राजस्थान: विधानसभा चुनाव के बाद निकाय चुनावों में दिखी गहलोत लहर, बीजेपी के दावों का निकला दम

उदयपुर, बीकानेर में भाजपा तो भरतपुर में निर्दलीयों का दबदबा, कांग्रेस ने 23 निकायों में बनाए बोर्ड, 16 सीटों पर बसपा, माकपा दो और एनसीपी एक पर जीती, कांग्रेस को 8.70 लाख से अधिक, भाजपा को 786327, निर्दलीयों को 650841 वोट मिले, 36512 वोट गए नोटा में 

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के 49 निकायों में हुए चुनावों के नतीजे (Rajasthan civic election) घोषित हो गए हैं. शहरी निकाय के इन चुनावों में सत्ताधारी कांग्रेस की एक तरफा जीत दर्ज हुई है. करीब आधे निकायों में कांग्रेस अपना बोर्ड बना रही है. चुनाव नतीजे आने के बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर जश्न का माहौल दिखाई दिया. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर इस दौरान कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता आतिशबाजी करते हुए एवं एक दूसरे को मिठाई खिलाते नजर आये.

प्रदेश के कुल 49 निकायों के 2105 वार्डों में कांग्रेस के 961 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. वहीं भाजपा के 737 प्रत्याशी को विजयश्री हासिल हुई. 16 वार्डों में बसपा, तीन में माकपा और दो में एनसीपी ने कब्जा जमाया. अन्य 386 सीटों पर निर्दलीयों का कब्जा रहा. परिणामों के अनुसार, कुल 23 निकायों में कांग्रेस के बोर्ड बन रहे हैं. वहीं 6 में भाजपा का बोर्ड बनेगा. अन्य 20 निकायों में निर्दलीयों का दबदबा रहेगा और उनकी भूमिका बोर्ड बनाने में निर्णायक होगी. (Rajasthan civic election) तीन नगर निगमों में उदयपुर और बीकानेर में भाजपा आगे है जबकि भरतपुर में निर्दलीयों का दबदबा रहा.

49 निकायों में से चित्तौड़गढ़ और आमेठ दो ऐसे निकाय रहे जहां निर्दलीयों का खाता तक नहीं खुल सका. राजस्थान निकाय चुनावों में कांग्रेस को 8 लाख 70 हजार 315 वोट मिले. वहीं भाजपा को 786327 और निर्दलीयों को 650841 वोट मिले. 36512 वोट नोटा में गए.

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प्रदेश के टोंक, ब्यावर, अलवर, भिवाड़ी, थानागाजी, भरतपुर, रूपबास, पाली, श्रीगंगानगर, कानोड़, महवा, राजगढ़ (चूरू), जालोर, भीनमाल, पिलानी, बीकानेर, नसीराबाद और प्रतापपुर गढ़ी पालिकाओं में निर्दलीय कांग्रेस और भाजपा दोनों पर ही भारी पड़े हैं.

प्रदेश के मकराना, डीडवाना, सूरतगढ़, नाथद्वारा, आमेट, सीकर नगर परिषद, नीमकाथाना, चूरू, फलोदी, झुंझुनूं, बिसाऊ, बांसवाड़ा, मांगरोल, छबड़ा, बाड़मेर, सांगोद, कैथून, सिरोही, माउंट आबू, निंबाहेड़ा, रावतभाटा, चित्तौड़गढ़, हनुमानगढ़ सहित 23 निकायों में कांग्रेस को ​बढ़त हासिल हुई है. पुष्कर, सुमेरपुर, खाटूश्यामजी, उदयपुर, बालोतरा और पिंडवाड़ा सहित 6 ​नगर निकाय में भाजपा का बोर्ड बनना तय है.

निकाय चुनावों के परिणाम के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट पोस्ट करते हुए कहा, ‘निकाय चुनाव के नतीजे सुखद हैं. जिला परिषद उपचुनाव, पंचायती राज उपचुनाव एवं विधानसभा (मण्डावा, खींवसर) उपचुनाव के बाद निकाय चुनाव में भी प्रदेश की जनता ने हमारी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों को अपना समर्थन देकर संवेदनशील, जवाबदेह एवं पारदर्शी शासन और गुड गवर्नेंस देने की हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है.

मैं सभी मतदाताओं का आभार प्रकट करता हूँ और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी एवं विजयी उम्मीदवारों को बधाई देता हूं’.

शहरी निकाय चुनावों के इन परिणामों पर कांग्रेस के नेताओं व अधिकारियों ने संतुष्टि व्यक्त की. वहीं भाजपा नेता किसी भी बयानबाजी से बचते दिखे. प्रदेश में निकाय चुनाव परिणामों पर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि प्रदेश की जनता ने मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार में विश्वास जताया. प्रदेश की जनता ने विकास और जनहित के काम पर मुहर लगाई है. सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने से लेकर ईडबल्यूएस के फैसले को प्रदेश की जनता ने पसंद किया है. जनता ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में चल रही प्रदेश सरकार विश्वास जताया है. आगे भी सरकार जनता के लिए काम करती रहेगी और जनता के विश्वास पर खरा उतरेगी.

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने चुनाव परिणामों के बाद कहा कि यह राजस्थान की जनता और लोकतंत्र की जीत है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बडप्पन और उनके घमंड पर चोट पड़ी है. राजस्थान की जनता ने इन चुनावों में (Rajasthan civic election) साबित कर दिया है कि भाजपा के के नेता जो बड़ी-बड़ी बातें करते थे, उन पर चोट मारी है. कांग्रेस इंसानियत का सम्मान करती है इसलिए निकाय चुनाव में कांग्रेस की बड़ी जीत हुई है और बीजेपी के बड़बोले कमेंट पर चोट लगी है.

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि जिस तरीके से इस समय में देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतरी हुई है. देश के प्रधानमंत्री भाषण देते है भाषण देने से पेट नहीं भरता है. देश की जनता तंग आ चुकी है आर्थिक आपातकाल जैसी स्थिति देश में है. हरियाणा व महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव से लेकर उपचुनाव में पूरे देश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को नकारा है. इन निकाय चुनावों (Rajasthan civic election) में प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को बहुत शानदार बहुमत दिया है. कांग्रेस सरकार में पिछले 11 महीने में हुए लोक कल्याणकारी कार्यों पर जनता ने मुहर लगाई है. यह परिणाम उसके संकेत है.

खाद्य मंत्री रमेश मीना ने कहा कि जिस प्रकार देश में जो माहौल है अब जनता जान चुकी है जिस प्रकार भारतीय जनता पार्टी ने पिछले समय में जनता को गुमराह किया. राम मंदिर, धारा 370 इन सब को राजस्थान की जनता ने नकारते हुए कांग्रेस को बहुमत दिया है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जो वादे जनता से किए थे वो धरातल पर नजर आने लगे है. जनता को कांग्रेस पर विश्वास हो गया है इसलिए निकाय चुनाव में सफलता मिली है और आगे भी मिलती रहेगी.

उद्योग मंत्री परसादी लाल मीना ने कहा कि इन निकाय चुनावों में अधिकांश जगह कांग्रेस का परचम लहराया है. मुख्यमंत्री ने ईडब्ल्यूएस का जो फैसला लिया वह मील का पत्थर साबित हुआ. इससे शहरी लोगों को जो कठिनाई आ रही थी वह दूर हुई. कांग्रेस के 10 महीने के कार्यकाल को जनता ने स्वीकार किया है इसलिए जनता ने कांग्रेस को समर्थन दिया और भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया.

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