सोनिया गांधी पर टिप्पणी के बाद अर्नब पर फूटा कांग्रेसियों का गुस्सा तो अर्नब पर हमले के 2 आरोपी गिरफ्तार

बुधवार रात स्टूडियो से लौटते वक्त अर्नब पर हुआ हमला, हमले के लिए अर्नब ने सोनिया गांधी पर लगाया आरोप, वहीं सोनिया गांधी पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस द्वारा अर्नब गोस्वामी पर छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश सहित महाराष्ट्र में कराए गए केस दर्ज, सोनिया गांधी पर की गई अर्नब की टिप्पणी के बाद देशभर के कांग्रेस नेताओं ने अर्नब पर साधा जबरदस्त निशाना

पॉलिटॉक्स न्यूज़. देशभर में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ द्वारा दो संतों की पीट-पीटकर हत्या के एक मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है, जिसके चलते जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी में जबरदस्त रौष व्याप्त है वहीं टीवी पत्रकार अर्नब गोस्‍वामी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर खुद पर और उनकी पत्‍नी पर हमला करवाने का आरोप लगाया है. वहीं इससे पहले सोनिया गांधी पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस द्वारा अर्नब गोस्वामी पर छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश सहित महाराष्ट्र में केस दर्ज कराए गए. वहीं सोनिया गांधी पर की गई अर्नब की टिप्पणी के बाद देशभर के कांग्रेस नेताओं ने अर्नब पर जबरदस्त निशाना साधा है.

सबसे पहले बात करें अर्नब गोस्वामी पर हुए हमले की तो 22 अप्रैल की रात 2 बजे कुछ अज्ञात व्‍यक्तियों ने पत्रकार अर्नब गोस्वामी और उनकी पत्नी पर हमला कर दिया. ये हमला उस समय हुआ जब दोनों स्‍टूडियों से अपने घर जा रहे थे. इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गयी है, हालांकि इस हमले में अर्नब और उनकी पत्नी को किसी प्रकार की चोट नहीं आयी है. अर्नब गोस्वामी और उनकी पत्नी पर हमले के सिलसिले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस मामले में एनएम जोशी मार्ग पुलिस स्‍टेशन पर आइपीसी की धारा 341 और 504 के तहत एफआइआर दर्ज की गयी है.

वहीं खुद पर हुए हमले के लिए गोस्वामी ने सीधा आरोप सोनिया गांधी पर लगाया है, उन्होंने कहा है कि हमला करने वाले लोग युथ कांग्रेस के गुंडे है. जो कांग्रेस के हाई कमान के आदेश लार मुझे मारना चाहते है, मुझ पर हमला करवाया है. इसके बाद अर्नब ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि मैं सोनिया गांधी से कह देता हूं कि तुम्हे जो करना है करलो लेकिन मैं सच्चाई की राह पर ही चलूंगा और मुझे कोई नहीं रोक सकता है.

इससे पहले बुधवार शाम सोनिया गांधी पर विवादित टिप्पणी को लेकर अर्नब गोस्वामी पर छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश सहित महाराष्ट्र राज्यों में अलग-अलग केस दर्ज कराए गए. महाराष्ट्र में मंत्री नितिन राउत, उत्तर प्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लुल्लू और छत्तीसगढ में स्वास्थ्य मंत्री टी एस देव सिंह ने पत्रकार अर्नब गोस्वामी पर केस दर्ज करवाए. छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की पुलिस ने कांग्रेस नेताओं की शिकायतों पर एक टीवी समाचार चैनल के संपादक अर्नब गोस्वामी के खिलाफ दो अलग- अलग मामले दर्ज किए हैं. रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अर्नब गोस्वामी पर पालघर मामले में अपने वक्तव्य से देश की जनता के सद्भाव को समुदाय के आधार पर भड़काने और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया है.

अब आपको बताते हैं कि यह पूरा मामला आखिर है क्या, दरअसल, रिपब्लिक भारत चैनल के संपादक अर्नब गोस्वामी ने मंगलवार को महाराष्ट्र के पालघर में दो संतों की भीड़ द्वारा हत्या कर दिए जाने पर ‘पूछता है भारत’ डिबेट कार्यक्रम किया था. इस डिबेट के दौरान अर्नब गोस्वामी ने आचार्य प्रमोद कृष्णन से कहा कि अगर किसी पादरी की हत्या होती तो आपकी पार्टी और आपकी पार्टी की ‘रोम से आई हुई, इटली वाली’ सोनिया गाँधी बिलकुल चुप नहीं रहतीं. अर्नब ने दावा किया कि मॉब लिंचिंग पर सोनिया गाँधी आज चुप हैं तो इसका मतलब है कि वो मन ही मन में खुश भी हैं.

यही नहीं पालघर मॉब लिंचिंग पर सोनिया गॉंधी की चुप्पी को लेकर अर्नब ने सारी हदें तोड़ते हुए कहा कि “सोनिया गाँधी तो खुश हैं. वो इटली में रिपोर्ट भेजेंगी कि देखो, जहाँ पर मैंने सरकार बनाई है, वहाँ पर हिन्दू संतों को मरवा रही हूँ. वहाँ से उन्हें वाहवाही मिलेगी. लोग कहेंगे कि वाह, सोनिया गाँधी ने अच्छा किया. इनलोगों को शर्म आनी चाहिए. क्या उन्हें लगता है कि हिन्दू चुप रहेंगे? आज प्रमोद कृष्णन को बता दिया जाना चाहिए कि क्या हिन्दू चुप रहेंगे? पूरा भारत भी यही पूछ रहा है. बोलने का समय आ गया है.”

