. इसके साथ सीएम गहलोत ने केंद्र से सहयोग को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी दूरभाष पर वार्ता की. सीएम गहलोत ने शाह को राज्य सरकार द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया और आवश्यक सहयोग की अपेक्षा की.

इसके साथ ही संकट के इस समय में मुख्यमंत्री गहलोत ने विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि वे लॉक डाउन के चलते अपने राज्यों में फंसे राजस्थान वासियों की समुचित देखभाल करे और उनको भोजन, चिकित्सा सुविधा और रहने के लिए उचित सुविधा प्रदान करें. सीएम गहलोत ने सभी मुख्यमंत्रियों को आश्वस्त करते हुए कहा हम भी यहां अन्य राज्यों के फंसे हुए लोगों की उचित देखभाल करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं.

इससे पहले सीएम गहलोत ने अपने निवास पर कोर ग्रुप, वार रूम के अधिकारियों एवं जिला कलेक्टरों तथा पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. बैठक के दौरान सीएम गहलोत ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए जिला कलेक्टरों को स्थानीय स्तर पर अर्जेंट टेम्परेरी बेसिस पर डॉक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ की सेवा लेने के निर्देश दिए. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार ने विधायकों को यह छूट भी दे दी है कि वे अपने विधायक कोष से सोशल वेलफेयर एवं गरीबों को भोजन व्यवस्था के लिए शत-प्रतिशत तक राशि खर्च कर सकते हैं. मेडिकल उपकरणों के लिए भी विधायक कोष से वे अब एक लाख की जगह 5 लाख रूपए तक की अनुशंसा कर सकेंगे.

सीएम गहलोत ने आगे कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर एवं नर्सेज हाई रिस्क जोन में सेवाएं दे रहे हैं. राज्य सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर है. मरीजों के सीधे सम्पर्क में आने वाले इन चिकित्सकों एवं नर्सेज को संक्रमण से बचाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन के अनुसार एचसीक्यू दवा का कोर्स दिया जाए. सीएम गहलोत ने निर्देश दिए हैं कि एक लाख तक की आबादी वाले नगरों में कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सेम्पल कलेक्शन की सुविधा उपलब्ध हो, आवश्यकता होने पर जिला कलेक्टर सेवानिवृत्त चिकित्सकों एवं नर्सिंग कर्मियों की सेवाएं भी ले सकते हैं.

सीएम गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राजस्थान में फिलहाल कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या नियंत्रण में है, लेकिन यह बीमारी कभी भी भयावह रूप ले सकती है. ऎसे में प्रदेशभर में लॉक डाउन की सख्ती से पालना कराई जाए. लॉक डाउन को कर्फ्यू की तरह ही लिया जाए, लोगों को घरों में रखने के लिए सख्ती से कार्रवाई भी करनी पडे़ तो करें. पुलिस के आला अधिकारी भी सड़कों पर निकलें और आवश्यकता हो तो आर्मी की ड्रिल भी करवाएं.

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सीएम गहलोत ने जिला कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा कि वे असहाय एवं निराश्रित लोगों का सर्वे करवाकर यह सुनिश्चित करें कि जरूरतमंद लोगों तक आवश्यक रूप से मदद पहुंच सके. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने बेघर एवं बेसहारा लोगों को तैयार खाना पहुंचाने तथा जरूरतमंद लोगों तक राशन सामग्री के पैकेट होम डिलीवरी के जरिए उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए. सीएम गहलोत ने कहा कि जिला कलेक्टर इस काम के लिए होटल व्यवसायियों से सहयोग लें. होटल्स में भोजन बनाने के लिए कुक सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध होती हैं, ऎसे में वे संकट की इस घड़ी में मददगार साबित हो सकते हैं.

बता दें, राजस्थान में शुक्रवार को विभिन्न जिलों से कोरोना पॉजिटिव मरीजों के 7 नए केस सामने आए हैं. जिसके चलते प्रदेश में अब भीलवाडा और झुंझुनूं के बाद जयपुर के चारदिवारी इलाके के 10 थाना क्षेत्रों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है. गौरतलब है कि प्रदेश में गुरुवार कक कोरोना पॉजिटिव दो बुजुर्गों की मौत हो चुकी है. वहीं प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव के 7 नए केस सामने आए, जिसमें दो भीलवाड़ा से, एक जोधपुर, दो केस डूंगरपुर, एक जयपुर और एक चूरू में सामने आया. इससे पहले गुरुवार को 5 पॉजिटिव केस सामने आए थे. ऐसे में कुल मिलाकर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 50 तक पहुंच गई है, वहीं 309 मरीजों की जांच रिपोर्ट अभी प्रकियाधीन है.

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