Politalks.News/PunjabElection. पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) के चुनाव प्रचार का शोर अब थम चुका है. पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए रविवार सुबह 8 से शाम 6 बजे तक मतदान होगा. प्रशासन ने 18 फरवरी शाम छह बजे से पहले बाहरी लोगों के विधानसभा क्षेत्र से बाहर निकल जाने के आदेश दिए गए हैं. वहीं चुनाव प्रचार थमने के बाद से 20 फरवरी को मतदान खत्म होने तक प्रदेश में ड्राई-डे घोषित किया गया है. चुनाव प्रचार खत्म होते ही रेडियो और टीवी पर विज्ञापनों का प्रसारण रोक दिया जाएगा. चुनाव प्रचार का शोर थमने के बाद अब डोर-टू-डोर कैंपेन (door-to-door campaign) पर जोर रहेगा.
117 सीटों पर 1304 उम्मीदवार मैदान में
पंजाब विधानसभा की 117 सीटों पर 20 फरवरी को मतदान होगा (Polling for 117 seats of Punjab Assembly will be held on February 20). इस बार कुल 1 हजार 304 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. सबसे ज्यादा 175 उम्मीदवार लुधियाना की 14 सीटों पर लड़ रहे हैं. अमृतसर की 11 सीटों पर 117 और पटियाला की आठ सीटों पर 103 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
यह भी पढ़ें- गरीबों को मुफ्त बिजली देने को राजी नहीं थे कैप्टन, इसलिए हटाए गए पद से- चुनाव से पहले राहुल का खुलासा
2,14,99,804 मतदाता तय करेंगे पंजाब का भविष्य
भारत के चुनाव आयोग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में 2,14,99,804 मतदाता हैं जो 1 हजार 304 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. 1304 उम्मीदवारों में से 93 महिलाएं हैं, जबकि दो ट्रांसजेंडर उम्मीदवार हैं.
24689 मतदान केन्द्रों पर होगी वोटिंग
पंजाब के 23 जिलों के 117 विधानसभा क्षेत्रों में रविवार को 24,689 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा. चुनाव आयोग ने COVID-19 महामारी को देखते हुए बूथों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है. मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) एस करुणा राजू ने कहा कि, ‘मतदान केंद्रों पर भीड़ को कम करने के लिए एक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की संख्या मौजूदा 1400 से घटाकर 1200 कर दी गई है. पंजाब सीईओ की 45,316 बैलेट यूनिट्स (बीयू), 34,942 कंट्रोलिंग यूनिट्स (सीयू) और 37,576 वीवीपीएटी मशीनों के अलावा 10,500 कंट्रोल यूनिट (सीयू) और 21,100 वीवीपैट भी मध्य प्रदेश से पंजाब लाए जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें- सैफई परिवार में अपर्णा सबसे योग्य, इसलिए हमने लिया, अखिलेश करके दिखाएं बहस- योगी का बड़ा वार
20 फरवरी तक रहेंगी ये पाबंदियां
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर एस करुणा राजू के मुताबिक चुनाव प्रचार के लिए तय सीमा जन प्रतिनिधित्व एक्ट 1951 की धारा 126 के अनुसार तय की गई है. चुनाव आयोग की ओर से मतदान से 48 घंटे पहले लागू होने वाली हिदायतें गुरुवार शाम सभी जिला चुनाव अधिकारियों को जारी कर दी गईं. प्रदेश में 19 और 20 फरवरी को छपने वाले अखबारों में, चुनाव में भाग ले रही पार्टियां और उम्मीदवार अपने इश्तिहार चुनाव कार्यालय की मंजूरी के बाद ही छाप सकते हैं. इस दौरान बल्क एसएमएस, सोशल मीडिया और आईवीआरएस संदेशों द्वारा भी पार्टियों और उम्मीदवारों के प्रचार पर पाबंदी रहेगी. यह पाबंदी 20 फरवरी को शाम छह बजे तक लागू होगी.
किस दल से कौन है मुख्यमंत्री पद का चेहरा?
पंजाब विधानसभा चुनाव में बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. सत्ताधारी कांग्रेस, विपक्षी दल आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल के अलावा एनडीए भी चुनाव मैदान में है. चुनाव में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया है. वहीं पंजाब की सत्ता पर काबिज होने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी ने अपने सांसद भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया है. पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह खुद की पार्टी बनाकर भाजपा और अकाली संयुक्त के साथ मिलकर चुनाव प्रचार में उतरे हैं. पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे.
यह भी पढ़ें- छद्म प्रचार: यूपी देता है देश को प्रधानमंत्री! जबकि हकीकत ये की 30 साल से सूबे का कोई नेता नहीं बना PM
प्रचार के अंतिम दौर में बयानबाजी ने बिगाड़ी गणित!
चुनाव प्रचार के अंतिम दिनों में नेताओं ने जमकर बयानबाजी की है. पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आतंकवादी वाले बयान पर बवाल मचा. वहीं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की ओर से यूपी-बिहार वालों को लेकर दिए गए बयान पर विपक्ष ने उनकी जमकर आलोचना की है. यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनपर हमला बोला. दूसरी तरफ केजरीवाल के पुराने दोस्त कुमार विश्वास ने खालिस्तानी समर्थक होने का बयान देकर पार्टी को बैकफुट पर धकेल दिया है.