PoliTalks news

जम्मू-कश्मीर में पिछले एक सप्ताह से चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच शुक्रवार को आई एक बड़ी खबर ने सबको चौंका दिया. जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले की साजिश और संभावनाओं को देखते हुए अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने पर्यटकों को जो जहां हैं, वही से वापिस लौटने के आदेश जारी कर दिए हैं. पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों की तरफ से अमरनाथ यात्रा पर हमले की आशंका के मद्देनजर भारत सरकार ने ये निर्णय लिया है. इसके लिए भारत सरकार की तरफ से एडवाइजरी की गई है. इससे पहले खराब मौसम के चलते अमरनाथ यात्रा को 4 अगस्त तक के लिए रोका गया था. अचानक यात्रा खत्म किए जाने संबंधी एडवाइजरी जारी किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर नाराजगी और चिंता जताई है.

यह भी पढ़ें: धारा 35ए, विधानसभा चुनाव, आतंकी घटना या कुछ और..?

खूफिया इनपुट के आधार पर आतंकियों द्वारा अमरनाथ यात्रा को आईडी धमाके और यात्रियों पर हमले के जरिये निशाना बनाने की कोशिश करने की विशिष्ट सूचना मिली है. इसके लिए सेना की ओर से सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान में बनी एक लैंडमाइन और टेलीस्कोप के साथ एक M-24 अमेरिकन स्नाइपर राइफल बरामद की है. इससे साफ है कि कश्मीर में आतंकी हमलों की कोशिश हो रही है.

Patanjali ads

सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, ‘पाकिस्तान कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने की लगातार कोशिशें कर रहा है. इसके लिए सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की कोशिशें हो रही हैं. इस मौके पर 15 कोर कमांडर लेफ़्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कहा, ‘पिछले तीन-चार दिनों में बहुत ही स्‍पष्‍ट और पुष्‍ट खुफिया जानकारी मिली है कि पाकिस्‍तानी सेना द्वारा समर्थित आतंकी अमरनाथ यात्रा बाधित करने की फिराक में हैं और उसके आधार पर यात्रा के दोनों मार्गों, दक्षिण की तरफ के पहलगाम वाले रास्‍ते और उत्तर की तरफ के बालटाल वाले रास्‍तों पर सेना और सीआरपीएफ की टीमों में संयुक्‍त रूप से गहन तलाशी अभियान चलाया है. यहां तक कि पवित्र गुफा तक जाने वाले पैदल मार्ग की भी पिछले तीन दिनों से लगातार जांच की जा रही है.’

सरकार के इस आदेश पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का कहना है, ‘यह आदेश दर्शाता है कि अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका है. हालांकि इससे घाटी में मौजूद डर को कम नहीं किया जा सकता है.’

इससे पहले गृह मंत्रालय के एक आदेश के बाद जम्मू-कश्मीर में पिछले सप्ताह करीब 10 हजार अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के बाद हाल ही में 26 हजार और अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं. ग्रह मंत्रालय के इस आदेश का जम्मू-कश्मीर में जमकर विरोध हो रहा है. खैर, जो भी हो लेकिन इतना तय है कि पहले इतनी संख्या में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती और अब अमरनाथ यात्रा रोकने के साथ ही पयर्टकों की वापसी के आदेश, हो न हो, घाटी में सच में कुछ बड़ा तो होने वाला है.

Leave a Reply