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दिल्ली की सातों सीटों पर बीती 12 मई को छठे चरण के मतदान के दौरान एक बड़ी गलती सामने आई है. जिसमें चांदनी चौक संसदीय सीट के दो पोलिंग बूथों पर दोबारा मतदान हो सकता है. दरअसल, मतदान से पहले राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख व अधिकारियों की टीम की मौजुदगी में मॉक पोल का आयोजन किया जाता है.

इसके बाद ईवीएम में ये मॉक पोल डिलीट कर दिए जाते हैं लेकिन चांदनी चौक के दो बूथों पर ईवीएम मशीन में रिकॉर्ड ये वोट डिलीट नहीं किए जा सके. पीठासीन अधिकारी द्वारा निर्वाचन आयोग को इस संबध में रिपोर्ट भेज दी गई है. जिसके बाद अब यहां दोबारा से मतदान करवाया जा सकता है.

लोकसभा चुनाव के छठे चरण के दौरानम 12 मई को दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ. इस दौरान दिल्ली की जनता ने कुल 13819 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले. जिसमें से चांदनी चौक के दो मतदान केंद्रों पर फिर से वोटिंग हो सकती है. पीठासीन अधिकारी ने निर्वाचन आयोग को मॉक पोल संबधी रिपोर्ट भेजी है.

रिपोर्ट के अनुसार चांदनी के दो बूथों पर मॉक पॉल प्रक्रिया के दौरान डाले गए वोट ईवीएम से डिलीट नहीं किए जा सके और ये पुराने वोट इसी मतदान के मतों में जुड़ गए. पीठासीन अधिकारी द्वारा आयोग को भेजी गई रिपोर्ट के बाद अब आयोग द्वारा इस पर फैसला लेना है. जिसमें आशंका व्यक्त की जा रही है कि आयोग द्वारा इन बूथों पर फिर से मतदान करवाया जा सकता है.

पीठासीन अधिकारी की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग द्वारा चांदनी चौक संसदीय सीट के दो बूथों पर दोबारा मतदान करवाया जा सकता है. जानकारों की मानें तो आयोग 23 मई को होने वाली मतगणना से पहले यहां वोटिंग करवाने पर निर्णय ले सकता है. हांलाकि अभी तक निर्वाचन आयोग के फैसले का ही इंतजार किया जा रहा है. पीठासीन अधिकारी की रिपोर्ट में मॉक पोल के दौरान चांदनी चौक सीट के दो बूथों पर ईवीएम में रिकॉर्ड वोट डिलीट नहीं किए जाने की बात कही गई है. बता दें कि बीती 12 मई को दिल्ली की सात संसदीय सीटों पर 13819 पोलिंग बूथों पर वोटिंग हुई थी.

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