2003-13 में हार के कारणों का पायलट को देते हुए जवाब सीएम गहलोत ने मिशन-156 का किया दावा

राजनीति हो या कोई और काम जब तक आप पागलपन की हद तक नहीं करो तब तक नहीं मिलती कामयाबी, राजस्थान में भले ही सरकार रिपीट नहीं होती लेकिन 5 साल बाद जब दूसरी पार्टी की सरकार बनती है, तो जनता 6 महीने में ही कांग्रेस के कामों को याद कर मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर देखने की इच्छा करने लगती है, 2003 में हमें कर्मचारियों ने हरा दिया, क्योंकि उस समय मैं नया था और 2013 में पूरे देश में मोदी लहर थी इसके चलते हमारी सरकार नहीं बनी, 2018 में हमारी सरकार बनने का मुख्य कारण हमारी पुरानी सरकार के काम थे, इस बार नरेंद्र मोदी पड़ाव डालें या नड्डा जी या आरएसएस के मोहन भागवत राजस्थान आए, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, रिपीट होगी कांग्रेस की सरकार- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

ashok gehlot on pilot
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Ashok Gehlot Claims that the Congress Government will Repeat in 2023. राजस्थान कांग्रेस के दिग्गजों के बीच रुक रुककर जारी सियासी बयानबाजी के बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिना नाम लिए सचिन पायलट के 2003 और 2013 में कांग्रेस को मिली हार का जवाब दिया है. गुरुवार को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम गहलोत ने विपक्ष के साथ साथ अपने विरोधियों को जमकर आड़े हाथ लिया और कहा कि राजस्थान में भले ही सरकार रिपीट नहीं होती लेकिन पांच साल बाद जब दूसरी पार्टी की सरकार बनती है, तो जनता 6 महीने में ही कांग्रेस के कामों को याद करने लगती है. वो मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर देखने की इच्छा करने लगती है. यही कारण था कि चाहें साल 2009 हो या फिर साल 2018 जनता ने कांग्रेस की सरकार बनाई. सीएम गहलोत ने कहा कि कामयाब होने के लिए पागलपन की हद तक जाना होता है. कई लोग 24 घंटे की राजनीति करते हैं, उनमें से मैं भी एक हूं. इसमें कोई दो राय नहीं कि राजनीति हो या कोई काम हो दिल लगाकर करना चाहिए जब तक आप पागलपन की हद तक राजनीति नहीं करो, पागलपन की हद तक काम धंधा, व्यापार नहीं करो तब तक कामयाबी नहीं मिलती, उसके लिए पागल बनना पड़ता है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जनता की आवाज खुदा की आवाज होती है और वही जनता कांग्रेस की सरकार भी बनाती है. मुझे मुख्यमंत्री भी. सीएम अशोक गहलोत ने इशारों में सचिन पायलट को जवाब देते हुए कहा है कि 1998 में हमारी 156 सीट आई थी, उस समय मैं प्रदेशाध्यक्ष था. अब फिर हमें मिशन-156 पर काम करना है. उतनी ही सीटें वापस लानी है. मैं ऐसे ही रात दिन एक नहीं कर रहा हूं. मैं बिना सोचे समझे कोई बात नहीं बोलता हूं, मुझे गोड गिफ्ट है, दिल की बात बोलता हूं. सीएम गहलोत ने 2018 की सरकार बनाने के पीछे भी खुद की सरकारों के कामकाज को ही कारण बताकर पायलट पर पलटवार किया.

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2018 के चुनावों में पहले ही माहौल बन गया था कि गहलोत को सीएम बनाना है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 2003 में हमें कर्मचारियों ने हरा दिया, क्योंकि उस समय मैं नया था और हो सकता है कि दोनों ही पक्षों की गलती रही हो और हमारी सरकार नहीं बनी. 2013 में पूरे देश में मोदी लहर थी इसके चलते हमारी सरकार नहीं बनी. लेकिन हमने जनता के लिए काम करने में कभी कमी नहीं छोड़ी. उन्हीं कामों को याद करके 2009 और 2018 में दुबारा हमारी सरकार बनी. गहलोत ने कहा कि 2009 और 2018 में जो सरकार आई उसके पीछे कारण यह था कि लोगों ने पुरानी सरकार को याद किया और हमारी सरकार जाते ही 6 महीने में हमें याद करने लग जाते हैं कि पुरानी सरकार ही अच्छी थी. हमारी सरकार आने का वह भी एक बड़ा कारण होता है. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 2018 में हमारी सरकार बनी उसका मुख्य कारण पुरानी सरकार के काम थे, 2018 में भी पुरानी सरकार के काम के आधार पर ही सरकार में आए थे. हालांकि वो जो माहौल बनता है उसके पिछे बाकी के कारण भी होते हैं. हमारी पार्टी संघर्ष करती है, सड़कों पर उतरते हैं, कमेंट करती रहती है, गलतियां बताती है, यह सब चलता रहता है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि 2018 के चुनावों में लोगों के दिमाग में था कि पिछली बार सरकार बदलकर करके गलती कर दी. पहले ही हवा बन बन गई थी कांग्रेस सरकार बननी चाहिए और अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनना चाहिए. यह पब्लिक की आवाज थी, और खलक की आवाज खुदा की आवाज होती है, मतलब जनता की आवाज भगवान की आवाज होती है. सीएम गहलोत ने दावा करते हुए कहा कि इस बार चार साल बाद भी सरकार के खिलाफ कोई माहौल नहीं है. लोग कहते हैं कि मुख्यमंत्री भला आदमी है. कितना भला है यह आप जानते हो? भला मतलब लोग कहते हैं कि हमारा ध्यान रखता है, कोरोना में ध्यान रखा, भले का मतलब यही होता है. मुझे राजनीति आती नहीं है. मैं सेवा की राजनीति करता हूं और मेरा काम चल जाता है.