सम्पादक अर्नब गोस्वामी की इस अमर्यादित टिप्पणी का देशभर के कांग्रेसी नेताओं ने जबरदस्त विरोध किया. सबसे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘रिपब्लिक और आर. भारत टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी के इस अनर्गल बकवास को पत्रकारिता कह सकते हैं? यह तो सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का कुत्सित प्रयास है, न भाषा की मर्यादा न किसी की मान मर्यादा का ध्यान, यह तो अपराध है, संज्ञेय और दंडनीय अपराध.’’ बघेल ने आगे कहा कि हमारे रिपब्लिक का कानून फर्जी रिपब्लिक को सबक सिखाने में सक्षम है. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘मैं न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया से संपादक और उनके चैनल के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आग्रह करता हू. मुझे उम्मीद है कि उनके नियोक्ता उन्हें तुरंत इस्तीफा देने के लिए कहेंगे.’’

वहीं राजस्थान के कांग्रेस नेताओं ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से जमकर अपनी भडास निकाली. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर अर्नब गोस्वामी पर कार्रवाई की मांग की. सीएम गहलोत ने कहा कि अर्नब गोस्वामी द्वारा सोनिया गांधी पर हमला बेहद निंदनीय है. वह अपनी सभी सीमाओं को पार कर गया है, उसे खुद पर शर्म आनी चाहिए, मैं एडिटर्स गिल्ड से मांग करता हूँ कि अर्नब को तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए.

राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अर्नब गोस्वामी की टिप्पणी पर बिना अर्नब का नाम लिए कहा कि लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं को भूल कर और सभी मर्यादाओं को लांघ कर, सोनिया गांधी जी पर किये गए प्रहार और अभद्र शब्दों का प्रयोग निंदनीय और अस्वीकार्य है. पत्रकारिता समाज परिवर्तन का बड़ा साधन है, निजी हमलों का नहीं.

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि अर्नब गोस्वामी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी पर जो अशोभनीय टिप्पणी की है उसकी मैं कड़ी निंदा करता हूँ. अर्नब गोस्वामी को शर्म आनी चाहिए, उन्होंने पत्रकारिता को निम्न स्तर पर पहुंचा दिया है. ऐसे व्यक्ति पर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए. सोनिया जी ने भारत को अपना घर बनाया और 54 साल मातृभूमि मान कर सेवा की, अपने परिवारजनों को उन्होंने देश के लिए खोया है. देश के लिए समर्पित ऐसी नेता पर ऐसी अशोभनीय टिप्पणी करना सरासर गलत है.

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि न्यूज़ ऐंकर अर्नब गोस्वामी का कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी पर हमला बेहद निंदनीय ओर पत्रकारिता के स्तर को गिराने वाला है. अर्नब गोस्वामी ने सभी सीमाएं पार कर दी है उनपर सख़्त से सख़्त करवाई होनी चाहिए जिससे पत्रकारिता में लोगों का विश्वास बना रहे.

खेल एवं युवा मामलात मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि यह पत्रकार शर्म की सारी हदें पार कर चुका है. इस प्रकार की पत्रकारिता देश को किस दिशा में ले जाना चाहती है, यह देश के लोगों को एवं बाकी पत्रकारों को सोचने का विषय है. जब कोई पागल हो जाये तो उसके साथ क्या करना चाहिए, सबको पता है. जिसने भी इसको पाला हुआ है कृपया इसको चैन में बाँधकर रखे, देश में संतों पर हुए हमले से मैं भी चिंतित हूँ, यह घटना बहुत निंदनीय है. इसकी जांच होकर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो.

कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि सोनिया गांधी जी के परिवार ने इस देश के लिए शहादत दी है, उन्होंने हमेशा भारतवासियों के हित के बारे में सोचा है और देश सेवा का अपना फ़र्ज़ निभाया है. उनके लिए गंदी व फूहड़ भाषा बोलने वाले चाटुकार टी.वी. पत्रकार की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए.

वहीं सवाई माधोपुर से कांग्रेस विधायक दानिश अबरार ने कहा कि अर्नब गोस्वामी ने इस देशभक्त भारतीय महिला पर अपमानजनक टिप्पणी की है. रिपब्लिक चैनल पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.

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एडिटर गिल्ड ऑफ इंडिया से इस्तीफा दे चुके हैं अर्नब

बता दें, अर्नब गोस्वामी ने हाल ही में एक लाइव शो के दौरान ही एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया से त्यागपत्र दे दिया था. अर्नब ने अपने इस्तीफे के लिए एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के गिरते हुए मूल्यों को जिम्मेदार बताया था. उन्होंने कहा था, “एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने व्यक्तिगत पूर्वग्रहों के लिए नैतिकता से समझौता किया है. वह काफी लंबे वक्त से एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के सदस्य हैं, लेकिन अब यह मात्र कुछ लोगों का समूह है, जिनमें फेक खबरों को फेक कहने का दम नहीं है.’

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