Politalks.News/Rajasthan/Ajmer/SalmanChishti. पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी देने और सर कलम करके लाने वाले को घर इनाम में देने का एलान करने वाले दरगाह क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती को मंगलवार रात उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन इस दौरान हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती और पुलिस अधिकारी के बीच हो रही बातचीत ने पूरे सिस्टम पर गम्भीर सवालिया निशान लगा दिए हैं. यही नहीं आरोपो और पुलिस अधिकारी दोनों की बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो रहा है, जिसे पहले दिल्ली के बीजेपी नेता बग्गा ने और बाद में वासुदेव देवनानी सहित कई बीजेपी नेताओं में शेयर कर गहलोत सरकार पर निशाना साधा है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के अनुसार मंगलवार रात जब हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती को उसके घर से लाया जा रहा था तो पुलिस अधिकारी उससे कहते सुनाई दे रहे हैं कि कि ऐसा बोल देना कि ये बयान नशे में दिया है तो बच जाएगा. बता दें, आरोपी को गिरफ्तार कर लाते समय पुलिस टीम में शामिल एक पुलिसकर्मी की आवाज आ रही है कि ऐसा कौनसा नशा कर रखा था, वीडियो बनाते समय? इस पर सलमान ने कहा कि मैंने नशे में नहीं कहा तो वहीं, सलमान चिश्ती के पीछे चल रहे डिप्टी संदीप सारस्वत ने आरोपी के कंधे पर हाथ रखकर कहा कि- ऐसे बोलना कि नशे में था, ताकि बच जाए.’ पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए राजस्थान की गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण की पराकाष्ठा का आरोप लगाया है.
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वहीं इस मामले में जब सीओ दरगाह संदीप सारस्वत ने बात की गई तो सारस्वत ने बताया कि सोशल मीडिया पर जारी वीडियो सही है, लेकिन इसमें वह बात अधूरी है. जिसको लेकर मुद्दा बनाया जा रहा है. सारस्वत ने कहा कि मुझे सीओ पद पर जॉइन किए 20 दिन हुए हैं. सलमान चिश्ती को राहत देने की मेरी कोई मंशा नहीं थी. बल्कि जिस सलमान चिश्ती का भड़काऊ वीडियो संज्ञान में आया था उसी वक्त कड़ी धाराओं में उसके खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज किया गया. सारस्वत ने बताया कि सलमान चिश्ती थाने का हिस्ट्रीशीटर है और वह आदतन अपराधी होने के साथ-साथ नशेड़ी भी है. गिरफ्तारी के दौरान उसे विश्वास में लेते हुए थाने लाया जा रहा था. सीओ सारस्वत ने कहा कि मुझे बताया गया था कि सलमान चिश्ती नशे में दीवारों पर सर मार देता है और हमला कर देता है. वहीं खादिम मोहल्ले से उसे गिरफ्तार करके लाना भी मुश्किल टास्क था. इसलिए देर रात उसके घर दबिश दी गई थी और बातचीत करते हुए उसे थाने लेकर आए थे, इसमें मेरी कोई गलत मंशा नहीं थी.
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दूसरी तरफ इस वीडियो के वायरल होने के बाद पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने फेसबुक पर सरकार पर तुष्टीकरण की पराकाष्ठा का आरोप लगाया. देवनानी ने लिखा कि पुलिस एक अपराधी को समझा रही है कि बोल देना नशे में था ताकि बच जाए. यह अशोक गहलोत की पुलिस है जो नूपुर शर्मा की गर्दन मांगने वाले अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती को बचा रही है. हमें लगा अपराधी को सजा होगी. इसके साथ ही देवनानी ने कहा कि कन्हैयालाल को भी राजस्थान पुलिस ने सुरक्षा नहीं दी थी.