Politalks.News/Rajasthan. पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के पुत्र और पहले भी भाजपा से विधायक रहे जगत सिंह की भाजपा में ‘घर वापसी’ हुई है. भाजपा मुख्यालय पर शनिवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने उनको पार्टी का दुपट्टा पहनाकर सदस्यता दिलाई. जगत सिंह को भरतपुर में जिला प्रमुख का चेहरा बनाए जाने की खबर है. ‘कुंवर’ सिंह भरतपुर से जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ रहे हैं. एक जमाने में भरतपुर में ‘कुंवर’ परिवार की तूती बोलती थी. लेकिन एक घोटाले में नाम आने के बाद जगत सिंह के पिता कुंवर नटवर सिंह को कांग्रेस आलाकमान ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था. घर वापसी समाहोर में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने गहलोत सरकार और कांग्रेस पर जमकर निशना साधा.
इस दौरान ‘कुंवर’ जगत सिंह ने कहा कि, ‘मैं एक व्यक्ति की वजह से पार्टी छोड़कर बड़े दुखी मन से गया था. मैं उनका नाम नहीं लूंगा. मैंने उस समय गुस्से में पार्टी छोड़ने का फैसला किया था, जो मुझे नहीं करना चाहिए था. पार्टी ने मेरा पूरा सम्मान रखा था. मैंने 10 साल तक पार्टी की सेवा की’. जगत सिंह ने भाजपा में घर वापसी पर कहा कि, ‘मैं दोबारा यह कहना चाहता हूं कि जो आज मेरी घर वापसी हुई है. यह मेरी जिंदगी का सबसे खुशी का दिन है. भरतपुर ही नहीं हम सबकी पूर्वी राजस्थान की जिम्मेदारी है. हमें पूर्ण बहुमत मिलेगा’. पीएम मोदी की तारीफ करते हुए सिंह ने कहा कि, ‘पीएम मोदी हमेशा मेरे जिगर में बसे हैं. जनता आने वाले चुनाव में कांग्रेस को चौपट करेगी. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भरतपुर के जिला अध्यक्ष शैलेश सिंह और जगत सिंह की धर्मपत्नी भी मौजूद रहीं. इस दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने किया जगत सिंह का स्वागत, कहा- जगत सिंह की राजनीतिक विरासत, अनुभव बीजेपी की ताकत बनेगी, बीजेपी परिवार में घर वापसी पर इनका स्वागत है’.
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बागी होकर बसपा से लड़ा था चुनाव
पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह दो बार विधायक रह चुके हैं. जगत सिंह पहले कांग्रेस फिर BJP और बसपा में आजमा रह चुके हैं. भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर जगत सिंह 2018 में रामगढ़ से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. मगर तीसरे नम्बर पर रहे थे. कांग्रेस की सफिया खान से जगतसिंह ने मात खाई थी. जगत सिंह एक बार अलवर की लक्ष्मणगढ़ सीट से विधायक रह चुके हैं. 2013 के चुनाव में भाजपा ने उन्हें कामां से टिकट दिया और वे जीत कर आए.
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पूर्वी राजस्थान में कमजोर पड़ रही बीजेपी को चमत्कार की उम्मीद
पूर्वी राजस्थान में कमजोर पड़ रही भाजपा को उम्मीद है कि जगत सिंह के जुड़ने से भरतपुर सहित पूर्व राजस्थान में उनका आधार मजबूत होगा. फिलहाल भरतपुर में BJP का एक भी विधायक नहीं है. पिछले 2018 विधानसभा चुनाव में जगत सिंह ने बसपा के टिकट पर था लड़ा था, लेकिन हार गए थे. अब वे वापस सक्रिय हो गए हैं. जगत सिंह पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे नटवर सिंह के पुत्र हैं. एक समय नटवर सिंह की कांग्रेस में तूती बोला करती थी. बाद में एक घोटाले में उनके पुत्र का नाम सामने आने पर उन्होंने पार्टी आलाकमान को चुनौती दे दी थी उसके बाद से उन्हें कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
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गहलोत सरकार और कांग्रेस पर बरसे पूनियां
इस दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने गहलोत सरकार और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. पूनियां ने कहा कि, ‘गहलोत सरकार के कारण पंचायत चुनावों में देरी हुई है. पंचायत चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी थी, कांग्रेस सरकार की कथनी और करनी में अंतर है. 27 फीसदी बेरोजगारी दर के साथ राजस्थान देश में नंबर वन है और कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है’. कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए पूनियां ने कहा कि, ‘बकरी चराने वाले से लेकर घर में बैठी बच्ची इस राज में महफूज नहीं है. हाथरस मामले के लिए नौटंकी करने वाले राजस्थान क्यों नहीं देखता’. सीएम गहलोत के घर से बाहर नहीं निकलने को लेकर पूनियां ने कहा कि, ‘प्रदेश का मुखिया ये कहे कि डेढ साल से घर से बाहर नहीं निकला, हाड़ौती के लोग पूछ रहे हैं कि हमारे आंसू पूछने सरकार कब आएगी? कोरोना काल में प्रदेश के लोगों ने कुप्रबंधन देखा है. 6 जिला परिषद और पंचायत चुनाव में जनता आक्रोश प्रकट करेगी’. पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा पर निशाना साधते हुए पूनियां ने कहा कि, ‘डोटासरा की बयानबाजी से कांग्रेस के चरित्र का साफ पता लगता है. विचार और व्यवहार के कारण ही देश ने इस पार्टी को नकार दिया है’.