CM गहलोत ने 2013 की हार का बताया कारण तो गांव-गांव से आवाज की बात कर विरोधियों को दिया संदेश

पिछले चुनाव में आपने मुझे इतना प्यार दिया कि गांव-गांव में यह बात फेल गई कि अशोक गहलोत को बनाना चाहिए मुख्यमंत्री, इससे पहले मोदीजी की आंधी चली और वो प्रधानमंत्री बन गए, राजस्थान में हमारी सरकार चली गई, हम लोग 21 पर रह गए. दिल्ली में शीला दीक्षित जैसी मुख्यमंत्री खुद चुनाव हार गईं

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

Politalks.News/Rajasthan/AshokGehlot. राजस्थान की सियासत के जादूगर कहे जाने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीडिया को या किसी जनसभा को सम्बोधित करें और उनके बयान में कोई सियासी संदेश न हो, ऐसा अमूमन नहीं होता है. गुरुवार को अलवर जिले के बानसूर के हरसोरा में सरपंच रमेश अम्बावत के माता-पिता की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सीएम गहलोत ने मूर्ति के अनावरण के बाद आयोजित जनसभा में एक बार फिर अपने विरोधियों को सियासी संदेश देने की कोशिश की. इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने जनसभा में हरसोरा को उप तहसील बनाने की बड़ी घोषणा भी की. सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान की सरकार आमजन का ख्याल रखकर योजना बना रही है. उनकी सरकार का एक और बजट अभी है, जो मांगोगे वो मिलेगा.

वहीं आज एक बार फिर अपने विरोधियों को सियासी संदेश देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘मुझे तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का जो सौभाग्य मिला, इसके लिए प्रदेश की जनता का धन्यवाद है, माली समाज का अकेला विधायक मैं खुद हूं. लेकिन सब कौम को साथ लेकर चलता हूं, तब जाकर मुझे पांच साल अवसर मिलते हैं.’ इस दौरान सीएम गहलोत ने एक बार फिर दोहराया कि मैं तीन बार केंद्रीय मंत्री रहा, तीन बार कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रहा, तीन बार राष्ट्रीय महासचिव और तीसरी बार आपके आशीर्वाद से मुख्यमंत्री बना हूं. पिछले चुनाव में आपने मुझे इतना प्यार दिया कि गांव-गांव में यह बात फेल गई कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. मुझे बचपन से ये संस्कार दिए हैं, सबको साथ लेकर चलना. मैं किसी धार्मिक स्थल पर जाता हूं तो खुद के लिए नहीं पूरे ब्रह्मांड में पूरी मानव जाति के कल्याण की प्रार्थना करता हूं.

इसके साथ ही बार बार उठने वाले 2013 के चुनावों में मिली हार के मुद्दे पर सियासी जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘पिछली बार भी हमने आपकी सेवा कम नहीं की थी, लेकिन मोदीजी ने हिंदुत्व की हवा फैलाई, धर्म के नाम पर चुनाव जीतना आसान है. मोदीजी की आंधी चली और वो प्रधानमंत्री बन गए. राजस्थान में हमारी सरकार चली गई, हम लोग 21 पर रह गए. दिल्ली में शीला दीक्षित जैसी मुख्यमंत्री खुद चुनाव हार गईं. हम लोग छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, दिल्ली,राजस्थान हार गए.

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जैसा कि हमने खबर की शुरुआत में ही आपको बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोई बयान दें और उसमें विरोधियों के लिए कोई सियासी संदेश न हों, ऐसा अमूमन नहीं होता. तो आज के सीएम गहलोत के भाषण में आए इन सभी बयानों को सचिन पायलट खेमे को जवाब के तौर पर देखा जा रहा है. यही नहीं सीएम गहलोत ने 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के गांव गांव की जनता से उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की आवाज की बात उठाकर सीधे सीधे सचिन पायलट को जवाब दिया है.

इसके अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने भाषण में आगे कहा कि जो सर्वजाति व सर्व समाज का ध्यान रखता है, वही लीडर बनता है. कर्नल बैंसला ने पूरे देश में एक उदाहरण पेश किया है. कर्नल समाज के लिए अमर हो गए. उन्होंने संघर्ष किया. सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में 21 बार फायरिंग की घटनाएं हुईं. लेकिन कांग्रेस सरकार के 5 साल के कार्यकाल में एक बार भी लाठीचार्ज तक नहीं करने दिया गया. सीएम गहलोत ने कहा कि बातचीत से सभी समस्याओं का हल निकाला जा सकता है. कांग्रेस सरकार ने बातचीत का रास्ता कभी बंद नहीं किया. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि गुर्जर समाज के बच्चों को 5 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलेगा. इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. न्यायालय सहित अन्य मोर्चों पर इसके पक्ष में खड़ी हुई है.

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सीएम अशोक गहलोत ने हरसोरा के सरपंच की मांग पर घोषणा करते हुए कहा कि हरसोरा उप तहसील बनाई जाएगी. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की थी कि वो पूरे देश से अपील करें कि सब लोग शांति व मिल कर रहे. देश में हिंसा नहीं होनी चाहिए. सीएम गहलोत ने कहा कि किसी भी गांव परिवार में कोई घटना होती है, तो वो गांव व परिवार उबर नहीं पाता है. इसलिए इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए. देश के सभी लोग आपस में भाई-भाई की तरह रहे, यही मंशा है. सीएम गहलोत ने कहा कि मैं मंदिर जाता हूं, लेकिन अपने लिए कुछ नहीं मांगता हूं, देश के आम लोगों के लिए मांगता हूं. सरकार चलाने के अलग-अलग तरीके होते हैं. हमारे दिल में संवेदना है, लेकिन उन लोगों का क्या करें जिन लोगों के दिल में संवेदना नहीं है.

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आगे सीएम गहलोत ने बताया कि उनकी सरकार का 7 से 8 माह बाद एक बजट पेश होना है. इस दौरान आमजन के लिए योजना बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि जब वो दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, तब पहली बार देश में गायों के लिए अलग विभाग बनाया गया. उनकी सरकार ने 600 करोड़ रुपए गौशालाओं को दिए. आपको बता दें कि बानसूर के हरसोरा में मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पर्यटन विभाग चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़, मंत्री शकुंतला रावत, टीकाराम जूली, अशोक चांदना सहित अन्य लोग मौजूद भी रहे.

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