Politalks.News/UttarPradesh/LuluMall. उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ का लुलु मॉल इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. उत्तर भारत के सबसे बड़े मॉल में शुमार लखनऊ के लुलु मॉल (Lulu Mall) का उद्घाटन पिछले दिनों सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने किया था. लेकिन उद्घाटन के बाद बकरीद पर यहां कुछ लोगों ने नमाज पढ़ी थी. नमाज़ अदा करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ. उक्त वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि मॉल की दूसरी मंज़िल पर फ्लोर एरिया है, जिसमें कुछ लोग दिन के समय नमाज़ अदा करते नज़र आ रहे हैं. हालांकि पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं मंगलवार को मॉल के शुद्दिकरण के लिए पहुंचे जगद्गुरु परमहंस (Jagadguru Paramhansh) की पुलिस से बहजबाजी हो गई जिसके बाद पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया है. वहीं यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कहा कि, ‘काननू के साथ खिलवाड़ करने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के साथ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा.’
लखनऊ का लुलु मॉल यूपी का सबसे बड़ा शॉपिंग मॉल है. जब से इस मॉल की शुरुआत हुई, तब से ही यह लुलु मॉल चर्चा में है. बता दें कि अबू धाबी मुख्यालय स्थित लुलु समूह की एक शाखा लखनऊ के शहीद पथ पर शुरू की गई, जिसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था. लुलु समूह का नेतृत्व भारतीय मूल के कारोबारी युसूफ अली एमए करते हैं. मॉल परिसर के अंदर नमाज पढ़ने के मामले को अब यह मॉल और भी ज्यादा चर्चा में आ गया है. मॉल में नमाज पढ़ने के वीडियो के वायरल होने पर कई हिंदू संगठनों ने मॉल में हनुमान चालीसा का पाठ करने का भी एलान किया था. लेकिन पुलिस की अनुमति ना मिलने के कारण वो ऐसा ना कर सके. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद मॉल में नमाज अदा करने वाले चार युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया है. वहीं मनगलवार को मॉल के शुद्धिकरण के लिए पहुंचे जगद्गुरु परमहंस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
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दरअसल लुलु मॉल को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद पुरे मॉल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. मॉल में नमाज पढ़े जाने को लेकर हिंदू समाज खासा नाराज है. इसी बीच मंगलवार की दोपहर जगद्गुरु परमहंस लुलु मॉल पहुंच गए. जब पुलिस ने उनसे अंदर जाने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘जहां पर नमाज पढ़ी गई थी, उसका शुद्धिकरण जरूरी है. उन्होंने शुद्धिकरण की बात कही तो पुलिस ने जाने से रोक दिया. इस पर परमहंस आक्रोशित हो गए.’ परमहंस ने कहा कि, ‘वह लोग नमाज पढ़ने जाते हैं तो जाने दिया जाता है, लेकिन हमें रोका जा रहा है. मुझे भगवाधारी होने के कारण रोका जा रहा है. मैं तो यहां अकेले आया हूं फिर भी मुझे नहीं जाने दिया जा रहा है.’ इस दौरान जगद्गुरु ने पुलिस से कहा कि, ‘आप यहां पर ताला लगा दो ताकि कोई नहीं जाए.’ हालांकि पुलिस ने मामले को बढ़ता देख जगद्गुरु को गिरफ्तार कर लिए है.
वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रशासन की बैठक के दौरान इस मामले में सख्त दिशा निर्देश दिए थे. बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘लखनऊ में एक मॉल खुला है और वो मॉल अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान को लेकर काम कर रहा है, लेकिन कुछ लोग उसे राजनीति का अड्डा बनाना चाहते हैं. अनावश्यक बयानबाजी जारी करना और उसके नाम पर सड़कों पर प्रदर्शन करके लोगों के आवागमन को बाधित करना, बार-बार लखनऊ प्रशासन द्वारा चेताने के बावजूद भी अराजकता पैदा करने और साम्प्रदायिक विद्वेष पैदा करने का जो कुत्सित प्रयास किया जा रहा है, लखनऊ प्रशासन को इसे बहुत गम्भीरता से लेना चाहिए. ऐसी किसी भी शरारत को स्वीकार नहीं करना चाहिए और ऐसे शरारती तत्वों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.’
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बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारीयों को निर्देश दिए कि, ‘यातायात बाधित कर सड़कों पर किसी प्रकार के धार्मिक क्रियाकलाप की अनुमति नहीं दी जाए. साथ ही धार्मिक जुलूसों या यात्राओं में किसी भी प्रकार के अस्त्रत्त्-शस्त्रत्त् का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा. इसका उल्लंघन करने वालों पर पुलिस-प्रशासन कड़ी कार्रवाई करें.’ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से हुई इस विशेष बैठक में मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस, जनता दर्शन और सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के थाना, तहसील व जिला स्तर की रैंकिंग के अनुसार अधिकारियों को कार्यप्रणाली को बेहतर करने के निर्देश भी दिए.