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बीजेपी नेताओं को दिल्ली से डांट पड़ती है- गहलोत
बीजेपी पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा 4 साल में विपक्ष पूरी तरह फेल हो चुका है. उन्हें दिल्ली से बार-बार डांट पड़ती है कि तुम कर क्या रहे हो. 4 साल तुम लोगों ने निकम्मा पन क्यों दिखाया. इसका जवाब बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व लगातार राजस्थान के नेताओं से पूछ रहा है. इसलिए बार-बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजस्थान आ रहे हैं. यह इनसे जब केंद्रीय नेतृत्व के नेता सवाल करते हैं तब इनके पास कोई जवाब नहीं रहता है.

मिशन 156 पर काम करेगी कांग्रेस
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी फिर से सत्ता में आने वाली है. हमारा रास्ता पूरी तरह साफ है. 1998 में जो हमने सरकार बनाई थी, तब हमें 156 सीटें मिली थी. इस बार भी कांग्रेस बमिशन 156 पर काम कर रही है. सीएम गहलोत ने कहा कि इस बार राजस्थान में सत्ता बदलने का ट्रेंड जरूर टूटेगा. मैं दिन-रात एक कर सरकार बचाने में और जनता के लिए काम करने में जुटा हुआ है. मुझे तीन बार कोरोना हुआ. फिर भी मैंने 500 बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. विपक्ष और सभी सामाजिक संगठनों को साथ लेकर हमने काम किया दवाई से लेकर राशन तक दिया, ताकि राजस्थान की जनता को परेशानी ना हो. इसलिए इस बार हमने मिशन 156 पर काम शुरू कर दिया है. सीएम गहलोत ने कहा कि 4 साल में हमारी सरकार ने शानदार बजट पेश किए हैं. इस बार का बजट भी शानदार आएगा. हम चाहते हैं कि राजस्थान को देश में नंबर वन स्टेट बनाएं. हमारी योजनाओं को देश के दूसरे राज्यों में लागू किया जा रहा है. हमारे यहां लिया गया हर फैसला आज देश में चर्चा का विषय है. हेल्थ सेक्टर से लेकर एजुकेशन तक सभी सेक्टर में हमारी सरकार ने अच्छा काम किया है. इसका रिजल्ट चुनाव में हमें मिलने वाला है.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देशभर के कई अर्थशास्त्री आज ओल्ड पेंशन स्कीम का विरोध कर रहे हैं. लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 75 साल तक ओल्ड पेंशन स्कीम लागू रही. इसके बाद जिस देश में सूईं नहीं बनती थी, आज सब कुछ बन रहा है. ऐसा हो सकता है कि अर्थशास्त्रियों के पास अपने तर्क हों. जिस पर हमारे अधिकारी उनसे बातचीत के लिए तैयार हैं. सोशल कमिटमेंट होना जरूरी है. मानवीय दृष्टिकोण से भेदभाव नहीं होना चाहिए. केंद्र सरकार आर्मी में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करती है, लेकिन बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू नहीं है. इस तरह का भेदभाव आखिर क्यों किया जा रहा है. जो ओल्ड पेंशन स्कीम का फायदा ले रहे हैं. वह डीए छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. नए लोगों को म्यूचल फंड और शेयर बाजार के भरोसे छोड़ने के लिए तैयार हैं. इसलिए मेरा मानना है कि सोशल सिक्योरिटी को कभी भी मार्केट के भरोसे नहीं छोड़ना चाहिए.

मोदी जी पड़ाव डाले या नड्डा जी आए कोई फर्क नहीं पड़ेगा
सीएम गहलोत ने कहा कि इस बार मेरी अंतरात्मा बोल रही है कि कोई भी हमारी कमियां बताएगा तो जनता उसे स्वीकार करने वाली नहीं है. इस बार चाहे राजस्थान में नरेंद्र मोदी पड़ाव डालें या नड्डा जी या आरएसएस के मोहन भागवत राजस्थान आए, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. इन लोगों ने राजस्थान को टारगेट बना रखा है. क्योंकि महाराष्ट्र, कर्नाटक, एमपी और गोवा जैसे राज्यों में हॉर्स ट्रेडिंग कर सरकार गिराई है. राजस्थान में यह लोग कामयाब नहीं हो पाएंगे. इसलिए मैं राजस्थान की जनता और विधायकों को इसलिए ही बार-बार धन्यवाद देता हूं. क्योंकि अगर वह लोग मेरा साथ नहीं देते तो आज मैं मुख्यमंत्री के रूप में यहां मौजूद नहीं होता.

आखरी वक्त तक एकता रहेगी पार्टी में
वहीं पार्टी में जारी सियासी खींचतान को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे लगता है कि पार्टी में भी आखरी वक्त तक एकता रहेगी. सब लोग समझ जाएंगे कि जनता का मूड क्या है. हम सब मिलकर इस बार मैदान में उतरेंगे. मिशन 156 जरूर कामयाब होंगे. योगी जी ने यूपी में बुलडोजर चला दिया. तो मीडिया पूरे देश में उसे मॉडल बना रहा है. राजस्थान में 2019 से बुलडोजर चल रहे हैं, लेकिन उसकी कोई चर्चा नहीं हो रही. लेकिन अगर बुलडोजर धर्म के नाम पर चलता है, तो उसकी पूरे देश में चर्चा होती है, यह स्थिति अच्छी नहीं है.

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