Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान कांग्रेस में हुए हालिया घटनाक्रम को लेकर भले आलाकमान के निर्देश के बाद पार्टी नेताओं की तरफ से बयानबाजी बंद हो गई हो लेकिन उस्बे की प्रमुख विपक्षी पार्टी लगातार कांग्रेस पर हमलावर है. बीते रविवार को गहलोत गुट के विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को दिए गए इस्तीफों को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. भाजपा के दिग्गज नेता एवं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि, ‘पिछले दिनों जिस तरह का घटनाक्रम हुआ, उससे मुख्यमंत्री गहलोत का अपमान नहीं हुआ है बल्कि उन्होंने जिस तरह से आलाकमान से माफी मांगी उससे प्रदेश की आठ करोड़ जनता का अपमान हुआ है.’ वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि, ‘पहले 2020 में और अभी हुए घटनाक्रम की पटकथा के लेखक, प्रोड्यूसर, राइटर-एक्टर, डायरेक्टर सबकुछ अशोक गहलोत थे.’
बीजेपी के दिग्गज नेता एवं विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने बीते रोज पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा. कटारिया ने कहा कि, ‘प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जो हमेशा अपने आप को आलाकमान का वफादार बताते थे, लेकिन जब उन्हें अपनी कुर्सी जाती दिखी तो रंग बदल लिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस तरह से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की बात कही और उसके बाद यह पूरा घटनाक्रम हुआ. अब जब उनके आलाकमान ने उन्हें डांट लगाई तो वे सरेंडर हो गए. इस पूरे घटनाक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा माफी मांग कर सरेंडर होना तो ठीक है, लेकिन जिन लोगों ने उनके कहने पर आलाकमान से आमना सामना किया उनका क्या होगा. मुख्यमंत्री गहलोत ने जिस तरह अपने आलाकमान से माफ़ी मांगी है न उससे प्रदेश की आठ करोड़ जनता का अपमान हुआ है.’
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वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में विधायकों द्वारा दिए गए इस्तीफे का जिक्र करते हुए गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि, ‘इस पूरे घटनाक्रम के बाद जिस तरह से विधायकों ने इस्तीफा दिया, इसके बाद सरकार अभी अल्पमत में है. ऐसे में अल्पमत वाली कांग्रेस सरकार को जनता के बीच में रहने का कोई अधिकार नहीं है. इसलिए अच्छा होगा कि सरकार अगले चुनाव की घोषणा कर दे और जनता जिसे भी अपना जनादेश देगी उसकी सरकार बनेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुत सीनियर और अनुभवी आदमी हैं, लेकिन इस बार के कार्यकाल में उनके साथ जिस तरह की घटना हो रही इसके कारण वे अपना बैलेंस नहीं बना पा रहे हैं.’ वहीं केंद्रीय मंत्री एवं जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए सीएम गहलोत पर जमकर निशाना साधा.
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि, ‘यह राजस्थान की जनता का दुर्भाग्य है कि जिस सरकार को उन्होंने चुना वो जनता की सुध-बुध लेने के बजाय आपसी राजनीति में ही उलझे हुए हैं. आज राजस्थान में हजारों गाय लंपी के कहर से काल के गाल में समा रही हैं औऱ कई इलाकों में अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसल खराब हो चुकी है, ऐसे में इन सब पर ध्यान देने के बजाय कांग्रेस के नेता मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर झगड़ रहे हैं. कांग्रेस का आंतरिक झगड़ा अब खुलकर सामने आ चुका है और कुर्सी की आपाधापी में ही सभी लोग लगे हुए हैं.’
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गजेंद्र सिंह शेखावत ने 2020 में हुए सियासी घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘2020 में सचिन पायलट अपने कुछ साथियों के साथ मानेसर चले गए थे. इसके बाद कांग्रेस के नेताओं ने इसे भाजपा की साजिश बताया था लेकिन तब भी मैंने और भाजपा के नेताओं ने इस बेबुनियाद आरोप का पर्दाफाश किया था. मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि 2020 में हुए घटनाक्रम की पटकथा के लेखक, प्रोड्यूसर, राइटर-एक्टर, डायरेक्टर सबकुछ अशोक गहलोत थे. इस बार भी जिस तरह का घटनाक्रम हुआ है उसके पीछे भी सीएम गहलोत का ही हाथ है. कांग्रेस पार्टी के इस सीरियल में और कितने पाठ बचे हैं जिसे हम सभी को देखना बाकी है. जिस दिन राजस्थान में भाजपा की फिर से सरकार बनेगी वही असली परिवर्तन होगा.’