Politalks.News/Rajasthan. REET पेपरलीक (REET level 2 Exam Cancelled) मामले में घिरी गहलोत सरकार (Gehlot Government) को बजट सत्र में भाजपा के वार का सामना करना पड़ेगा. विधानसभा के बजट सत्र (Rajasthan Assembly) के पहले दिन ही भाजपा ने अपने इरादे जाहिर कर किए हैं. आज विधानसभा की कार्यवाही के बाद एक ऐसा कार्यक्रम हुआ जिसमें कांग्रेस और भाजपा के करीब-करीब सभी दिग्गज मौजूद थे. इस कार्यक्रम में ऐसा बिल्कुल नहीं लगा कि दोनों पार्टियों में बड़ा घमासान चल रहा है या आने वाले दिनों में होने वाला है. दरअसल, अब जयपुर में भी कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली की तर्ज पर कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान (constitution club of rajasthan) बनाया जाना है. इस क्लब की नींव आज खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने रखी. इस समारोह में दोनों ही पार्टियों की दिग्गजों की मौजूदगी में सीएम गहलोत एक शायर बने दिखाई दिए साथ ही सीएम ने इशारों इशारों में भाजपा और ‘अपनों’ पर जमकर तंज कसे. मजे की बात यह है कि सीएम गहलोत के इन तीरों पर सभी ने जमकर तालियां भी पीटीं. खुद सीएम गहलोत को यह कहना पड़ा कि ऐसे माहौल को देखकर ही तो लोग कहते हैं सभी मिले हुए हैं, इस बात पर भी जमकर ठहाके लगे.
गहलोत ने पढ़ा शेर- दुश्मनी जमकर करो, लेकिन…
जयपुर में आयोजित कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान के शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक शायर की भूमिका में दिखे. सीएम गहलोत ने समारोह में एक शायरी पढ़ी, जो समारोह में काफी चर्चित रही. गहलोत ने शायरी पढ़ी और कहा कि, ‘दुश्मनी जमकर करो, लेकिन उसमें गुंजाइश रहे कि जब कभी हम दोस्त हो जाए तो शर्मिंदा न होना पड़े.’ दरअसल, मुख्यमंत्री गहलोत ने ये शायरी नेताओं की विचारधाराओं पर होती लड़ाई को लेकर कही.
यह भी पढ़ें- कांग्रेस सरकार को गिराकर ही लेंगे दम- REET के धरने पर बोले कटारिया, पूनियां का तंज- जेल जाने का डर
ऐसा माहौल देख लोग तो यही कहेंगे सब मिले हुए हैं- गहलोत
मु्ख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘अक्सर हम विधानसभा या दूसरे मौके पर विचारधारा को लेकर सहमत नहीं होते, लेकिन इस क्लब में आपको ऐसा देखने को नहीं मिलेगा. यहां सब लोग एक अच्छे माहौल में एक-दूसरे के साथ गपशप करते और चर्चा करते दिखेंगे. इस क्लब को बनाने का भी यही उदेश्य है. यहां के माहौल को देखकर लोग भी यही कहेंगे कि सब नेता आपस में मिले हुए हैं’.
गहलोत बोले- कटारिया जी को राज्यपाल बना दें….
प्रमुख विपक्षी भारतीय जनता पार्टी पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सलाह देना चाहूंगा कि 75 साल के बाद नेता को घर बैठाने का उनका फैसला अच्छा नहीं है. कभी कांग्रेस में कामराज का फैसला हुआ था कि 60 साल के नेता को राजनीति से निकाल दो. मैंने पता किया है कि पहले के दौर में 34 साल व्यक्ति कि एवरेज उम्र होती थी. 1960 में जब कामराज जी ने फैसला किया तब एवरेज उम्र 40 होती थी, बाद में उम्र बढ़ती गई. अब औसत उम्र 70 साल है. यहां कई ऐसे मंत्री नेता बैठे हैं हेमाराम चौधरी, शांति धारीवाल, गुलाबचन्द कटारिया, डॉ सीपी जोशी जैसे नेता क्या बूढ़े दिखते हैं? 10 किलोमीटर रोज चलते हैं. एसेम्बली और बाहर भी मुकाबला करते हैं, गुलाबचन्द कटारिया को राज्यपाल बना दें तो बात अलग है.
‘अंतिम सांस तक करनी है सेवा’
75 पार नेताओं को भाजपा द्वारा मार्गदर्शक मंडल में डालने पर मुख्यमंत्री गहलोत ने उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ पर चुटकी लेते हुए कहा कि, ‘आप तो भैरों सिंह के शागिर्द रहे हो, आप बताओ हम कहां जाएं? हमें तो अंतिम सांस तक सेवा करनी है.
