मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बड़े लोगों को अश्लीलता के जाल में फंसाकर उनसे रुपए ऐंठने वाले एक बड़े गिरोह को इंदौर पुलिस ने पकड़ा है. भोपाल स्थित एक NGO की आड़ में चल रहे इस गिरोह ने कई बड़े नेताओं ओर अफसरों को शिकार बनाकर करोड़ों रुपए ठग लिए हैं. साल भर से इस हनीट्रैप गिरोह की ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसे इंदौर नगर के कार्यकारी अभियंता हरभजन सिंह ने आखिरकार पुलिस से शिकायत कर दी. इसके बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल और धरपकड़ शुरू की. हरभजन सिंह ने आरोप लगाया कि इस गिरोह ने उनसे तीन करोड़ रुपए की मांग की है.

शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जाल बिछाया और मंगलवार रात आरती दयाल और मोनिका यादव को इंदौर में उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वे ब्लैकमेलर से 50 लाख रुपए की पहली किस्त लेने एक SUV में सवार होकर पहुंची थी. एसयूवी के ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. आरती (29) छतरपुर की और मोनिका (18) राजगढ़ की है. दोनों भोपाल स्थित मीनल रेसीडेंसी में रहती है. इन दोनों से पूछताछ में उनके हनीट्रैप रैकेट का खुलासा हुआ. उन्होंने भोपाल में सक्रिय तीन अन्य महिलाओं के नाम बताए, जो भोपाल में रहती है.

पुलिस ने आरती और मोनिका से पूछताछ के बाद भोपाल स्थित रिवेरा ट्राउन स्थित एक मकान से हनीट्रैप गिरोह की सरगना श्वेता जैन को गिरफ्तार किया. श्वेता जैन भोपाल के राजनीतिक क्षेत्रों में अच्छा दबदबा रखने वाली महिला है. वह जिस मकान में रह रही है, वह पन्ना BJP विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह (Brajendra Pratap Singh) का है. श्वेता के गिरफ्तार होने के बाद भोपाल के राजनीतिक क्षेत्रों में खलबली मची हुई है. सफाई में विभिन्न नेताओं के बयान आने लगे हैं.

विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि वह पहले इस मकान में रहते थे. एक महीना पहले उन्होंने एक दलाल के जरिए जैन परिवार को किराये पर मकान दिया था. जैन परिवार लंबे समय से रिवेरा टाउन में रहता है. उन्हें श्वेता की गतिविधियों के बारे में जानकारी नहीं थी. पुलिस ने अब तक इस मामले में चार महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में से एक बरखा सोनी प्रदेश कांग्रेस के आईटी सेल के पूर्व उपाध्यक्ष अमित सोनी की पत्नी है.

हनीट्रैप स्कैंडल उजागर होने के बाद प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए खुलासा किया कि अमित सोनी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पहले ही पद से हटाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर किसी का नाम आता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. इस संबंध में कांग्रेस की तरफ से एक पत्र भी जारी किया गया है, जिस पर 15 जून की तारीख है. हनीट्रैप गिरोह (Honeytrap Gang) चलाने वाली श्वेता जैन (Sweta Jain Congress) की राजनीति में सक्रियता इसी से समझ में आती है कि पिछले विधानसभा चुनाव में वह सागर से विधानसभा टिकट की दावेदार थी. लेकिन एक MMS वायरल होने के बाद उसे टिकट नहीं मिला.

इंदौर की एसएसपी रुचि वर्धन मिश्रा इस मामले की जांच कर रही है और जो बड़े लोग इस हनीट्रैप गिरोह (Honey Trap Racket) के शिकार हुए होंगे, उन्हें राहत के साथ आशंका भी है कि कहीं उनके नाम मीडिया में न आने लगें. जब ब्लैकमेल (Blackmailing) करने वाली चार महिलाएं पकड़ी गई हैं उनसे पूछताछ में कई नाम सामने आ सकते हैं. यह पुलिस पर निर्भर है कि वे नाम उजागर होते हैं या नहीं. गिरोह चलाने वाली महिला भाजपा विधायक के मकान में रहती है और एक आरोपी कांग्रेस नेता की पत्नी है. इस तरह समझा जा सकता है कि इस गिरोह का किसी पार्टी विशेष से संबंध नहीं है. यह गिरोह कमजोर चरित्र के किसी भी संपन्न व्यक्ति को शिकार बना सकता है.

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