कटारिया से बोले गहलोत- मैं आपको करूंगा एक्सपोज, बीजेपी से एक भी मुस्लिम एमपी या एमएलए क्यों नहीं है?

सीएम अशोक गहलोत ने गुलाबचंद कटारिया को राज्यपाल को अभिभाषण नहीं पढ़ने देने का जिम्मेदार ठहराया, कहा- हम चाहते हैं कि आप दुनिया में रहें और 2050 में कैसे इन योजनाओं के बल पर राजस्थान आगे बढ़ता है वो देखें, 4 साल की हमारी जो उपलब्धियां हैं, वह राजस्थान के इतिहास में दर्ज हो गई हैं, आपके समय में तो पेपर लीक होने के बावजूद 80 लोग बन गए थे सब इंस्पेक्टर

'मैं चाहता हूं आप 2050 तक रहें दुनिया में'
'मैं चाहता हूं आप 2050 तक रहें दुनिया में'

Ashok Gehlot’s Strong Reply to BJP & Gulabchand Kataria in the Assembly. बीते रोज गुरुवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया द्वारा लगाए गए आरोपों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने न सिर्फ जोरदार पलटवार किया, बल्कि कटारिया द्वारा उठाए गए सभी सवालों का तंजपूर्ण जवाब भी दिया. अपने भाषण की शुरुआत में ही सीएम अशोक गहलोत ने गुलाबचंद कटारिया को बजट सत्र की शुरुआत के दिन हुए हंगामे और राज्यपाल को अभिभाषण नहीं पढ़ने देने का जिम्मेदार ठहराया. सीएम गहलोत ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान कैलाश मेघवाल और सतीश पूनियां अलग खड़े रहे, जबकि बाकी सब सदस्यों को नेता प्रतिपक्ष ने गुमराह किया, जिसकी मैं निंदा करता हूं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने कार्यकाल के विकास कार्यों का बखूबी बखान करते हुए कहा कि 4 साल की हमारी जो उपलब्धियां हैं, वह राजस्थान के इतिहास में दर्ज हो गई हैं.

विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने गहलोत सरकार की योजनाओं व अन्य मुद्दों को लेकर कई आरोप लगाए. इसके जवाब में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि आज आपने जिस तरह से भावनाओं में भरकर भाषण दिया है, वह झूठ का पुलिंदा था. मैं हर बात का जवाब भेज कर आपको एक्सपोज करूंगा. सीएम गहलोत ने कटारिया को कहा कि आप 2050 की प्लान पर ताली बजाने की बात कहकर कट ऑफ कर रहे थे और कह रहे थे कि तब तक तो हम दुनिया में ही नहीं रहेंगे. हम चाहते हैं कि आप दुनिया में भी रहें और 2050 में कैसे इन योजनाओं के बल पर राजस्थान आगे बढ़ता है, वह भी देखें.

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इस दौरान गुलाबचंद कटारिया के प्रति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नाराजगी साफ झलक रही थी. सीएम गहलोत ने कहा कि जिस तरह आप ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री को तमाम जाति, धर्म, वर्ग को साथ लेकर चलने की बात कही, इससे बड़ा झूठ कोई नहीं हो सकता. मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी का मुद्दा यही है और भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य भी कि देश में शांति, भाइचारा और प्यार-मोहब्बत बनी रहे. अगर आप लोग ऐसा चाहते हैं तो फिर लोकसभा, राज्यसभा या उत्तर प्रदेश में एक भी मुस्लिम को टिकट क्यों नहीं दिया, जो देश की 20 प्रतिशत आबादी है. अगर बीजेपी का एक भी मुस्लिम विधायक या एमपी हो तो आप बता दीजिए.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि योजनाएं चाहे केंद्र सरकार बनाए या राज्य सरकार, वह सभी लोगों के लिए होती हैं. सीएम गहलोत ने आंकड़ों के जरिए बताया कि जिस तरह से 4 साल में वसुंधरा राजे के समय काम हुए थे, उससे कहीं ज्यादा वर्तमान सरकार के 4 साल में हुए हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने कटारिया से सवाल करते हुए कहा कि 4 साल में विपक्ष की भूमिका नहीं निभाने के चलते ही जनाक्रोश रैलियों की धज्जियां उड़ गईं, जिसमें ना जन था और ना ही आक्रोश. लोग पूछ रहे थे कहां है आक्रोश, किस बात पर करें आक्रोश.

