Politalks.News/UttarPradesh. उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने शुक्रवार को अपने 4 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. सरकार के चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी उपलब्धियों को लेकर एक ‘विकास पुस्तिका’ का विमोचन किया. लोकभवन में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे. जहां एक और योगी सरकार अपने चार साल के कार्यकाल को स्वर्णिम कार्यकाल बता रही है, वहीं उत्तरप्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने योगी सरकार के चार साल को कोरी कल्पना बताया तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार के चार साल अंधेर नगरी चौपट राजा जैसे हैं.
योगी सरकार के चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकार ने आज सफलतम 4 साल का कार्यकाल पूर्ण कर लिया है. इसके लिए हम प्रदेश की 24 करोड़ जनता का धन्यवाद करते हैं. जब से हमारी सरकार बनी है तब से हमने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आयोजित एक समारोह में ‘दशकों में जो न हो पाया-चार वर्ष में कर दिखाया‘ नामक विकास पुस्तिका का विमोचन भी किया.
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इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें विश्वास है कि हम उत्तर प्रदेश को उन नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे, जहां प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित होगी. रिफॉर्म, परफॉर्म व ट्रांसफॉर्म के लिए प्रदेश की जनता को बधाई. चार वर्ष के कार्यकाल में हमारी सरकार ने प्रदेश के हर क्षेत्र में बेहतर करने की कोशिश की है. इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का आधार ग्रामीण भारत है लेकिन 1947 में आजादी के बाद से प्रदेश उपेक्षित रहा. 2017 में जब हमारी सरकार आयी तो बहुत से ऐसे गांव थे जिन्हें आजादी के बाद से किसी सुविधा का लाभ नहीं मिला. यहां तक कि कई जगह वोट के अधिकार भी नहीं थे लेकिन आज हमें प्रसन्नता है कि प्रदेश में वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदलकर बुनियादी सुविधाएं दी गई हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर हमारी हमेशा से जो जीरो टॉलरेंस की नीति रही है और यह उसी का परिणाम रहा है कि डकैती, दुष्कर्म तथा भ्रष्टाचार में भारी कमी देखने को मिली है. पुलिस रिफॉर्म को लेकर काफी समय से मांग चल रही थी, जिसे सरकार ने कमिश्नरेट सिस्टम लागू कर उसे अमल में लाया, पुलिस कर्मियों की मूलभूत सुविधाओं सहित अन्य कमी को पूरा किया गया. इसी प्रदेश में निवेश के लिए कोई आना नहीं चाहता था, यहां डर का माहौल था लेकिन आज प्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बना है.विगत चार वर्षों में सभी पर्व पूरी शांति के साथ सम्पन्न हुए, चार वर्ष में कोई दंगा नहीं हुआ.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से 4 साल पहले उत्तरप्रदेश को बीमारू राज्य कहा जाता था जहां युवा पलायन को मजबूर था, आज उसकी प्रगति और नीतियां अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बन रही हैं. पहले यूपी में बेरोजगारी दर अधिक थी, लेकिन उत्तर प्रदेश अब बीमारू राज्य नहीं रहा. हमारे कार्य के परिवर्तन के बाद से उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान मिली है.
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एक ओर जहां योगी सरकार अपने 4 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाने में मशगूल है वहीं विपक्ष योगी सरकार के चार साल को कोरी कल्पना बताता रहा. सबसे पहले उत्तरप्रदेश कांग्रेस प्रभारी एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार के चार साल के कार्यकाल पर तंज करते हुए एक ट्वीट किया. प्रियंका गांधी ने लिखा कि उप्र सरकार को अपने प्रचार में ये डिस्क्लेमर डलवाना चाहिए कि “इस प्रचार के सभी पात्र एवं घटनाएं काल्पनिक हैं, इनका वास्तविक जीवन से कोई संबंध नहीं है”, इससे ट्विटर पर बनाए लेखपाल को नहीं भागना पड़ेगा नेपाल.
वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार के 4 साल के कार्यकाल पर सवाल उठाये हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की अंधेर नगरी के चार साल चौपट राज के रहे हैं. सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह विफल रही है और जनता का हर वर्ग बुरी तरह त्रस्त रहा है. थानों, तहसीलों में बिना रिश्वत दिए काम न होने की शिकायतें तो भाजपा कार्यसमिति की बैठकों में ही सुनाई दी. किसान आंदोलित हैं, नौजवान बेरोजगारी का दर्द झेल रहे हैं. अपराधी बेखौफ है. अवैध खनन, जहरीली शराब पर कोई रोक नहीं. मंहगाई और भ्रष्टाचार चरम पर है. चार साल जैसा अंधेर कभी किसी ने न देखा न सुना होगा.
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वहीं बसपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सरकार के 4 साल के दावों को खोकला करार देते हुए कहा कि सरकार के दावों में सच्चाई कम नजर आती है. मायावती ने ट्वीट करते हुए भाजपा पर निशाना साधते हुए लिखा कि यूपी में भाजपा सरकार के 4 वर्ष पूरे होने पर काफी शाहखर्ची करके बड़े-बड़े विज्ञापनों व प्रेसवार्ता आदि के माध्यम से जो उपलब्धियाँ सरकार द्वारा आज गिनाई गई हैं उनमें सच्चाई बहुत कम है अर्थात इनके सरकारी दावे अगर जमीनी हकीकत में गरीब जनता को लाभ देते तो यह उचित होता.
वहीं पूर्व सीएम मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि उत्तराखण्ड में बीजेपी व पंजाब में कांग्रेस सरकार के 4 वर्ष पूरे होने पर वहाँ भी जो दावे किए जा रहे हैं वे हवा-हवाई ज्यादा व सही मायने में जनहित व जनकल्याण से काफी दूर हैं. अतः इन तीनों राज्यों की दुःखी व पीड़ित जनता यहाँ अपने राज्यों में सुखद परिवर्तन लाने को बेचैन है.