गहलोत सरकार के 20 माह के कार्यकाल के खिलाफ बीजेपी ने जारी किया ब्लैक पेपर, भ्रष्टाचार सहित लगाए कई आरोप

20 महीने की सरकार की विफलता बीजेपी के लिए बड़ा मुद्दा है, शहरों के साथ गहलोत सरकार ने न्याय नहीं किया है, सरकार की कछुआ छाप चाल ने जयपुर के विकास को बाधित किया है, बीजेपी द्वारा ब्लैक पेपर के मुद्दे जनता तक पहुंचाए जाएंगे, जिसके जरिए बीजेपी राज्य सरकार के कामकाज की खोलेगी पोल

गहलोत सरकार के खिलाफ बीजेपी ने जारी किया ब्लैक पेपर
गहलोत सरकार के खिलाफ बीजेपी ने जारी किया ब्लैक पेपर

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में होने वाले नवनिर्मित 6 नगर निगमों के चुनाव को लेकर घमासान तेज होता जा रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को बीजेपी ने प्रदेश की गहलोत सरकार के 20 महीने के काम के खिलाफ ब्लैक पेपर जारी किया है. ब्लैक पेपर में बीजेपी स्थानीय निकाय में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया है. इस दौरान प्रदेश भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी मौजूद रहे.

प्रदेश भाजपा ने ब्लैक पेपर के जरिए बताया कि कांग्रेस ने निगम व पालिकाओं में भ्रष्टाचार का समावेश किया है. कांग्रेस की अगुवाई में महिलाओं से दुष्कर्म जैसे अपराधों में प्रदेश का देश में प्रथम स्थान है. दलितों पर अत्याचार के मामले में राजस्थान अव्वल बनने की ओर अग्रसर हुआ है. बच्चों के प्रति अपराध में 43 फीसदी की वृद्धि हुई है. भाजपा ने कहा कि केंद्र सरकार ने जयपुर, जोधपुर और कोटा को स्मार्ट सिटी में शामिल किया था, लेकिन कांग्रेस की सरकार आते ही स्मार्ट सिटी के कार्यों पर विराम लग गया. कांग्रेस सरकार ने बिजली के बिलों में वृद्धि की है. भामाशाह योजना बंद कर गरीब का इलाज भी इस कांग्रेसी सरकार ने बंद कर दिया है. निकायों में अंबेडकर भवनों का निर्माण बंद है. इस सरकार ने अन्नपूर्णा रसोई बंद कर जरूरतमंदों के मुंह से निवाला छीना, भूख बढ़ाई.

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इसके साथ ही भाजपा के ब्लैक पेपर में बताया गया कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के किए गए कामों का इस सरकार ने लोकार्पण करके योजनाओं को अपना बताने की कोशिश की. भाजपा के ब्लैक पेपर के अनुसार, इस सरकार ने जयपुर की द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट का नाश कर दिया. भाजपा सरकार ने टोल खत्म कर दिया था, लेकिन कांग्रेस ने फिर से शुरू कर गरीब जनता की जेब पर आर्थिक भार डाल दिया. बीजेपी ने आरोप लगाया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के साथ खिलवाड़ हो रहा है. गौशाला टैक्स के 12 सौ करोड़ वसूल कर भी नहीं दिया अनुदान. पेट्रोल-डीजल पर टैक्स बढ़ाया. कोरोना काल में अव्यवस्थाओं का आलम बना रहा. प्रदेश में बेरोजगारों की फौज खड़ी कर दी, 27 लाख बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ते का इंतजार है. इसके अलावा सफाई व्यवस्था के बिगड़ते हालात को भी हाईलाइट किया गया है.

वहीं, राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने नगर निगम चुनाव को लेकर कहा कि हम लोग पहले से तैयार थे, लेकिन शायद सरकार पहले से तैयार नहीं थी. जयपुर, जोधपुर, कोटा में पिछले डेढ़ साल से कांग्रेस पार्टी ही काबिज है प्रशासक के रूप में कांग्रेस की सरकार ही यहां काम चला रही है. लेकिन तीनों ही जगह व्यवस्थाओं में भारी बिगाड़ा दिखा है. पूनिया ने निगम चुनाव में इन मुद्दों को लेकर कहा कि 20 महीने की सरकार की विफलता है और बीजेपी के लिए यह बड़ा मुद्दा है. शहरों के साथ भी मौजूदा राज्य सरकार ने न्याय नहीं किया है. सरकार की कछुआ छाप चाल ने जयपुर के विकास को बाधित किया है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी द्वारा ब्लैक पेपर के मुद्दे जनता तक पहुंचाए जाएंगे. इसके जरिए बीजेपी राज्य सरकार के कामकाज की पोल खोलेगी.

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