सीएम की जानकारी के बिना मंत्री पर दर्ज नहीं हो सकता मुकदमा, पहले मेरे से जानकारी तो ले लेते- गुढा

किसी विधायक या मंत्री के खिलाफ थाने में सीधे मामला दर्ज हो जाना, सोचने वाली बात है, मेरी पत्नी ने पहले ही कहा था कि पंगे मत लो? मुख्यमंत्री से मिलूंगा और कहूंगा अपनी टीम पर विश्वास रखें, पूरी जानकारी लें, उन्हें अपने मंत्री पर इतना भी इकबाल नहीं कि इस मुकदमे से पहले मेरे से जानकारी तो ले लेते कि मामला क्या है? आत्महत्या की तैयारी कर रही महिला की मदद की थी बस मैंने- राजेन्द्र सिंह गुढा

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Rajendra Singh Gudha on Registration of FIR
गहलोत सरकार में सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के खिलाफ नीम का थाना पुलिस थाने में मामला दर्ज होने के बाद सियासत गरमा गई है. कांग्रेस कार्यकर्ता और वार्ड पंच गब्बर सिंह उर्फ दुर्गा सिंह ने बीते गुरुवार को मंत्री गुढा के खिलाफ मारपीट और अपहरण का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज करवाई है जिसकी जांच सीआईडी सीबी को दी गई है. वहीं सचिन पायलट समर्थक माने जाने वाले मंत्री राजेन्द्र गुढा ने पुलिस की कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सवाल उठाए है. गुढा ने कहा कि उस वार्ड पंच को मैं जानता हूं, वो लोगों के साथ चीट करता है. मैंने पिछली सरकार में भी मुख्यमंत्री गहलोत के साथ काम किया था, अभी भी कर रहा हूं. मंत्री पर कोई मुकदमा हो और वो सीएम की जानकारी में नहीं हो, ऐसा हो सकता है क्या? जबकि होम मिनिस्ट्री भी उन्हीं (अशोक गहलोत) के पास है.

मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा ने कहा कि किसी विधायक या मंत्री के खिलाफ थाने में सीधे मामला दर्ज हो जाना, सोचने वाली बात है. मेरी पत्नी ने पहले ही कहा था कि पंगे मत लो? मंत्री गुढा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ही गृह मंत्री हैं. उन्हें अपने मंत्री पर इतना भी इकबाल नहीं कि इस मुकदमे से पहले मेरे से जानकारी तो ले लेते कि मामला क्या है?

घटना की जानकारी देते हुए मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने बताया कि वार्ड पंच से पीड़ित महिला विमला कंवर उनके पास आई थी. विमला अपनी दो बच्चियों को लेकर आत्महत्या करने की हालत में थी. मेरे पास पैसे की व्यवस्था नहीं थी. एक-दो लोगों को बोलकर पैसे की व्यवस्था कराई. मैं मुख्यमंत्री से मिलूंगा और कहूंगा अपनी टीम पर विश्वास रखें, पूरी जानकारी लें. वो महिला मर सकती थी. उसकी बच्चियों की शादी थी. उसने कहा था कि मैं सुसाइड कर लूंगी. महिला की मदद का मेरे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था. वो (वार्ड पंच) तो चीटर है. उसका हाथ तो उसका पहले से टूटा हुआ है, उसका एक्सीडेंट हुआ था, मैं उसकी क्या पिटाई करता.

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वहीं मामले पर अब सियासत गरमाने के बाद अब विमला कंवर की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. विमला ने बताया कि मेरी दो बेटियों महिमा और मनीषा की शादी 21 फरवरी की है. मैं मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के पास में 27 जनवरी की सुबह 6 बजे गई थी. सुबह 11 बजे मंत्री आए तब मैंने मंत्री से शिकायत की कि वार्ड पंच न प्लॉट दे रहा है और न पैसे दे रहा है. जबकि मेरी बेटियों की शादी में 20 -21 दिन ही बचे हैं. इसके बाद मंत्री जी ने गब्बर उर्फ दुर्गा सिंह (वार्ड पंच) का मुझसे नंबर लिया और उसको फोन करके कहा कि इस महिला के पैसे दो, इसका पूरा पेमेंट करो. इस पर गब्बर मेरे पर ही कलंक लगाने लगा. बोला कि इनका और मेरा मैटर ही अलग है. इस पर मैंने ही मंत्रीजी से फोन लेकर कहा कि तुम्हारे घर में कोई दीपक जलाने वाला नहीं मिलेगा. इसके बाद मंत्रीजी ने मुझे भरोसा दिया और कहा- रोओ मत. अब तुम्हें आवास के बाहर पैसे देकर ही निकलूंगा. मंत्री ने मुझे 3.84 लाख रुपए तुरंत दिए. मंत्रीजी का भगवान भला करे. वहीं गब्बर ने कहा था कि वह मंत्रीजी को 6 फरवरी तक पेमेंट करेगा, पता नहीं उसने पेमेंट दिया या नहीं.

