Politalks.News/AgneepathScheme/YouthProtest. केंद्र सरकार ने ‘अग्निपथ योजना’ लाकर देश के युवाओं को अग्निवीर की जगह प्रदर्शनकारी जरूर बना दिया है. देश भर के युवा सरकार की इस योजना का विरोध कर रहे हैं तो वहीं बिहार में दूसरे दिन ये प्रदर्शन और भी ज्यादा उग्र हो गया और बेरोजगार युवाओं ने रास्ते जाम कर दिए और कई रेलवे ट्रैक जाम कर ट्रेनों की बोगियों में आग लगा दी. कुछ ऐसा प्रदर्शन उत्तरप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली सहित कई राज्यों में देखने को मिला. एक तरफ जहां भाजपा नीत सरकार है वहां के मुख्यमंत्री इस योजना को मील का पत्थर बता रहे हैं तो विरोधी इस योजना को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बता रही है तो वहीं कुछ युवाओं का कहना है कि, ‘या तो अर्थी दो या भर्ती दो’. वहीं केंद्र सरकार के 10 लाख नौकरियां देने के फैसले पर धन्यवाद देने वाले भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिख स्थिति साफ़ करने की बात कही.
‘अग्निपथ योजना’ को लेकर बिहार में छात्रों का प्रदर्शन दूसरे दिन गुरुवार को सुबह से ही जारी है. बेरोजगार युवा अपनी मांगों को लेकर सुबह से ही सड़कों पर उतर आये हैं. बिहार के नवादा और जहानाबाद से शुरू हुआ हंगामा कुछ देर बात आरा, बक्सर, सहरसा सहित आठ से नौ जिलों तक पहुंच गया. बेरोजगार युवाओं ने आक्रोश में कई जगहों पर ट्रेनों को भी निशाना बनाया गया है. नवादा में यातायात को पूरी तरह से ठप कर दिया गया है. यही नहीं आक्रोशित युवाओं ने नवादा में तो बीजेपी ऑफिस में ही आग लगा दी. यहीं नहीं वारिसलीगंज की विधायक अरुणा देवी जनता के काम से नवादा आ रही थीं लेकिन इस दौरान आक्रोशित लोगों ने विधायक की गाड़ी पर हमला बोल दिया. गाड़ी में मौजूद विधायक बाल-बाल बच गईं.
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वहीं बिहार के छपरा में बेरोजगार युवाओं ने ट्रेन में आग लगा दी जिसकी वजह से एसी कोच धू-धू कर जल उठा. मौके पर रेल पुलिस और अधिकारी पहुंचे जिसके बाद आग को बुझाया गया. पुलिस को देखते ही यहां से छात्रों की भीड़ भाग गई. युवाओं सड़क पर आगजनी भी की गई और टायर जलाए गए हैं. वहीं हरियाणा में भी बेरोजगार युवाओं का प्रदर्शन देखा गया. हरियाणा में भी कई जगह युवाओं ने पुलिस की गाड़ी को आग लगा दी. वहीं सबसे दुखद बात तो ये है कि हरियाणा के रोहतक में इस योजना के विरोध में एक छात्र ने आत्महत्या कर ली. अग्निपथ की आंच से यूपी भी झुलस रहा है. उन्नाव के शुक्लागंज में युवाओं ने मरहला चौराहे पर विरोध जताया. इतना ही नहीं युवाओं ने हाथों में तख्ती ओर पोस्टर लेकर रक्षा मंत्री और मोदी, योगी मुर्दाबाद के नारे लगाए.
वहीं अग्निपथ योजना का राजस्थान में विरोध शुरू हो गया. राजस्थान के जोधपुर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के युवा गुरुवार को सड़क पर उतर आए. सीकर में युवकों ने तोड़फोड़ की और प्रदर्शन किया साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी. वहीं राजधानी जयपुर में RLP प्रमुख एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हुआ. इससे पहले बुधवार को कुछ युवाओं ने दिल्ली अजमेर हाइवे पर भी विरोध प्रदर्शन किया था और हाइवे को जाम कर दिया था. हालांकि पुलिस की समझाइश और जोर जबरदस्ती के बाद युवाओं ने हाइवे खाली कर दिया.
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केंद्र सरकार की इस योजना को बीजेपी शाषित राज्यों के मुख्यमंत्री मील का पत्थर बता रहे हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, ‘सरकार की अग्निपथ योजना देश के युवाओं के लिए लाभकारी है. प्रदेश सरकार 4 साल बाद सेवा निवृत होने वाले इन अग्निवीरों को प्रदेश पुलिस और अन्य विभागों में योग्यता के अनुसार रोजगार देगी.’ तो वहीं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर देश के युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘युवा साथियो, ‘अग्निपथ योजना’ आपके जीवन को नए आयाम प्रदान करने के साथ ही भविष्य को स्वर्णिम आधार देगी. आप किसी बहकावे में न आएं. माँ भारती की सेवा हेतु संकल्पित हमारे ‘अग्निवीर’ राष्ट्र की अमूल्य निधि होंगे व यूपी सरकार अग्निवीरों को पुलिस व अन्य सेवाओं में वरीयता देगी.’
वहीं केंद्र सरकार द्वारा अगले डेढ़ साल में 10 लाख नौकरियां देने वाले फैसले का स्वागत करने वाले भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है. गांधी ने अपने इस पत्र में अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करने और युवाओं के मन में उपजे सवालों को दूर करने की बात कही है. वरुंग गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘आदरणीय राजनाथ सिंह जी ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर देश के युवाओं के मन में कई सवाल हैं. युवाओं को असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने के लिए सरकार अतिशीघ्र योजना से जुड़े नीतिगत तथ्यों को सामने रख कर अपना पक्ष साफ करे. जिससे देश की युवा ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग सही दिशा में हो सके.’
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सरकार की इस योजना के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल रखा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वायनाड सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई direct भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान, देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हे ‘अग्निपथ’ पर चला कर इनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी.’ वहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं की आँखों में देशसेवा, माँ-बाप की सेवा, घर परिवार और भविष्य के तमाम सपने होते हैं. नई सेना भर्ती योजना उन्हें क्या देगी? 4 साल बाद न हाथ में नौकरी की गारंटी, न पेंशन की सुविधा= नो रैंक, नो पेंशन. प्रधानमंत्री जी युवाओं के सपनों को मत कुचलिए.’