Politalks.News/Rajasthan. जासूसी कांड के विरोध में कांग्रेस आक्रामक है. सुप्रीम कोर्ट से जांच की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने जयपुर में राजभवन का घेराव किया. प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय रही. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दोनों की अनुपस्थिति में मोदी सरकार, बीजेपी औऱ RSS पर जमकर निशाना साधा और पेगासस जासूसी कांड की जांच सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से करवाने औऱ गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की.
गहलोत-पायलट रहे नदारद, इन दिग्गजों ने संभाला मोर्चा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही. दोनों दिग्गजों की गैर मौजूदगी प्रदेशाध्य गोविंद सिंह डोटासरा ने फ्रंट से मोर्चा संभाला, इस घेराव में कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला, डॉ. रघु शर्मा, प्रताप सिंह खाचरियावास, मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी, सुभाष गर्ग, सुखराम विश्नोई,मंत्री ममता भूपेश, भंवर सिंह भाटी, विधायक संयम लोढ़ा, गंगा देवी, अमर सिंह जाटव, अमीन कागजी, गोविंद मेघवाल, कृष्णा पूनियां, हाकम अली, खिलाड़ी लाल बैरवा, महापौर मुनेश गुर्जर, कांग्रेस नेता नसीम अख्तर, रेहाना रियाज, मुमताज मसीह, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गणेश घोघरा, रुक्ष्मणी सिंह, समेत कई नेता मौजूद रहे.
मोदी-शाह के पास विश्व के सबसे बड़े जासूस होने का गौरव- डोटासरा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि, ‘केंद्र सरकार देश के नागरिकों की जासूसी करवा रही है. नरेंद्र मोदी बड़े-बड़े वादे करके सत्ता में आए थे. एक भी वादा पूरा नहीं कर पाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने विश्व के सबसे बड़े जासूस होने का गौरव हासिल किया है. केंद्र सरकार के अलावा यह सॉफ्टवेयर कोई खरीद नहीं सकता तो देश में जासूसी फिर किसने करवाई है? डोटासरा ने RSS पर भी जमकर निशाना साधा,बोले- आजादी के आंदोलन की मुखबिरी करते थे RSS वाले, अब RSS की पाठशाला में जासूसी सिखाई जाती है’ RSS प्रचारक निंबाराम पर तंज कसते हुए डोटसरा ने कहा कि, ‘चूहा बिल में छिपा है, जांच में सहयोग नहीं कर रहा है, देश के किसी भी कोने में छिप जाए, जांच में तो सहयोग करना ही पड़ेगा’.
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‘सुप्रीम कोर्ट करे जांच, गृहमंत्री अमित शाह दें इस्तीफा’
पीसीसी अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि, ‘अब तो ये साबित हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्रिमंडल से हटाए गए अपने ही मंत्रियों की भी जासूसी कराई थी, क्यों कि कई मंत्री सरकार की कार्य प्रणाली से खुश नहीं थे. सच्चाई सामने आनी चाहिए कि आखिर मंत्रियों को हटाने का आधार क्या था? अब तो जजों के भी फोन टेप कराए गए है. इससे अब अदालतों के फैसले पर भी सवाल उठ रहे है. मोदी राज में कोई सुरक्षित नहीं है. मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की जासूसी करवा रही है. लोगों की निजता भंग करना किसी देशद्रोह से कम नहीं है. इस पूरे मामले में पीएम मोदी और अमित शाह की मिलीभगत सामने आ गई है. इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करानी चाहिए और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए’.
‘जांच के लिए तैयार हूं, लेकिन निंबाराम को सामने लाएं’
RAS भर्ती में परिवार का नाम आने पर पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ये चुनौती भी दी कि उनके खिलाफ किसी भी मामले की जांच करा लें, लेकिन निम्बाराम को तो सामने लाएं’. डोटासरा ने कहा कि, ‘जांच करवा लें कांग्रेस के किसी भी नेता का आया नाम तो मेरी जिम्मेदारी होगी, लेकिन मैं बोलूंगा तो कलई खुल जाएगी’. गुलाब चंद कटारिया पर निशाना साधते हुए डोटासरा बोले- ‘पूनियां के पीछे-पीछे क्यों घूम रहे हो, जिसमें टेलेंट होगा वो ही कामयाब होगा, किसानों के बच्चे RAS बन रहे हैं ये इनको अच्छा नहीं लग रहा है. ये लोग वसुंधरा राजे के शासन पर इनडायरेक्ट निशाना साध रहे हैं, क्योंकि रिजल्ट राजे के कार्यकाल में आया था’.