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वहीं प्रदेश के सबसे बड़े सियासी मुद्दे पेपर लीक कांड पर सदन में अपनी बात रखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पेपर लीक की समस्या राष्ट्रीय समस्या है. गुजरात हो, बिहार हो, उत्तर प्रदेश हो या हिमाचल, हर राज्य में पेपर लीक हुए. लेकिन राजस्थान वह पहला राज्य है जिसने ऐसे लोगों को जेल भेजा और उनकी बिल्डिंग को भी ध्वस्त किया. अगर कोई सरकारी नौकरी में था तो उसको बर्खास्त भी किया, जबकि आपके समय में तो पेपर लीक होने के बावजूद 80 लोग सब इंस्पेक्टर बन गए थे.

वहीं पेपरलीक मामलों की सीबीआई जांच की मांग सहित अन्य मांगों को लेकर गहलोत सरकार के खिलाफ लगातार 11 दिन से जयपुर में धरने पर बैठे दिग्गज बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के धरने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पेपर लीक का मुद्दा राष्ट्रीय समस्या है. इसको कैसे हल करें, इसे लेकर वह हमें सुझाव देंगे तो हम मानेंगे. अगर पेपर लीक मामले में सरकार और एसओजी की तरफ से कोई कमी है तो हमें बताएं. हम इसे दूर करेंगे, लेकिन अगर हमारे ही कुछ साथी बेरोजगारों को साथ लेकर आंदोलन करेंगे, सड़क पर आएंगे तो फिर बच्चे पढ़ाई कब करेंगे. क्योंकि बच्चों को तो कोई नेता मिलना चाहिए और वह शुरू हो जाते हैं. गहलोत ने कहा कि इस मामले में सीबीआई क्या कर लेगी, क्योंकि जिन राज्यों ने पहले सीबीआई में केस दिए, उनमें कुछ नहीं हुआ.

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वहीं कोरोनाकाल में अपनी सरकार द्वारा किए गए कार्यो की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना मैनेजमेंट में राजस्थान देश का नंबर 1 रहा और केरल में तो सरकार केवल इसलिए रिपीट हुई कि उसने बेहतरीन कोरोना मैनेजमेंट किया था. गहलोत ने कहा कि जो केरल में हुआ वही राजस्थान में होगा और हमारी सरकार कोरोना मैनेजमेंट के चलते रिपीट होगी. वही मैनेजमेंट हमारे लिए गेम चेंजर साबित होगा. गहलोत ने कहा कि आज जीडीपी के मामले में राजस्थान देश में दूसरे पायदान पर है और जो जीडीपी भाजपा शासनकाल में 2 पॉइंट से 30 प्रतिशत पर आ गई थी, वह 11 पॉइंट 4 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर पहुंच गई है

आगे कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में अब FIR कंपलसरी है, नहीं तो आम आदमी को भगा दिया जाता था. यहां तक कि रेप के मुकदमे भी दर्ज नहीं होते थे. इसके साथ ही गहलोत ने झूठे मुकदमों पर भी नकेल कसने की बात करते हुए कहा कि आजकल इसका दुरुपयोग भी हो रहा है. ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और हम कार्रवाई भी करवाएंगे. गहलोत ने कहा कि FIR कंपलसरी करने के बावजूद अब राजस्थान आपराधिक मामलों में हरियाणा, मध्य प्रदेश समेत 17 राज्यों से पीछे है

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