यह भी पढ़ें- REET के नाम पर जिसने भी पैसा खाया, नाम बताओ मैं दिलवाउंगा वापस, सरकार दे मुआवजा- किरोड़ी
सीएम गहलोत ने ‘रगड़ाई’ के बहाने कसा सियासी तंज
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर ‘रगड़ाई’ शब्द के बहाने अपने विरोधियों पर निशाना साधा. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मेरी राजनीति में 50 साल हो गए. इन पचास सालों में मैंने खूब रगड़ाई कराई है. एनएसयूआई से लेकर यहां तक पहुंचा हूं‘. गहलोत ने उपनेता प्रतिपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि, ‘रगड़ाई और ग्रूमिंग का एक ही मतलब होता है. बिना रगड़ाई आप कामयाब नहीं हो सकते. रगड़ाई होने के बाद ही अच्छे नेता बन सकते हैं. हम सभी को नई पीढ़ी को रगड़ाई के लिए प्रेरित करना चाहिए, रगड़ाई होने के बाद आप विधायक बनो, मंत्री बनो और मुख्यंमत्री बनो‘. कुछ जानकार बता रहे हैं कि रगड़ाई शब्द का प्रयोग सीएम गहलोत ने पहले सचिन पायलट के लिए किया था. कहा जा रहा है कि सीएम गहलोत ने आज फिर पायलट पर ही ये कमेंट किया है.
‘क्यों कहते हैं कि 75 साल में क्या किया?’
सीएम गहलोत ने कार्यक्रम के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘क्यों कहते हैं कि 75 साल में क्या किया? लेकिन अगर पीछे मुड़कर देखेंगे तो उन्हें यह समझ में आ जाएगा कि 75 साल में क्या कुछ देश में हुआ है.
‘राठौड़ को है गाने का शौक….’
सीएम गहलोत ने चुटकी लेते हुए कहा कि, ‘राजेंद्र राठौड़ को गाने का बहुत शौक है, लेकिन मुझे इस बात का मलाल है कि उन्होंने मुझे पड़ोस में होते हुए भी नहीं बुलाया. मैंने राठौड़ को गाना गाते हुए सुना तो उनकी आवाज को पहचान लिया. वे अपने जन्मदिन की पार्टी पर गाना गा रहे थे.
आपकी सरकार तो बंद कर रही थी आवासन मंडल, हमने उसे किया जिंदा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया यहां बैठे हैं, लेकिन वह बुरा नहीं मानेंगे. यह सही है कि इनकी सरकार आवासन मंडल बंद करने जा रही थी, लेकिन हमने उसे जिंदा किया. कल तक जो आवासन मंडल सिर्फ मकान बनाने को लेकर पहचाना जाता था, वह अब अलग-अलग तरह के प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है.
यह भी पढ़ें- लाखों नौजवानों के अरमानों को लूटने वाले नकल माफिया का समूचा तंत्र गहलोत सरकार में विद्यमान- राठौड़
गहलोत बोले- कटारिया जी के समारोह में आने पर था संदेह, पूनियां और डोटासरा की है जुगलबंदी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘सदन में जिस तरह से विपक्ष मुखर हो रही थी तो मुझे चिंता थी कि कटारिया साहब कार्यक्रम में आएंगे या नहीं. मैंने सीपी जोशी से भी पूछा कि उपनेता प्रतिपक्ष कटारिया आएंगे या नहीं, लेकिन मुझे अच्छा लगा कि आप आए. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी आए’. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘सतीश पूनियां नहीं आए, हमारे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां दोनों की जुगलबंदी है, लेकिन सतीश पूनियां नहीं आए’. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का आभार जताता हूं कि कि उन्होंने अपने विधायकों को भी आने के लिए कहा और वह भी यहां पर आए’.
धारीवाल ने आवासन मंडल के नाम पर पूर्व भाजपा सरकार पर साधा निशाना
इस मौके पर सीएम गहलोत के साथ ही नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के कार्यकाल पर तंज कसा. धारीवाल ने कहा कि, ‘भाजपा सरकार का काम केवल प्रोजेक्ट्स को बंद करवाना है’. धारीवाल ने हाउसिंग बोर्ड को बंद करने का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘यह वही हाउसिंग बोर्ड है जिसे पिछली सरकार बंद करने जा रही थी और आज इसी बोर्ड के जरिए शहर में और प्रदेश में कितने काम हो रहे हैं’.
50 कमरे, स्विमिंग पूल समेत होंगी कई सुविधाएं- पवन अरोड़ा
जयपुर में विधानसभा के पीछे बनाए जाने वाले इस क्लब को बनाने में करीब 80 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जो डेढ़ साल में बनकर तैयार होगा. क्लब में रेस्टोरेन्ट, स्विमिंग पूल, टेनिस कोर्ट, बिलियर्ड्स समेत कई लग्जरी सुविधाएं होगी. इसके अलावा बाहर से आने वाले लोगों के ठहरने के लिए 50 लग्जरी कमरे बनाए जाएंगे. इस क्लब की बिल्डिंग की डिजाइन हैरिटेज बिल्डिंग के रूप में की गई है. हाउसिंग बोर्ड कमीश्नर पवन अरोड़ा ने बताया कि यह क्लब जयपुर में ज्योति नगर स्थित विधानसभा के पास बनाया जाएगा, इसके लिए 4,950 वर्ग मीटर जमीन रिजर्व की है, इस जमीन पर 1 लाख 84 हजार 480 वर्गफीट (सुपर बिल्टअप) में कंस्ट्रक्शन करवाया जाएगा.