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घोघरा बोले- ‘राज्यपाल बीजेपी के ‘दलाल’ मोदी-शाह रंगा-बिल्ला’
प्रदर्शन के मंच से डूंगरपुर विधायक गणेश डोगरा ने राज्यपाल, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के खिलाफ अमर्यादित भाषा का उपयोग किया, घोघरा ने राज्यपाल कलराज मिश्र को बीजेपी का दलाल बता दिया, घोघरा अपने भाषण में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को रंगा बिल्ला बता गए. घोघरा यहीं नहीं रुके बोले कि इन लोगों को दौड़ा दौड़ा कर जूते मारने चाहिए. घोघरा ने बीजेपी पर झूठे वादे करने का भी आरोप लगाया. घोघरा जब मंच से भाषण दे रहे थे, उस समय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सरकार के मंत्री वरिष्ठ नेता विधायक मौजूद थे लेकिन किसी ने भी उन्हें टोका नहीं बल्कि उनके भाषण पर नेता कार्यकर्ता ताली बजाते हुए नजर आए.
प्रताप सिंह खाचरियावास और संयम लोढ़ा ने साधा निशाना
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ऊर्जा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने भी भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा धरने में मौजूद परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि, ‘RSS के लोग, बीजेपी के लोग कुछ नहीं बोलते हैं. कहां है आरएसएस. कोरोना में लोग जब मर रहे थे. तब आरएसएस के लोग सेवा नहीं कर रहे थे. डरकर घरों में बैठे हुए थे, मैं आरएसएस से लड़ना नहीं चाहता हूं, लेकिन वो भी सुन लें, मैं उनसे डरता नहीं हूं. प्रताप सिंह ने अपने संबोधन के जरिए कहा कि, ‘अब जयपुर को कांग्रेस में नया जिला अध्यक्ष मिलने वाला है. मुझे उम्मीद है वो मेरे से भी ज्यादा तूफानी होगा. संयम लोढ़ा ने कहा कि, ‘जब इजराइल की कंपनी केवल संप्रभु सरकारों को ही यह सॉफ्टवेयर दे सकती है तो निश्चित रूप से जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है. इस मामले में जो नाम सामने आए हैं, वह तो महज एक छोटी सूची है. अभी और भी नामों का सामने आना भी बाकी है. जब तक सरकार उच्च स्तरीय जांच नहीं करवाती है. देश में कांग्रेस धरने प्रदर्शन करती रहेगी’.
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सांकेतिक घेराव का फोटो बना चर्चा का विषय
PEGASUS जासूसी कांड को मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस ने जयपुर के सिविल लाइन्स फाटक पर प्रदर्शन किया और राजभवन का सांकेतिक घेराव किया, इस दौरान कार्यकर्ताओ की फाटक के पास पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई. कई कार्यकर्ता बेरीकेडिंग को पार कर गए. पुलिस से बाद में इन्हें खदेड़ दिया. जिसकी फोटोज अब चर्चा का विषय बनी हुई है. राजस्थान कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर एक फोटो लगाया गया है जिसमें डोटासरा ने पुलिस वाले के डंडे को पकड़ा है. इस फोटो के साथ लिखा गया है ‘RSS-BJP की गीदड़ भभकियों से नहीं डरेंगे, जनता के लिए लड़े हैं, जनता के लिए लड़ेंगे’. इस फोटो पर सोशल मीडिया पर यूजर्स कमेंट कर रहे हैं.
कांग्रेस के घेराव पर बीजेपी का निशाना
भाजपा प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि, ‘बिना साक्ष्य और सबूतों के कांग्रेस पार्टी आरोप लगा रही है. कांग्रेस जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है. चौमूं से विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि, ‘खुद अशोक गहलोत सरकार के अपने विधायक ही फोन टेपिंग का आरोप लगा चुके हैं और जो राजस्थान में फोन टेपिंग हुई थी इस पर कोई कुछ नहीं बोलता है’.