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वहीं मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मेरे ऊपर केस दर्ज कराने वाला वार्ड पंच गब्बर सिंह ककराना (वार्ड 31) का रहने वाला है और वह कांग्रेस का कार्यकर्ता है. उसने नीम का थाना में प्लॉट दिलवाने के नाम पर मंडावरा में कुछ महिलाओं के साथ लाखों रुपए की ठगी की है. गुढ़ा ने कहा कि पीड़ित महिला का मामला लेकर वे सीकर एसपी से मिलने नीम का थाना गए थे. वहां गब्बर सिंह उनकी गाड़ी में आकर बैठ गया और बोला आपके साथ चलकर बात करता हूं. उसका हाथ पहले से टूटा हुआ था, मैं उसके साथ क्या मारपीट करता? उसके भाइयों ने जल्दी ही रुपए देने की बात कही थी, इसीलिए महिला को अपने स्तर पर पैसे दिए थे.

इधर नीम का थाना कोतवाली थाना इंचार्ज विजय चंदेल ने बताया कि मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा सहित तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. अब इसकी जांच के लिए रिपोर्ट सीआईडी सीबी को भेजी गई है. मंत्री राजेंद्र गुढ़ा समेत तीन के खिलाफ अपहरण, मारपीट व कागजात पर जबरन हस्ताक्षर करवाने की एफआईआर हुई है.

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क्या है पूरा मामला
नीम का थाना के वार्ड 31 निवासी गब्बर उर्फ दुर्गा सिंह ककराना पंचायत का वार्ड पंच है. उसने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के खिलाफ गुरुवार को नीम का थाना थाने में किडनैप कर मारपीट का मामला दर्ज कराया था. दूर्गा सिंह ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वह उदयपुरवाटी में कई राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल होता है, इसलिए मंत्री गुढ़ा उससे रंजिश रखते हैं. वार्ड पंच ने आरोप लगाया था कि 15 दिन पहले मंत्री गुढ़ा ने उसे फोन कर धमकाया था, कहा था कि तेरे को राजनीति करना सिखाऊंगा. जवाब दिया तो फोन काट दिया. फिर 27 जनवरी की दोपहर 12 बजे मंत्री ने फोन कर लोकेशन पूछी, मैं तब नीम का थाना था. लोकेशन बताने के आधे घंटे बाद मंत्री राजेंद्र गुढ़ा अपने ड्राइवर और पीए कृष्ण कुमार के साथ सरकारी गाड़ी में आए.

दुर्गा सिंह ने बताया कि इसके अलावा एक लाल रंग की कार भी थी और एक पुलिस की कार थी. गुढ़ा के अलावा करीब 10 लोग और थे उनके साथ. विमला कंवर भी उनके साथ आई थी. इसके बाद वे लोग उसे एक फॉर्म हाउस पर लेकर गए और धमकाया. वार्ड पंच ने अपनी रिपोर्ट में मंत्री गुढा पर खाली चेक पर साइन करवाने का भी आरोप लगाया है. आपको बता दें कि विमला कंवर उदयपुरवाटी (झुंझुनूं) के मंडावरा गांव की रहने वाली है. महिला पशुपालन और दूध बेचकर परिवार का खर्च चलाती है और उसका पति मजदूरी करता है. 21 फरवरी को उसकी 2 बेटियों की शादी है. विमला के दो बेटियों के अलावा दो बेटे हैं जो 11वीं और 7वीं क्लास में पढ़ते हैं. वहीं ककराना के वार्ड पंच गब्बर सिंह से उसका लेन-देन का विवाद चल रहा था.

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