दानिश ने एक बार फिर की अपनी ही सरकार की कार्यशैली उजागर, बजरी माफिया और पुलिस की सांठ-गांठ का किया खुलासा

अवैध बजरी खनन के खिलाफ विधायक अबरार ने उठाया बीडा, मौके पर पहुंचे विधायक को देख भागे बजरी माफिया और पुलिसकर्मी, प्रमोद जैन भाया हैं खनन मंत्री जबकि मुख्यमंत्री गहलोत के पास है गृहविभाग की जिम्मेदारी

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान में बजरी खनन पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी है. इसके बावजूद भी प्रदेश में धडल्ले के बजरी खनन अवैध रूप से जारी है. बजरी खनन की रोकथाम का भार जिन कंधों पर है, वो पुलिसकर्मी ही बजरी माफियाओं से सांठगांठ करके अवैध बजरी खनन को बढावा दे रहे हैं. जिसके चलते बजरी से भरे ओवरलोड वाहन प्रदेश की सडकों पर बेरोक-टोक सरपट दौड रहे हैं. ऐसा ही एक मामला देखने को मिला शुक्रवार सुबह सवाई माधोपुर जिले में, जहां विधायक दानिश अबरार ने खुद बजरी माफिया और पुलिस के इस गठजोड़ को उजागर किया.

रणथंभौर नेशनल पार्क की वजह से दुनिया भर में प्रसिद्ध सवाई माधोपुर जिला इन दिनों बनास नदी से निकलने वाली बजरी के बेरोक-टोक करोड़ों रुपए के अवैध खनन के कारण सुर्खियों में है. सवाई माधोपुर जिले में इन दिनों पुलिस की मिलीभगत से चल रहे अवैध बजरी खनन का खुलासा शुक्रवार सुबह खुद स्थानीय विधायक दानिश अबरार ने किया. हुआ यूं कि विधायक अबरार शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे दिल्ली से अपने विधानसभा क्षेत्र सवाई माधोपुर जा रहे थे. इस दौरान क्षेत्र के बगडी टोल नाके के पास पुलिसकर्मी बजरी से भरे ट्रेक्टर ट्रोली चालकों से अवैध वसूली कर वाहनों को निकलवा रहे थे. इसी बीच विधायक की गाडी देखते ही एक दिशा में बजरी माफिया तो दूसरी दिशा में पुलिसकर्मी भागने लगे. विधायक अबरार ने इस पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया. इसी दौरान विधायक अबरार ने इस पूरे मामले की सूचना जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी को भी दी.

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इस पूरे घटनाक्रम पर विधायक दानिश अबरार ने दौसा व सवाई माधोपुर पुलिस पर बजरी रोकथाम व सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुए बताया कि रोजाना करीब 500 ट्रेक्टर ट्रोलियां सवाई माधोपुर की बनास नदी से बजरी भरकर लालसोट के लिए बगडी टोल टेक्स से निकलती है. इसकी पुष्टि बगडी टोल टेक्स पर लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिगं देखकर की जा सकती है. लेकिन स्थानीय पुलिस और अधिकारियों की मिलीभगत से बजरी खनन का अवैध कारोबार दिनों दिन फल फूल रहा है.

विधायक अबरार द्वारा इस पूरे मामले को पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के संज्ञान में लाये जाने के बाद अधीक्षक चौधरी ने अवैध बजरी परिवहन में शामिल आरोपी पुलिस वाहन चालक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही इस पूरे मामले की विस्तृत जांच आरपीएस अधिकारी को सौंपी गई है.

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वहीं इस मामले पर सवाल उठाते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि प्रदेश में बजरी खनन माफिया सरकार से भी ज्यादा ताकतवर हो चुके हैं. अब तो सरकार के विधायक एवं मंत्री भी सरकार के कार्यों से निराश है और खुलेआम सरकार के कार्यों पर सवाल उठाने लगे हैं. पूनियां ने कहा सवाई माधोपुर विधायक दानिश अबरार ने बजरी माफियाओं की कारगुजारी को बताते हुए अपनी सरकार की आंखे आज खोली हैं. इस अवैध खनन में खान विभाग, परिवहन विभाग, पुलिस महकमा भी शामिल है. कुछ दिनों पहले कोटा में हुई बच्चों की मौतों पर भी सरकार की आंतरिक कलह सामने आई थी. सरकार दो धड़ों में बंटी हुई है और आपसी खींचतान से ग्रसित यह सरकार प्रदेश का विकास करना तो दूर कानून व्यवस्था भी नहीं संभाल सकती है.

बता दें, विधायक दानिश अबरार अपने क्षेत्र की समस्याओं को समय-समय पर उठाते रहे हैं. हाल ही में विधायक अबरार ने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर अपनी ही सरकार के वन मंत्री पर ट्वीट करते हुए सवाल उठाये थे. इसके साथ ही पिछले दिनों सवाई माधोपुर स्थापना दिवस के मौके पर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और राजसमंद से बीजेपी सांसद दीया कुमारी के एक साथ कार्यक्रम में मंच साझा करने पर भी सवाल उठाते हुए अबरार ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया था. अब एक बार फिर से क्षेत्र में अवैध बजरी खनन-परिवहन में पुलिस की सांठगांठ का खुलासा कर कहीं ना कहीं अपनी ही सरकार के खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. गौरतलब है कि जिस पुलिस की सांठगांठ से अवैध बजरी खनन का यह पूरा खेल चल रहा है उस गृहविभाग का जिम्मा स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है.

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