Politalks.News/Rajasthan. बेगूं विधायक राजेंद्रसिंह विधुड़ी (Begun MLA Rajendrasinh Vidhuri) और एक थानेदार की बातचीत का ऑडियो वायरल (conversation audio viral) हो रहा है जो कि सियासी गलियारों में चर्चा का विषय (topic of discussion in political circles) बना हुआ है. बेगूं विधायक इस ऑडियो में बात नहीं मानने पर एक थानेदार को फोन पर धमकाते सुनाई दे रहे हैं. विधायक साहब ने इस कदर गालियां दी कि एसएचओ संजय गुर्जर (SHO Sanjay Gurjar) ने कह दिया कि, ‘आप चाहो तो मुझे बर्खास्त करा दें, मैं यहां अब काम नहीं कर सकता हूं’. विधायक विधुड़ी और भैसरोड़गढ़ एसएचओ संजय गुर्जर के बीच फोन पर बात का ऑडियो जमकर वायरल हो रहा है. मजे की बात यह है कि करीब 7 मिनट 37 सैकंड की बातचीत में विधायक ने 103 बार थानेदार को गालियां दीं हैं.
सदन में सुनाई दी ऑडियो की गूंज
ऑडियो की गूंज आज विधानसभा में भी सुनाई दी है. सदन में दिग्गज भाजपाई राजेन्द्र राठौड़ (Rajendra Rathod) तंज कसा कि, शिष्टाचार बचेगा या नहीं? क्या विधूड़ी को सम्मानित किया जाए?. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि, कर्मचारी कैसे काम करेगा?. सरकार की ओर से मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि, ऑडियो की जांच करवाई जा रही है. दूसरी तरफ चर्चा यह है कि विधूड़ी का यह पहला मामला नहीं है जब उनकी बदजुबानी सामने आई हो. पॉलिटॉक्स इस कथित ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है. ऑडियो सामने आने के बाद एसएचओ ने एसपी से कहा है कि मुझे लाइन में लगा दो.
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पूनियां का निशाना- कांग्रेस विधायक का पुलिस के लिए मोटिवेशनल स्पीच
कांग्रेस विधायक और SHO के बीच वायरल ऑडियो को लेकर भाजपा ने सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘सरकार ने विधायकों को लूट की खुली छूट दे रखी है. कांग्रेस विधायक और SHO के बीच बातचीत का जो ऑडियो वायरल हो रहा है. उससे कांग्रेस की संस्कृति का पता चल रहा है. यह कांग्रेस विधायक का पुलिस के लिए मोटिवेशनल स्पीच था. जो प्रदेश में पुलिस का मनोबल बढ़ाने का काम करेगा’.
यह है मामला
रावतभाटा निवासी एक व्यक्ति की लोठियाना गांव में कृषि भूमि है. इसमें बरसों से खेती के साथ उसके खिलाफ अतिक्रमण को लेकर धारा 91 की कार्रवाई भी चल रही है. हाल में एसडीएम की ओर से सरकारी भूमि पर अतिक्रमण का मामला भैसरोड़गढ़ थाने में दर्ज कराया गया. इसे यह कहते हुए 420 बी का मामला बनाने का दबाव बनाया जा रहा है कि सरकारी खेती की भूमि को ठेके पर दे दिया. जबकि ऐसे मामलों में ठेके पर भूमि राजस्थान ही नहीं पूरे देश में दी जाती है. आमतौर पर खेती के अतिक्रमण को नोटिस देकर हटाया जाता है. इस मामले में कब्जाधारी संजय वधवा ने हाईकोर्ट में रिट लगाकर जमानत ले ली. इससे विधायक विधुड़ी नाराज हो गए. वधवा के परिवार के साथ रावतभाटा में भी अतिक्रमण की कार्रवाई हुई तो उसमें भी स्टे मिल गया. संभवतया इसी बात से विधायक खफा होकर थानेदार को फोन लगाकर धमकाने लगे. इसमें एसएचओ स्पष्ट तौर पर यह कहते भी सुने गए कि जब धारा 420 बनती ही नहीं तो कैसे लगाता?
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विवादों से पुराना नाता है विधुड़ी का
कुछ महीने पहले गंगरार में विवादित जमीन संबंधी प्रकरण दर्ज कराने के लिए विधायक विधुड़ी एसएचओ की कुर्सी पर बैठ गए थे. डिप्टी व एसएचओ को संस्पेंड किया गया. बेगूं क्षेत्र में एक सरपंच के पति पर आधी रात में अपहरण कर जानलेवा हमले के मामले में परिवार ने एसएचओ संजय गुर्जर सहित पुलिसकर्मियों को आरोपी बताया था, तब गुर्जर पारसोली एसएचओ थे. हालांकि पुलिस जांच में उनकी भूमिका साबित नहीं हुई. इससे पहले बेगूं एसएचओ वीरेंद्रसिंह एसीबी के हाथों रिवर्स ट्रैप हुए. ट्रेप विधायक विधुड़ी ने करवाया था. इन दोनों मामलों का जिक्र गुरुवार को वायरल आडियो में भी है.
विधुड़ी ने झाड़ा पल्ला- एडिटेड है ऑडियो, मेरी आवाज नहीं
इस वीडियो को लेकर विधायक विधुड़ी ने कहा कि, ‘ये मेरी आवाज नहीं है. ऑडियो को एडिट किया गया है. शिकायत आई कि रावतभाटा के विधवा ने 100 बीघा चरनोट जमीन पर कब्जा कर 10 बीघा जमीन किसी और को पट्टे पर दे दी. एसडीएम ने केस की कहा लेकिन नहीं किया. दूसरी पार्टी से पैसे खा गया होगा. मैंने किसी को गाली नहीं दी, उसने सोचा एसीबी में शिकायत न कर दे, इसलिए एडिट ऑडियो कर वायरल गया है’.
