अदनान को पद्म श्री मिलने का देशभर में जबरदस्त विरोध, बताया हत्यारे का बेटा, कांग्रेस ने सरकार से पूछे तीन सवाल

सोशल मीडिया की हचलच

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. भारत के 71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सात हस्तियां पद्म विभूषण, 16 पद्म भूषण और 118 पद्मश्री से सम्मानित हुईं. पद्म श्री पाने वालों की लिस्ट में बॉलीवुड सिंगर अदनान सामी (Adnan Sami) भी शामिल हैं. अब सोशल मीडिया में अदनान सामी का नाम खासा चर्चा का विषय है. अदनान सामी को पद्म श्री मिलने पर समर्थन और विरोध को लेकर यूजर्स आपस में भिड़ गए. कोई इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चम्चागिरी बताया रहा है तो किसी ने अदनान को आतंवादी का बेटा और हत्यारे का बेटा बताते हुए सम्मान दिए जाने का विरोध किया. वहीं कुछ यूजर्स ने इसे एक अच्छी पहल बनाया.

अदनान पाकिस्तानी मूल के गायक हैं जो बाद में भारत में आकर सैटल हो गए. उन्होंने 2015 में नागरिकता के लिए आवदेन किया था और उन्हें 2016 में भारतीय नागरिकता मिल गई. कांग्रेस ने भी अदनान को पद्म श्री देने का पूरजोर विरोध किया जबकि पार्टी के एक राज्यसभा सांसद ने कहा कि उनकी सिफारिश के बाद अदनान को ये सम्मान दिया गया है.

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दरअसल अदनान सामी के पिता सेना के पूर्व अफसर मोहम्मद सनाउल्लाह को घुसपैठिया घोषित कर दिया गया था. करगिल युद्ध में शामिल रहे सेना के पूर्व अफसर मोहम्मद सनाउल्लाह को घुसपैठिया घोषित कर दिया गया. वे पाकिस्तानी एयरफोर्स में पायलट थे. वहीं, अदनान सामी का जन्म लंदन में हुआ. कंगना और अदनान पीएम मोदी की नीतियों के बड़े समर्थक हैं.

सबसे पहले बात करें कांग्रेस की तो कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने ट्वीट कर कहा, ‘कारगिल युद्ध में शामिल रहे हमारे जवान और सेना के पूर्व अफसर मोहम्मद सनाउल्लाह को घुसपैठिया घोषित कर दिया गया. वहीं, भारत के खिलाफ युद्ध लड़ने वाले पाकिस्तानी वायुसेना के पायलट के बेटे को पद्मश्री दिया जा रहा है. यह एनआरसी और सरकार की चमचागिरी करने का जादू है’.

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वहीं शेरगिल को जवाब देते हुए खुद अदनान सामी ने ट्वीट करते शेरगिल को बच्चा बताते हुए पूछा कि क्या एक बच्चे को उसके माता-पिता के कृत्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना या दंडित किया जाना चाहिए?

इस पर जवाब देते हुए शेरगिल ने कहा कि अंकल, हमें भारतीय सैनिक को विदेशी घोषित करने और पाक सैनिक के परिवार को पुरस्कार देने की नीति पर आपत्ति है.

इस मामले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि यदि कोई भी पाक से ‘जय मोदी’ का जाप करेगा, तो उसे देश की नागरिकता के साथ-साथ पद्म श्री पुरस्कार भी मिलेगा.

वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिगविजय सिंह ने अदनान सामी को बधाई देते हुए कहा कि मैंने इस बारे में सरकार से सिफारिश की थी. अब जाकर उन्हें ये सम्मान मिला.

वहीं एक यूजर ने मजाकिया अंदाज में कहा कि अदनान को वजन घटाने के लिए यह सम्मान दिया गया है.

वहीं एक यूजर ने लिखा, अदनान सामी, जन्म से पाकिस्तानी. एक पाकिस्तानी एयरफोर्स पायलट का बेटा जिसने 65 युद्ध में भारतीय सैनिकों को मार डाला. मोदी ने उन्हें नागरिकता नहीं दी, जिसे कांग्रेस ने वर्षों तक नकार दिया. अब पद्मश्री से सम्मानित भगवान भी क्या जानते हैं. क्या मोदी राष्ट्रवादी नहीं हैं?

वहीं अदनान को पद्म श्री देने का विरोध करते हुए एक यूजर ने कहा कि सीएए, एनआरसी के जरिये मुसलमानों को देश से बाहर करने की कोशिश की जा रही है जबकि पाकिस्तान से यहां आए मुसलमानों को पद्म श्री दिया जा रहा है. वहीं स्वागत करने वाले ख़ेमे का कहना है कि सामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सपोर्ट करते हैं इसलिए कुछ लोग उन्हें पद्म श्री देने का विरोध कर रहे हैं.

एक अन्य विरोधी यूजर ने कहा कि जगदीश सेठ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ़िलिप कोटलर अवार्ड दिया तो उन्हें पद्म पुरस्कार मिला. आनंद महिंद्रा इकॉनमी पर चुप रहे तो पद्म श्री मिला. अदनान सामी ने पाकिस्तान के लोगों को गालियां दीं तो उन्हें पद्म श्री अवार्ड दे दिया गया’.

वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, कंगना रनौत, अदनान सामी, मैरी कॉम, आनंद महिंद्रा, करण जौहर और एकता कपूर इन सभी ने सीएए के लिए समर्थन दिया, आज सभी को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया’.

सुनिल सिंह नाम के एक यूजर ने सवाल पूछते हुए लिखा कि 2001 में भाजपा ने एक आतंकी के बेटे के भारत आने का विरोध किया था लेकिन वही भाजपा सरकार अब उन्हें पहले नागरिकता और अब पद्यश्री दे रही है.

एक अन्य यूजर ने लिखा, कांग्रेस पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और म्यांमार से मुसलमानों को अवैध रूप से प्रवेश करना चाहती है, भारत का एक नागरिक, भारत ने मुस्लिमों, दलितों को नागरिकता प्रदान की, ईसाईयों ने कानूनी रूप से प्रवेश किया, जैसे कि अदनान सामी और सोनिया गांधी और कुछ दलित, नागरिकमात्री भारतीय नागरिक.

वहीं एक तबका सामी का समर्थन भी करता है और सरकार के इस फैसले का स्वागत भी. एक यूजर ने लिखा है कि जब तक इस देश मैं जयचंद रहेंगे इस देश मे शांति और सौहार्द होना नामुमकिन हैं

वहीं एक अन्य यूजर ने कहा कि अदनान देश में किसी भी राष्ट्रविरोधी गतिविधि में शामिल नहीं हुए. अदनान सामी को दिए जाने पर आप विरोध क्यों कर रहे हैं?

वहीं एक यूजर ने कहा कि अदनान सामी को पद्मश्री देना गलत मान रही कांग्रेस तो फिर क्या दाऊद, हाफिज सईद और जैश ए मोहम्मद के मसूद अजहर को देना चाहिए?

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