दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बल्लामार विधायक आकाश विजयवर्गीय पर कड़ी सख्ती दिखाई. यही नहीं, उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की बात भी कही. विधायक का नाम लिए बगैर पीएम मोदी ने कहा कि वह चाहे किसी का भी बेटा क्यों न हो, उसकी ये हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी. ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है. उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए.

दरअसल मोदी संसद भवन की लाइब्रेरी के जीएमसी बालायोगी सभागृह में दोनों सदनों के सभी 380 सांसदों को संबोधित कर रहे थे. यहां उन्होंने पार्टी के आगे का एजेंडा तय करने के साथ ही बीजेपी के सदस्यता अभियान पर भी जोर दिया.

इससे पहले उन्होंने सभी मौजद सांसदों को शालिनता का पाठ पढ़ाते हुए जनता के लिए काम करने की बात कही. जब मोदी आकाश विजयवर्गीय की बात कर रहे थे, उस समय वहां पर आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे. कैलाश विजयवर्गीय भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं.

इस मामले में कैलाश विजयवर्गीय ने अपने विधायक बेटे आकाश को कच्चा खिलाड़ी बताया. उन्होंने कहा, ‘ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे लगता है आकाश और नगर निगम के कमिश्नर दोनों पक्ष कच्चे खिलाड़ी हैं. यह एक बड़ा मुद्दा नहीं था लेकिन इसे बहुत बड़ा बना दिया गया. मुझे लगता है कि अधिकारियों को अहंकारी नहीं होना चाहिए. उन्हें जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए. मैंने इसकी कमी देखी है. दोनों को समझना चाहिए ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो.’

बता दें, इंदौर में नगर निगम का दल गंजी कंपाउंड क्षेत्र में एक जर्जर मकान को गिराने पहुंचा था. इसकी सूचना मिलने पर विधायक आकाश विजयवर्गीय मौके पर पहुंचे, जहां उनकी नगर निगम के कर्मचारियों से बहस हो गई. तभी आकाश विजयवर्गीय क्रिकेट का बल्ला लेकर नगर निगम के अधिकारियों से भिड़ गए. विजयवर्गीय ने बल्ले से अफसरों की पिटाई भी की. इसके मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और जेल भी जाना पड़ा. हालांकि रविवार को आकाश जमानत पर रिहा हुए हैं.

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