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अब आपको बताते हैं कि क्या कुछ बात हुई है विधायक विधुड़ी और SHO के बीच
विधायक- मेरा काम पहले करेगा या सरकार का
विधायक- गाली देते हुए.. हक बनता है कि नहीं.. फिर गाली
एसएचओ- सर मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा, उनका फोन आया तो कहा था फेक्चुअल रिपोर्ट मांग ली. एक मिनट… मैं आप को बता रहा हूं.
विधायक -फिर गाली देते हुए.. वहां कहां चला गया?
एसएचओ- सर, मैं मेवात चला गया, ट्रैक्टर पकड़ने
विधायक- गाली देते हुए मेरा काम पहले या तेरे ट्रैक्टर पहले..
विधायक- उस समय मैं भी चला जाता ना, हेमराज केस में तो तू… गाली देते हुए…तू बच गया ना आस्तिन के सांप?
एसएचओ- अरे सर, आप ऐसे ही नाराज हो रहे हो, मैं कर रहा हूं, मैंने कब कहा नहीं कर रहा हूं. मैंने उसे कुछ कहा ही नहीं. हेमराज को मैंने थोड़ी कूटा था,
विधायक- तो किसने कूटा था.. गाली देते हुए..तू जेल जा रहा था, अब मतलब निकल गया तेरा.
एसएचओ- सर वे गलत बोल रहे हैं. एसडीएम साहब को मैंने ऐसा कुछ कहा ही नहीं. अगर गलत कहा तो अभी आ जाता हूं आपके सामने.
विधायक- राजाराम ने भोला बनता है राजाराम के खिलाफ बोलता है.
एसएचओ- राजाराम के खिलाफ कब बोला सर मैं?
विधायक- डिप्टी कह रहा है कि उसकी जमानत कराई, सारा काम गड़बड़ इसने किया
एसएचओ- उस रावतभाटा एसएचओ को घुसा दो मंदिर में या मुझे घुसा दो मंदिर में. मैंने उसकी जमानत करवाई हो. आज तक उसका पानी भी पीया हो
विधायक- गुस्से में.. ,तेरी ओकात है मेरे सामने बोलने की. मैंने तूझे वैसे ही छोड़ दिया था. अब तेरा इलाज मैं करता हूं. जब वो विरेंद्र बर्खास्त हुआ था, तो तू भी होगा. अब तेरी..
एसएचओ- अब सर इसमें आप खामोखा नाराज हो रहे इसमें मैं क्या करुं?
विधायक- तुझे यही से बर्खास्त कराके भेजूंगा. चोरी कर गया, बड़ी डकैती डाल गया इलाके में, अब लोग मुझे बोल रहे ना. मैं तेरे को 15 दिन में बर्खास्त कराऊंगा. वो चारण मेरा दुश्मन थौड़े ही था. तुम दुश्मन हो, चोर झूठ बोलता है उस बिचारे विधुड़ी को भी फंसवाया तूने,फाइल… तू वहीं पड़ी है.
एसएचओ- मैने कहां फंसवाया
विधायक- तेरे पीछे मैं पडूंगा. महिपाल तो फिर भी वफादार है. तेरा दिमाग खराब हो गया. जितनी बार मैं आया तू ट्रेकटर पकड़ने जा रहा था.
एसएचओ- अब सर एसपी मैडम का फोन आ रहा तो बताओ मैं नही जाऊं क्या, मैं क्या करुं?
विधायक- तेरे को मैंने बोला अभिषेक के यहां बैठे थे. थानेदार ने कहा- बनती है.
एसएचओ- अरे सर वो तो बेलेबल है. गिरफ्तार अपन उसमें भी नहीं कर सकते. 420 बी लगेगी तो भी बेलेबल है. बयान दे रहा है.
विधायक- साले आस्तिन का सांप, उस डिप्टी की राजेंद्र जैन की बात सुनी नहीं, उसने क्लियर कट रिपोर्ट दी. संजय गुर्जर आपके नाम पर दादागिरी कर रहा है.
एसएचओ- सर मैं कहां कर रहा हूं आपके नाम पर दादागिरी?
विधायक- किसी जमानत की बात करते हुए.. दलाल, हरीमोहन के पीछे पड़ा है तू. उसे कोर्ट में जाने का मौका दे रहा है.
एसएचओ- नहीं दे रहा हूं सर
विधायक- फिर गाली देते हुए..
एसएचओ- सर, प्लीज गाली नही दोगे, आपको जो करना है कर लो, गाली नहीं दोगे…
एसएचओ- अब गुस्से से बोलते हुए सर, प्लीज गाली नही दोगे मुझे. आपको जो करना है वो कर लो, आपकी गाली सुनने के लिए पुलिस मे भर्ती नहीं हुआ मैं.
विधायक- चुप्प अब मैं आ रहा हूं
एसएचओ-आ जाओ, अभी आ जाओ, आपको जेल भेजना है जो भी करना है करिए. आपकी गाली सुनने के लिए भर्ती नहीं हुआ हुं मैं, गाली नही सुनुगां एक भी दिन.
विधायक-…..गाली देते हुए
एसएचओ- गाली कैसे दे रहे हो, मैं सारी चीजें रिकार्ड कर रहा हूं. मैं आपके कहने से कोई गलत काम नहीं करुंगा.
विधायक- क्या गलत काम है
एसएचओ- यह गलत काम ही है. मैं बीमार हूं आप मां-बहन की गाली दे रहे हो.
विधायक- गाली देते हुए तू बीमार है और ऑडियो कट जाता है.
एसएचओ- आपकी गाली सुनने के लिए पुलिस में नहीं आया